एनसीडब्ल्यू की तथ्यान्वेषी टीम ने किया आशा किरण आश्रय गृह का दौरा, कहा-स्थिति खतरनाक
नई दिल्ली, 2 अगस्त (हि.स.)। दिल्ली के रोहिणी में स्थित आशा किरण आश्रय गृह में हुई 14 लोगों की मौत के मामले की जांच के लिए राष्ट्रीय महिला आयोग (एनसीडब्ल्यू) की एक तथ्यान्वेषी टीम ने आज वहां का दौरा किया। आयोग की अध्यक्ष रेखा शर्मा ने इस टीम का नेतृत्व किया। रेखा शर्मा ने आशा किरण आश्रय गृह की स्थिति को दुखद और खतरनाक बताया ।
उन्होंने बताया कि प्रारंभिक जांच में पाया गया कि आश्रय गृह में 255 लोगों को समायोजित करने की जगह है लेकिन इसमें 493 महिलाएं रह रही हैं। इसके साथ आश्रय गृह में साफ -सफाई की कमी है और स्वास्थ्य संबंधी व्यवस्था भी नहीं है। अधिकांश मौतें बुखार, दस्त जैसे लक्षणों से जुड़ी थीं। यह भी देखा गया कि संस्थान में दूषित भोजन और पानी, कुपोषित बासी भोजन परोसा जा रहा था।
रेखा शर्मा ने बताया कि आश्रय गृह में वॉशरूम की संख्या अपर्याप्त है, जो वहां रह रही महिलाओं के लिए विषम परिस्थितियां पैदा कर रही हैं। इसके साथ वहां स्टाफ अपर्याप्त होने के साथ अकुशल सहायक कर्मियों को रखा गया है। उन्होंने बताया कि इस घटना के लिए प्रशासनिक चूक भी जिम्मेदार है । उच्च अधिकारियों को स्थिति की रिपोर्ट देने में देरी हुई है। मेडिकल जांच में भी देरी की गई।
आयोग ने बताया कि इस तरह की बुनियादी समस्याओं की दिक्कतें कई वर्षों से बनी हुई थीं, जिसे डॉक्टरों ने बार-बार उठाया लेकिन किसी ने कोई सुध नहीं ली। प्रारंभिक जांच में राष्ट्रीय महिला आयोग की अध्यक्ष ने तत्काल सुधारात्मक उपाय करने की सिफारिशें की हैं, जिनमें वहां रह रहीं सभी महिलाओं और बच्चों की स्वास्थ्य जांच और साफ -सफाई सुनिश्चित करना, पीने का पानी और पौष्टिक भोजन उपलब्ध कराना, कुशल कर्मचारियों की भर्ती और प्रशिक्षण देना शामिल है। इसके साथ ही इस प्रशासनिक चूक की जांच के साथ सभी जिम्मेदार लोगों के खिलाफ कार्रवाई की जाए। आशा किरण आश्रय गृह की विस्तृत रिपोर्ट और सुझाव दिल्ली के उपराज्यपाल को सौंपी जाएगी।
हिन्दुस्थान समाचार
हिन्दुस्थान समाचार / विजयालक्ष्मी / दधिबल यादव
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