काशी पूर्वांचल के बड़े आरोग्य केंद्र व हेल्थकेयर हब के रूप में विख्यात हो रही: नरेन्द्र मोदी

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काशी पूर्वांचल के बड़े आरोग्य केंद्र व हेल्थकेयर हब के रूप में विख्यात हो रही: नरेन्द्र मोदी


काशी पूर्वांचल के बड़े आरोग्य केंद्र व हेल्थकेयर हब के रूप में विख्यात हो रही: नरेन्द्र मोदी


 

प्रधानमंत्री ने आरजे शंकर नेत्र अस्पताल को आमजन के लिए किया समर्पित

शंकराचार्य विजयेंद्र सरस्वती बोले- नरेन्द्र मोदी के कारण देश में हो रहा विकास
वाराणसी, 20 अक्टूबर (हि.स.)। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने रविवार को यहां के हरिहरपुर स्थित आरजे शंकर नेत्र अस्पताल को आमजन के लिए समर्पित किया। इस अवसर पर प्रधानमंत्री ने कहा कि उन्हें शंकराचार्य जी के दर्शन का, प्रसाद पाने का और आशीर्वाद प्राप्त करने का सौभाग्य मिला है। शंकराचार्य के आशीर्वाद से ही काशी से पूर्वांचल को एक और आधुनिक अस्पताल मिल गया। भगवान शंकर की नगरी में शंकरा आई हॉस्पिटल आज से जन-जन के लिए समर्पित है। वे वाराणसी समेत पूर्वांचल के सभी परिवारीजनों को बहुत-बहुत बधाई देते हैं। प्रधानमंत्री ने कहा कि अस्पताल काशी और इस क्षेत्र के आने वाले लोगों के जीवन से अंधकार दूर करेगा, उन्हें प्रकाश की ओर ले जाएगा। यह अस्पताल एक प्रकार से आध्यात्मिकता और आधुनिकता का संगम है। ये अस्पताल बुजुर्गों की भी सेवा करेगा और बच्चों को भी रोशनी देगा। यहां बहुत बड़ी संख्या में गरीबों को मुफ्त इलाज मिलने वाला है। युवाओं के लिए रोजगार के नए अवसर भी लेकर आया है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि मेडिकल कॉलेज के छात्र यहां इंटर्नशिप कर पाएंगे। प्रधानमंत्री ने कहा कि दस साल पहले तक दिमागी बुखार के लिए ब्लॉक स्तर पर उपचार के केंद्र तक नहीं थे। पहले की सरकार कुछ नहीं करती थीं। बीते दशक में काशी ही नहीं पूर्वांचल में स्वास्थ्य सेवाओं का विस्तार हुआ है। दस सालों में दस हजार से ज्यादा नए बेड जोड़े गए हैं। पांच हजार आयुष्मान आरोग्य मंदिर बनाए गए हैं। आज बीस से ज्यादा डायलसिस की सुविधा मिल रही है। हेल्थ केयर के प्रति पुरानी सोच को बदल दिया है। काशी की पहचान अनंतकाल से धर्म और संस्कृति की राजधानी के रूप में रही थी, अब काशी यूपी के पूर्वांचल के बड़े आरोग्य केंद्र, हेल्थकेयर हब के रूप में भी विख्यात हो रही है। काशी की पहचान स्वास्थ्य सेवाओं की वजह से भी होती है। काशी में कैंसर के लिए भी आधुनिक अस्पताल हैं। पहले इलाज के लिए मुंबई दिल्ली जाना होता था। अब यहीं पर इलाज हो जा रहा है। झारखंड बिहार से भी लोग यहां इलाज के लिए आ रहे हैं। काशी नवजीवन दायिनी भी बन रही है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि इस पावन महीने (कार्तिक) में काशी आना एक पुण्य अनुभूति का अवसर होता है। यहां काशीवासियों के साथ ही संतजनों और परोपकारी लोग भी हैं। इससे सुखद सहयोग भला क्या हो सकता है। प्रधानमंत्री ने 90 करोड़ की लागत से निर्मित इस अस्पताल का लोकार्पण करने के बाद विशेष प्रदर्शनी का अवलोकन किया। इस अस्पताल की स्थापना शंकरा आई हॉस्पिटल, प्रमुख निवेशक राकेश झुनझुनवाला परिवार और शंकरा आई फाउंडेशन (तमिलनाडु) के कांची कामकोटि मेडिकल ट्रस्ट के सहयोग से की गई है।
कार्यक्रम में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि पिछले 10 वर्ष में काशी में विकास का नया रूप देखने को मिल रहा है। शिक्षा, स्वास्थ्य के क्षेत्र में नित नए प्रतिमान बन रहे हैं। विकास और सेवा के क्षेत्र में नए-नए प्रकल्प यहां काशी में जुड़ रहे हैं। लगभग ढाई हजार करोड़ रुपये की लागत से केवल स्वास्थ्य के क्षेत्र में यहां पर कार्य संपन्न हुआ है। बीएचयू में 430 बेड सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल,ईएसआईसी हॉस्पिटल में 150 बेड सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल का निर्माण कर उत्तर प्रदेश, बिहार और आसपास के नागरिकों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध करवाने की कार्रवाई यहां पर आगे बढ़ी है। वाराणसी में अस्पताल खोलने के लिए मुख्यमंत्री ने आरजे शंकर नेत्र अस्पताल प्रबंधन का आभार जताया। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश पूरी दुनिया में विकास का नया मॉडल है। आने वाले दिनों में गरीबों और आम जनता के लाभ के लिए कई योजनाएं चलाई जाएंगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि काशी की सेवा और विकास के अभियान में एक नई कड़ी जुड़ गई है। इसके लिए प्रधानमंत्री मोदी का अभिनंदन है। जगद्गुरु शंकराचार्य महाराज की प्रेरणा से 1977 से शुरू हुआ अभियान देश के विभिन्न क्षेत्रों में लोगों के जीवन में नई रोशनी लाने का काम कर रहा है।
कार्यक्रम में कांची कामकोटि पीठ के शंकराचार्य जगद्गुरु विजयेन्द्र सरस्वती ने भी आर्शीवचन दिया। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व की जमकर सराहना की। उन्होंने कहा कि देश में जो विकास हो रहा है इसका मुख्य कारण है कि हमको अच्छे नेता मिले हैं। ईश्वर की कृपा की वजह से ही नरेन्द्र मोदी मिले हैं। अच्छे नेता भी ईश्वर कृपा से मिलते हैं। उन्होंने कहा कि समाज में व्यक्ति भी मुख्य है और व्यक्तित्व भी मुख्य है। सबको जोड़ने वाला नेता भी चाहिए। भारत की विशेषता के लिए धर्म और संस्कृति का विकास होना बहुत जरूरी है। बहुमुखी प्रदेश के उज्ज्वल भविष्य के लिए यह सब जरूरी है। इसके लिए उत्तर प्रदेश में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी शांति के लिए अच्छा काम कर रहे हैं।
इसके पहले प्रधानमंत्री मोदी ने कांची कामकोटि पीठ के शंकराचार्य जगदगुरू विजयेन्द्र सरस्वती से आर्शीवाद लिया और उनका कुशलक्षेम पूछा। अस्पताल के उद्घाटन के अवसर पर राज्यपाल आनंदीबेन पटेल, उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक, एस वी बालासुब्रमण्यम (चेयरमैन, एसईएफआई), पद्मश्री डाॅ आरवी रमणी (संस्थापक और मैनेजिंग ट्रस्टी, शंकरा आई फाउन्डेशन इंडिया), मुरली कृष्णामूर्ति (एक्ज़ीक्यूटिव चेयरमैन शंकरा आई फाउन्डेशन) आदि भी मौजूद रहे।
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हिन्दुस्थान समाचार / श्रीधर त्रिपाठी

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