नकली नोट छापने वाले मदरसे में मिलीं आरएसएस से जुड़ीं किताबें
प्रयागराज, 03 सितम्बर (हि.स.)। प्रयागराज के मदरसा जामिया हबीबिया मस्जिदे आजम में जाली करेंसी छापने के साथ ही एक और बड़ा सनसनीखेज खुलासा हुआ है। इस मदरसे में छापेमारी के दौरान पुलिस टीमों को आरएसएस से जुड़ी कई किताबें मिलीं हैं। इन किताबों में आरएसएस को देश का सबसे बड़ा आतंकी संगठन कहा गया है।
मदरसे के प्रिंसिपल मौलवी मोहम्मद तफसीरुल आरीफीन के कमरे में आरएसएस के ऊपर लिखी गईं आपत्तिजनक किताबें, तस्वीरें मिलने के बाद मामला और गम्भीर हो गया है। अब इसे लेकर बवाल खड़ा हो गया है। खुफिया एजेंसियों ने इसे लेकर जांच तेज कर दी है। आशंका जतायी जा रही है कि मदरसे में पढ़ने वाले कई राज्यों के बच्चों को आरएसएस को आतंकी संगठन बताकर उनका ब्रेन वॉश किया जा रहा था।
फिलहाल इस मामले में कोई अधिकारी बोलने काे तैयार नहीं है। सूत्रों की मानी जाय तो किताब के लेखक एसएम मुशर्रफ महाराष्ट्र पुलिस के पूर्व आईजी हैं। किताब में मुम्बई 26/11 हिन्दू अटैक बताया गया है। पाकिस्तान के डॉन अखबार ने किताब की तारीफ में लेख लिखा था। डॉन ने लिखा कि इंडिया का एक आईजी खुद कह रहा है कि ये हमला पाकिस्तान ने नहीं किया था। किताब उर्दू में लिखी गयी है। पुलिस ने इसका हिन्दी में अनुवाद करवाया। हिन्दी अनुवाद की कॉपी भी भेजी गई है।
बता दें कि, अतरसुइया के मदरसे से पहले नकली नोट बरामद हुए। अब ऐसी किताबें बरामद हुई हैं जिनमें आरएसएस और हिन्दुओं को आतंकवादी बताया गया है। किताब का नाम देख पुलिस दंग रह गई। नकली नोट छापने के आराेप में हाल ही में पुलिस ने छापा मारकर मदरसे के मौलाना सहित 4 लोगों को गिरफ्तार किया था।
हिन्दुस्थान समाचार / विद्याकांत मिश्र
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