कटे हुए हाथ को आरएमएल अस्पताल के डॉक्टरों ने नौ घंटे में जोड़ा
नई दिल्ली, 3 अक्टूबर (हि.स.)। हरियाणा के बहादुरगढ़ के रहने वाले एक 24 वर्षीय फैक्ट्री कर्मचारी का कटा हुआ हाथ दिल्ली के राम मनोहर लोहिया अस्पताल ने माइक्रोवैस्कुलर तकनीक से सफल ऑपरेशन कर जोड़ दिया। सर्जरी के बाद मरीज अब बिलकुल ठीक है। नौ घंटे चले इस ऑपरेशन में सर्जरी टीम में वरिष्ठ निवासी डॉ. सोनिका, डॉ. सुकृति, डॉ. धवल, डॉ. बुली और डॉ. विग्नेश और ऑर्थोपेडिक्स से डॉ. मंजेश और डॉ. शुभम शामिल थे।
घटना के अनुसार 29 सितंबर को 24 वर्षीय फैक्ट्री कर्मचारी का लेजर वुडकटर मशीन पर काम करते हुए दाहिना हाथ पूरी तरह से कट कर अलग हो गया। कर्मचारी ने खुद अपना कटा हुआ हाथ उठाया और स्थानीय अस्पताल पहुंचा। वहां से उसे दिल्ली के डॉ. राम मनोहर लोहिया (आरएमएल) अस्पताल रेफर कर दिया गया, जहां उसे तुरंत प्लास्टिक सर्जरी विभाग में भर्ती किया गया। मरीज की हालत देख प्रोफेसर डॉ. मुकेश शर्मा के नेतृत्व में एक टीम ने तुरंत एनेस्थीसिया टीम को सतर्क किया। ओटी, ऑर्थोपेडिक टीम, ओटी नर्सिंग और पैरामेडिकल स्टाफ, ब्लड बैंक और लैब और उन्हें तुरंत ऑपरेशन थिएटर में ले जाया गया और हड्डियों और टेंडन को ठीक करके और माइक्रोस्कोप के तहत धमनियों, नसों और नसों को जोड़कर हाथ को फिर से लगाने में लगभग 9 घंटे लग गए।
आरएमएल अस्पताल के निदेशक प्रोफेसर डॉ. समीक भट्टाचार्य ने बताया कि यदि कटे हुए हिस्से को छह घंटे से कम समय में अस्पताल लाया जाता है तो सफल पुनर्रोपण की अच्छी संभावना होती है। उन्होंने कहा कि कटे हुए हिस्से को पानी से साफ किया जाना चाहिए या, एक सीलबंद वॉटरटाइट बैग में रखा जाना चाहिए। फिर बैग को आइस बॉक्स में रखना चाहिए।
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हिन्दुस्थान समाचार / विजयालक्ष्मी
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