Propose Day 2025: जानें इस दिन का इतिहास और इससे जुड़ी कुछ दिलचस्प बातें
जब हम प्यार में होते हैं,तो सामने वाले व्यक्ति से जल्द से जल्द प्यार का इजहार करना चाहते हैं। इसी को तो प्रपोज करना कहा जाता है। अपने प्रपोजल के जरिए अपने प्यार के सामने दिल खोल कर रख देते हैं।फरवरी महीने की 8 तारीख को प्रपोज डे मनाया जाता है। लेकिन क्या आपने कभी सोचा कि प्रपोज शब्द कहा से आया और इस दिन की शुरुआत कैसे हुई?इस लेख में आज हम आपको प्रपोज डे के इतिहास के बारे में बताने जा रहे हैं।
कपल्स के लिए खास है ये दिन
कपल्स के लिए प्रपोज डे बेहद ही खास होता है। साथ ही वो लोग जो किसी से प्यार करते हैं लेकिन अपने दिल की बात कहने के लिए किसी खास दिन का इंतजार करते हैं। उनके लिए प्रपोस डे बेस्ट डे है।
प्रपोज डे का इतिहास

प्रपोज डे के इतिहास को लेकर कई तरह की कहानियां प्रचलित हैं। कहा जाता है कि साल 1477 में ऑस्टियाई आर्कड्यूक मैक्सिमिलियन ने मैरी ऑफ बरगंडी को डॉयमंड की रिंग देकर अपने दिल की बात कही थी। ऐसी ही एक स्टोरी 1816 से जुड़ी हुई है जिसमें प्रिंसेस चार्लोट ने अपने होने वाले लाइफ पार्टनर को प्रपोज किया था। ऐसा कहा जाता है, कि तब से वैलेंटाइन डे वीक का दूसरा दिन यानी प्रपोज डे मनाने की परंपरा शुरू हुई। ऑरिया ऑफ जैकोबस की बुक में वैलेंटाइन डे का जिक्र हुआ है। इस महीने को लव मंथ कहा जाता है।
घुटने पर बैठकर क्यों करते हैं प्रपोज

प्रपोज करते समय अक्सर लोग घुटने पर बैठकर अपने दिल की बात करते हैं। घुटने पर बैठकर प्रपोज (आखिर क्यों करते हैं प्रपोज डे पर इजहार) करने को लेकर लोगों का मानना है कि यह तरीका वादे और इज्जत को दर्शाता है। घुटने पर बैठकर प्रपोज करने की परंपरा मध्यकालीन युग से शुरू हुई थी।
प्रपोज करते समय इस बात का रखें ध्यान
अपने दिल की बात कहते समय अपने पार्टनर की पसंद नापसंद का ध्यान रखे।
आप जिससे अपने दिल की बात कर रहे हैं उस पर प्रेशर न डालें।
बात करते हुए शब्दों का चुनाव सही करें।
प्रपोज करते समय झूठ ना बोलें।
पार्टनर को कोई स्पेशल गिफ्ट दें।

