मप्रः दुआ-ए-खास के साथ मजहबी समागम आलमी तब्लीगी इज्तिमा का समापन
- 10 लाख लोग हुए शामिल, मौलाना साद ने दिया नमाज की पाबंदी रखने पर जोर
भोपाल, 11 दिसंबर (हि.स.)। मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल के ईंटखेड़ी घासीपुरा में चल रहे मुस्लिम समुदाय के चार दिवसीय अंतरराष्ट्रीय समागम आलमी तब्लीगी इज्तिमा का सोमवार को दुआ-ए-खास के साथ समापन हो गया। दुआ-ए-खास में देश-दुनिया के करीब 10 लोगों ने शिरकत की। आधे घंटे चली दुआ में दिल्ली मरकज के मौलाना मोहम्मद साद ने दुनिया में अमन-चैन के साथ मुल्क की तरक्की के लिए भी दुआ कराई। इसके बाद लोग इज्तिमागाह से रुखसत होना शुरू हो गए।
आलमी तब्लीगी इज्तिमा के अंतिम दिन दुआ-ए-खास से पहले सुबह फजिर की नमाज के बाद मौलाना मोहम्मद साद का खास बयान हुआ। उन्होंने अपने बयान में नमाज की पाबंदी करने पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि हमें हर हाल में हक के रास्ते पर चलना है। इसी के साथ ईमानदारी भी बरतनी है और हक पर कायम रहना है। इस दौरान उन्होंने जमातों में निकलने वाले लोगों को इस सफर में अपनाए जाने वाले अखलाक, रखे जाने वाले ख्याल और किए जाने वाले काम समझाए।
भोपाल के ईंटखेड़ी घासीपुरा में आठ दिसंबर को इज्तिमा का आगाज हुआ, जिसमें देश के साथ-साथ विदेशों से आई जमातों ने शिरकत की। रविवार को सुबह से देर रात तक मुस्लिम समाज के लोगों के पहुंचने का सिलसिला जारी रहा। सोमवार को सुबह दुआ-ए-खास में मौलाना मोहम्मद साद ने 10 लाख से अधिक के मजमे में दुआ करवाई। दुआ सुबह 10.10 पर शुरू हुई, जिसका समापन 10.36 पर हुआ। दुआ में उन्होंने दुनिया में अमन-चैन के साथ मुल्क की तरक्की और भलाई मांगी। उनके लफ्जों पर चारों तरफ आमीन की सदाए गूंजती रही।
इज्तिमा स्थल पर 26 मिनट की दुआ के दौरान हर तरफ पिन ड्रॉप साइलेंट का माहौल और वातावरण रहा। सिर्फ मौलाना की आवाज और लोगों का आमीन सुनाई दिया। बड़े मजमें ने खुदा की बारगाह में हाथ उठाकर अमन-चैन, खुशहाली और अच्छे स्वास्थ्य की दुआ मांगी।
दुआ खत्म होने के बाद लोगों का इज्तिमा स्थल से अपने घरों की और रवानगी का सिलसिला जारी है। इज्तिमा स्थल से चारों तरफ के रास्तों पर सिर्फ वाहन ही वाहन नजर आ रहे हैं। इज्तिमा कमेटी के वालेंटियर बारी-बारी से पार्किंग खोल कर व्यवस्था के अनुरूप वाहनों को छोड़ रहे हैं। इतना बड़ा मजमा होने के बावजूद ट्रैफिक जाम की स्थिति निर्मित नहीं होने दी गई। चार दिनों का आयोजन पूरे समय क्लीन ग्रीन और डस्ट फ्री रहा। लाखों लोगों की चहल-पहल से उड़ने वाली धूल को भी इस बार पानी के छिड़काव से रोका गया। हर चार घंटे में स्प्रिंकलर से पानी का छिड़काव किया गया। इज्तिमा शुरू होने से कई दिन पहले ये प्रक्रिया शुरू कर दी गई थी, जो आयोजन के दौरान भी सतत जारी रही।
प्रबंधन ने बताया कि कचरा प्रबंधन के लिए सैंकड़ों कार्यकर्ता सतत काम पर लगे हुए थे। इसमें नगर निगम कर्मचारी और निजी वोलेंटियर्स शामिल थे। इसके साथ ही सीवेज ट्रीटमेंट की व्यवस्था संभालने के लिए करीब 4500 वालेंटियर्स तैनात किए गए थे। इसके अलावा यातायात व्यवस्था देखने के लिए पूरे मार्ग पर 5000 से ज्यादा वालेंटियर पाबंद किए गए हैं। साथ ही इज्तिमा की व्यवस्था के लिए भी बड़ी तादाद में कार्यकर्ता सेवा में लगे हुए थे।
पाकिस्तान को छोड़कर इन देशों की जमातों ने की शिरकत
चार दिवसीय इज्तिमा में करीब 10 लाख लोग जुटे। इस बार भी पाकिस्तान को छोडकर अनेक देशों की जमातों ने इसमें शिरकत की। इनमें अमेरिका, इंडोनेशिया, मलेशिया, बांग्लादेश, साउथ अफ्रीका, जार्डन, अफगानिस्तान, कनाडा सहित अन्य देशों की जमातें भी शामिल हैं। पड़ोसी मुल्क से खराब राजनीतिक संबंधों की वजह से एक भी जमात शामिल नहीं हुई।
हिन्दुस्थान समाचार / मुकेश/प्रभात
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