साहित्य अकादमी द्वारा प्रवासी मंच कार्यक्रम का आयोजन, अनुराग शर्मा ने प्रस्तुत कीं अपनी रचनाएं
नई दिल्ली, 29 दिसंबर (हि.स.)। पिट्सबर्ग, अमेरिका से दिल्ली पहुंचे लेखक अनुराग शर्मा ने शुक्रवार को ‘प्रवासी मंच’ के अंतर्गत अपनी रचनाएं प्रस्तुत कीं। अमेरिका से जून 2016 से प्रकाशित हो रही ऑनलाइन मासिक पत्रिका ‘सेतु’ के संस्थापक एवं संपादक अनुराग शर्मा ने सर्वप्रथम अपने अप्रकाशित उपन्यास का एक अंश प्रस्तुत किया, जो एक मृत व्यक्ति का आत्म संस्मरण था। इसमें मृतक अतीत को इस तरह देख रहा है मानो जीवित रहते हुए भी वह जीवित नहीं था। अर्थात् वह रोजाना अपना जीवन इस तरीके से बिता रहा था कि उसमें जीवन का कोई अंश ही नहीं था।
इसके बाद उन्होंने ‘गंधहीन’ शीर्षक से कहानी प्रस्तुत की, जिसमें विदेशों में रह रहे एक भारतीय परिवार के बिखरते रिश्तों को दर्शाया गया था, जो कि वहां के जन-जीवन में रच-बस गया था कि भारतीय होने के जरा से भी प्रयास को अनदेखा ही नहीं बल्कि उपहास का प्रतीक बना रहा था। उनकी प्रस्तुत की गई अंग्रेजी कहानी एक ऐसी लड़की की कहानी थी जो विदेश से वापस भारत नहीं आना चाहती है और वहां के दुख भरे जीवन को अपनाने को तैयार है।
अनुराग शर्मा के रचना-पाठ के बाद वहां उपस्थित श्रोताओं से उनसे सेतु पत्रिका अमेरिका में हिंदी लेखन एवं प्रकाशन की स्थिति के बारे में कई सवाल पूछे। जिनके जवाब में उन्होंने बताया कि वहां हिंदी किताबें मिलना बेहद मुश्किल होता है। भारत से जब कोई आता-जाता है तभी किताबें मंगवा पाना संभव होता है जिसे हम आपस में बांटकर पढ़ते हैं। कार्यक्रम का संचालन अकादमी के संपादक (हिंदी) अनुपम तिवारी ने किया।
हिन्दुस्थान समाचार/ विजयलक्ष्मी/जितेन्द्र
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