अनुच्छेद 370 के निरस्त होने के बाद जम्मू-कश्मीर में हुए पहले राज्य सभा चुनाव में नेशनल कॉन्फ्रेंस ने तीन और भाजपा ने एक सीट जीती

WhatsApp Channel Join Now

श्रीनगर, 24 अक्टूबर (हि.स.)। नेशनल कॉन्फ्रेंस (एनसी) ने शुक्रवार को जम्मू-कश्मीर से राज्य सभा की चार में से तीन सीटें जीत लीं जबकि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) एक सीट जीतने में कामयाब रही। यह चुनाव कड़े राजनीतिक दांव-पेंच से भरा रहा।

अनुच्छेद 370 के निरस्त होने के बाद पहली बार जम्मू-कश्मीर की चार राज्यसभा सीटों के लिए चुनाव हुए। यह पहली बार है जब केंद्र शासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर से संसद के ऊपरी सदन के सदस्य चुने गए हैं।

इससे पहले दिन में श्रीनगर स्थित विधानसभा परिसर में मतदान हुआ, जहां विधायकों ने तीन मतदान केंद्रों पर अपने मताधिकार का प्रयोग किया।

एनसी के चौधरी मुहम्मद रमजान, सज्जाद किचलू और गुरविंदर सिंह ओबेरॉय विजयी हुए जबकि भाजपा के सत शर्मा ने चौथी सीट जीती।

अंतिम सीट के लिए मुकाबला मतगणना के अंतिम दौर तक अनिश्चित बना रहा, दोनों ही दलों ने अपनी संख्या पर विश्वास जताया।

कांग्रेस, पीडीपी, माकपा और कई निर्दलीय उम्मीदवारों के समर्थन से नेशनल कॉन्फ्रेंस को तीन सीटों में आरामदायक बहुमत मिला जबकि भाजपा ने अपने गुट के भीतर अनुशासित मतदान के ज़रिए एक सीट पर कब्ज़ा बनाए रखा।

दोनों पक्षों के पार्टी नेताओं ने इस परिणाम को विधानसभा में अपनी-अपनी ताकत का परिचायक बताया।

उल्लेखनीय है कि जम्मू-कश्मीर में सत्तारूढ़ नेशनल कॉन्फ्रेंस की राज्य सभा की सभी चार सीटों पर कब्ज़ा करने की योजना को भाजपा ने पटरी से उतार दिया।

अपनी शांत लेकिन सोची-समझी राजनीतिक चालों के लिए जाने जाने वाले 48 वर्षीय भाजपा नेता सुनील शर्मा पिछले दो हफ़्तों से चौथी सीट पर भाजपा की जीत सुनिश्चित करने के लिए पर्दे के पीछे काम कर रहे थे। कांग्रेस, पीडीपी और सभी निर्दलीय विधायकों द्वारा दिन में ही नेशनल कॉन्फ्रेंस को अपना समर्थन सार्वजनिक रूप से घोषित करने के बाद पार्टी के लिए हालात बहुत ज़्यादा खराब थे।

संख्यात्मक बढ़त के साथ एनसी के नेतृत्व वाला गठबंधन तीसरी और चौथी दोनों सीटें जीतने की स्थिति में था। भाजपा की संभावनाएं कम लग रही थीं, खासकर जब निर्दलीय शब्बीर कुल्ली और शेख खुर्शीद ने भाजपा को रोकने के लिए सत्तारूढ़ गठबंधन को वोट देने की घोषणा की।

हालांकि, क्रॉस-वोटिंग और 7-8 विधायकों द्वारा जानबूझकर वोट रद्द करने से भाजपा को चौथी सीट जीतने में मदद मिली जिससे जम्मू-कश्मीर से उसका दूसरा सांसद राज्यसभा में पहुंच गया।

-----------------

हिन्दुस्थान समाचार / बलवान सिंह

Share this story