पर्यावरणीय मुद्दों पर चर्चा के लिए एनबीआरआई में जुटे 19 प्रदेशों के वैज्ञानिक

पर्यावरणीय मुद्दों पर चर्चा के लिए एनबीआरआई में जुटे 19 प्रदेशों के वैज्ञानिक
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पर्यावरणीय मुद्दों पर चर्चा के लिए एनबीआरआई में जुटे 19 प्रदेशों के वैज्ञानिक


सीएसआईआर-एनबीआरआई में पर्यावरणीय मुद्दों पर राष्ट्रीय सम्मेलन शुरू

लखनऊ, 14 दिसम्बर (हि.स.)। सीएसआईआर-राष्ट्रीय वनस्पति अनुसंधान संस्थान, लखनऊ एवं राष्ट्रीय पर्यावरण विज्ञान अकादमी (नेसा) के संयुक्त तत्वावधान में मध्य ग्रीन केमिस्ट्री, प्रदूषण रोकथाम एवं जलवायु परिवर्तन पर आधुनिक प्रवृत्तियों एवं चुनौतियों पर तीन दिवसीय राष्ट्रीय सम्मलेन की शुरुआत गुरुवार को हुई। इस अवसर पर उत्तर प्रदेश सरकार के मुख्य अतिथि अपर मुख्य सचिव डॉ. देवेश चतुर्वेदी मुख्य अतिथि ने कहा कि हमें अपनी मानवता को प्रदूषण और जलवायु परिवर्तन के खतरनाक परिणामों से बचाने के लिए हरसंभव प्रयास करने होंगे।

संस्थान के वरिष्ठ प्रधान वैज्ञानिक एवं सम्मेलन के संयोजक डॉ. पंकज कुमार श्रीवास्तव ने बताया कि इस राष्ट्रीय सम्मेलन में देश भर के 19 प्रदेशों के करीब 68 शहरों से 70 से ज्यादा शैक्षिक व अनुसंधान संस्थानों एवं विश्वविद्यालयों से 200 से ज्यादा प्रतिभागी शामिल हो रहे हैं। पर्यावरण विज्ञान पर केन्द्रित इस सम्मेलन में मुख्य रूप से प्रदूषण एवं निस्तारण, जलवायु परिवर्तन, हरित रसायन विज्ञान, पर्यावरण और जैव प्रौद्योगिकी, प्राकृतिक संसाधन प्रबंधन और समसामयिक मुद्दों पर वैज्ञानिक एवं विशेषज्ञों द्वारा 80 से ज्यादा मौखिक प्रस्तुतियां, 110 पोस्टर प्रस्तुतियों द्वारा परिचर्चाएं की जाएंगी। इसके साथ ही देश के नामी विषय विशेषज्ञों द्वारा 13 मुख्य व्याख्यान प्रस्तुत किये जा रहे हैं।

उद्घाटन समारोह के मुख्य अतिथि डॉ. देवेश चतुर्वेदी ने अकादमी द्वारा सम्मानित सभी वैज्ञानिकों और शोधार्थियों को बधाई देते हुए कहा कि हम विभिन्न प्रकार के प्रदूषणों और जलवायु परिवर्तन के मुद्दों से निपटने के लिए बेहतर तकनीकी विकास और उनकी चुनौतियों का सामना कर रहे हैं। उन्हें देखते हुए इस सम्मेलन का विषय बहुत प्रासंगिक है। संस्थान के निदेशक डॉ. अजित कुमार शासनी ने कहा कि इस सम्मेलन द्वारा सृजित निर्देशों एवं सुझावों द्वारा हमें प्रदूषण एवं जलवायु परिवर्तन की नई चुनौतियों के हल खोजने में अवश्य सहायता मिलेगी।

इसमें मुख्य रूप से नेसा विशिष्ट फ़ेलोशिप अवार्ड-डॉ. ए के सिंह, प्रोफेसर, भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान, बीएचयू, वाराणसी को दिया गया। नेसा फ़ेलोशिप में देश भर के विभिन्न संस्थानों से 21 विशेषज्ञों और वैज्ञानिकों को चयनित किया गया। नेसा प्रख्यात वैज्ञानिक पुरस्कार- देश भर के विभिन्न संस्थानों से 10 विशेषज्ञों व वैज्ञानिकों को चयनित किया गया। नेसा अंतरराष्ट्रीय वैज्ञानिक पुरस्कार-डॉ. सदानंद मुश्गेरी, कर्नाटक विश्वविद्यालय एवं सितेंदु मंडल, सीएसआईआर-सीजीसीआरआई, कोलकाता को दिया गया।

सम्मेलन फ़्लोरा फौना साइंस फाउंडेशन द्वारा आयोजित एक विशेष सत्र में संस्थान के निदेशक डॉ. अजित कुमार शासनी द्वारा तीसरा प्रो. सुशील कुमार स्मृति व्याख्यान प्रस्तुत किया गया। इस सत्र में फाउंडेशन के संस्थापक अध्यक्ष एवं पूर्व निदेशक, सीएसआईआर-सीमैप, लखनऊ डॉ. एस पी एस खनुजा भी उपस्थित रहे। सम्मेलन में प्रतिभागियों द्वारा कुल 28 मौखिक व्याख्यानों एक साथ साथ 28 पोस्टर प्रस्तुतियों को प्रस्तुत किया गया।

हिन्दुस्थान समाचार/उपेन्द्र/सियाराम

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