साहित्य अकादेमी ने किया प्रकाश मनु की चार बाल पुस्तकों का लोकार्पण
-साहित्य मनुष्यता को बचाने का काम करता हैः दिविक रमेश
नई दिल्ली, 15 फरवरी (हि.स.)। साहित्य अकादेमी ने गुरुवार को प्रसिद्ध बाल साहित्यकार प्रकाश मनु की अकादेमी द्वारा प्रकाशित चार नई बाल पुस्तकों एवं दिविक रमेश द्वारा चयनित एवं अनुदित पुस्तक ‘किम सोवल की कविताएं’ का लोकार्पण किया। एक अन्य कार्यक्रम ‘कविसंधि’ में प्रख्यात कवि दिविक रमेश ने अपनी साहित्यिक यात्रा एवं अनुभव साझा करते हुए अपनी कविताएं प्रस्तुत कीं। उन्होंने कहा कि साहित्य मनुष्यता को बचाने का कार्य करता है।
प्रकाश मनु द्वारा लिखी पुस्तकों के शीर्षक थे- ‘आओ मिलकर खेले नाटक’, ‘तुम भी पढ़ोगे जस्सू?’, ‘लो नाव चली कुक्कू की’ एवं ‘आहा रसगुल्ले’। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि मैं कहानी लिखते हुए परंपरा, यथार्थ, नैतिक बोध जैसे भारी-भरकम शब्दों से परहेज करता हूं और कहानी की रोचकता का ध्यान रखता हूं जिससे बच्चे उन्हें रुचिपूर्वक पढ़ सकें। उन्होंने अपनी लोकार्पित नई किताबों के बारे बताते हुए कहा कि यह सब किताबें वर्तमान परिदृश्य में बच्चों की पसंद को ध्यान में रखते हुए लिखी गई हैं। लोकार्पण पर प्रख्यात बाल साहित्यकार दिविक रमेश, शकुंतला कालरा एवं श्याम सुशील भी उपस्थित रहे।
‘किम सोवल की कविताएं’ के लोकार्पण पर दिविक रमेश ने कहा कि किम सोवल ने बिछोह को भी ऐसी सुंदरता से प्रस्तुत किया कि वह एक मिसाल बन गया। बत्तीस वर्ष की अल्पायु में ही उन्होंने सबसे लोकप्रिय कोरियाई कवि होने का गौरव पाया। उन्होंने अनुवाद के दौरान मूल भाषा के ज्ञान की महत्व को बताते हुए कहा कि कोई भी अनुवाद तभी पाठकों के नजदीक पहुंचता है जबकि उसमें स्थानीयता का भरपूर रंग प्रयुक्त किया जाए।
उन्होंने किम सोवल की दो प्रसिद्ध प्रेम कविताएं भी प्रस्तुत कीं। लेखक मंच पर आयोजित कविसंधि कार्यक्रम के अंतर्गत दिविक रमेश ने दर्जनभर कविताएं प्रस्तुत कीं और अपनी रचना प्रक्रिया को भी साझा किया। उन्होंने श्रोताओं के प्रश्नों के उत्तर भी दिए।
हिन्दुस्थान समाचार/प्रभात/आकाश
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