कूनो में सफल हुआ है चीतों का पुनर्स्थापन: केंद्रीय मंत्री
- श्योपुर जिले में 71.89 करोड़ के विकास कार्यों का लोकार्पण एवं शिलान्यास, 350 चीता मित्रों को मिली साइकिल
भोपाल, 26 फरवरी (हि.स.)। केंद्रीय वन, पर्यावरण एवं जलवायु परिवर्तन मंत्री भूपेंद्र यादव ने कहा कि श्योपुर में क्रियान्वित चीता परियोजना स्थानीय निवासियों के सहयोग से सफलतापूर्वक संचालित हो रही है। यहां चीतों का पुनर्स्थापन सफल हुआ है। यह दुनिया का अपनी तरह का पहला ऐसा सफल प्रकल्प है, जहां चीतों का ट्रांसलोकेशन अंतर्महाद्वीपीय आधार पर किया गया। चीतों ने यहां के मौसम के अनुकूल रहवास करते हुए तमाम आशंकाओं को भी दूर किया। यहां 20 चीते लाए गए थे, परिस्थितियों के कारण कुछ चीते नहीं रहे लेकिन आज इनकी संख्या 21 है और सभी निरंतर भ्रमण कर रहे हैं। निश्चित ही इस क्षेत्र में लघु और दीर्घकालिक योजनाओं के क्रियान्वयन से हम आगे बढ़ेंगे।
केंद्रीय मंत्री यादव सोमवार को श्योपुर के सेंसईपुरा में चीता मित्र सम्मेलन को संबोधित कर रहे थे। कार्यक्रम में मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव भी मौजूद रहे। इस अवसर पर उन्होंने 71.89 करोड़ के विकास कार्यों का लोकार्पण एवं शिलान्यास किया। मुख्यमंत्री और केन्द्रीय मंत्री ने कार्यक्रम में 350 चीता मित्रों को साइकिल वितरण भी किया।
वन्य प्राणियों के साथ जीवन भारतीय संस्कृति की विशेषता
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा कि श्योपुर जिले में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की कल्पना साकार हो रही है। एशिया से 70 वर्ष पहले चीता प्रजाति चली गई थी। यहां वन्यप्राणियों के लिए स्थान आरक्षित कर विशेष प्रयासों से चीता पुनर्स्थापन हुआ है। एक समय था जब गांधी सागर क्षेत्र में भी चीते रहे होंगे, क्योंकि वहां ऐसे चित्रांकन प्राप्त हुए हैं। प्रकृति से छेड़छाड़ और अन्य कारण से विलुप्त हो रहे वन्य प्राणियों का संरक्षण संभव हो रहा है। मध्यप्रदेश टाइगर, गिद्द, तेंदूआ के साथ चीतों की संख्या की दृष्टि से देश में प्रथम है। वन्य प्राणियों के साथ जीवन जीना भारतीय संस्कृति की विशेषता है।
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि वन्य प्राणी संरक्षण के साथ अर्थव्यवस्था में परिवर्तन भी लाया जा रहा है। इसके लिए सिर्फ वन विभाग पर निर्भर न होकर समस्त विभागों का सहयोग लिया जा रहा है। उन्होंने कहा कि पालपुर कूनो क्षेत्र में स्थानीय निवासियों की निर्धनता को समाप्त करने के लिए उन्हें विभिन्न रोजगारों से जोड़ा जा रहा है। पर्यटन सहित अन्य क्षेत्रों में उन्हें कार्य और रोजगार का अवसर दिया जा रहा है।
मुख्यमंत्री ने क्षेत्र के विकास के लिए महत्वपूर्ण घोषणाएं की
मुख्यमंत्री ने कहा कि श्योपुर में नए विकास कार्यों की शुरूआत हो रही है। जहां कूनो में नदी पर पुल निर्माण के लिए 37 करोड़ की राशि खर्च होगी, वहीं आज सात करोड़ रुपये लागत की नलजल योजना का भूमिपूजन भी किया गया। स्थानीय निवासियों को आशियाना बनाने के लिए दो लाख के स्थान पर ढाई लाख रुपये की राशि दी जा रही है। मुख्यमंत्री डॉ यादव ने कहा कि क्षेत्र में 19 करोड़ रुपये लागत से पानीवरदा से चिकित्सा महाविद्यालय तक सड़क का निर्माण किया जाएगा। एक पृथक अस्पताल भी प्रारंभ होगा। कूनो क्षेत्र में पेट्रोल पम्प की व्यवस्था भी होगी, ताकि स्थानीय निवासियों को दूर नहीं जाना पड़े। चीता मित्रों को साइकिल प्रदान की गई है। भविष्य में इन्हें आवश्यकतानुसार मोटर साइकिल भी दी जाएगी। रोजगार साधन निरंतर बढ़ाए जाएंगे। विभागों द्वारा सम्मिलित रूप से कार्य किया जाएगा और समन्वित विकास योजना का क्रियान्वय किया जाएगा। राजस्व ग्रामों के साथ वन ग्रामों में आवश्यक सुविधाएं विकसित करने के कदम उठाए जाएंगे।
कार्यक्रम में वन एवं पर्यावरण मंत्री नागर सिंह चौहान ने कहा कि पालपुर कूनो क्षेत्र के आर्थिक विकास की राह खुल गई है। चीता परियोजना को जन सहयोग मिल रहा है। विधायक रामनिवास रावत ने भी कार्यक्रम को संबोधित किया। इस मौके पर बड़ी संख्या में जनप्रतिनिधि और नागरिक उपस्थित थे।
हिन्दुस्थान समाचार / मुकेश/संजीव
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