छत्रपति शिवाजी महाराज को मराठा साम्राज्य तक सीमित करने का काम विदेशी इतिहासकारों ने किया: दत्तात्रेय होसबाले

छत्रपति शिवाजी महाराज को मराठा साम्राज्य तक सीमित करने का काम विदेशी इतिहासकारों ने किया: दत्तात्रेय होसबाले
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छत्रपति शिवाजी महाराज को मराठा साम्राज्य तक सीमित करने का काम विदेशी इतिहासकारों ने किया: दत्तात्रेय होसबाले


नई दिल्ली, 17 जनवरी (हि.स.)। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरकार्यवाह दत्तात्रेय होसबाले ने बुधवार को कहा कि देश में इतिहासकारों ने कई महापुरुषों, राष्ट्रनायकों को छोटे नायकों के रूप में प्रस्तुत किया। जबकि उन नायकों ने हिन्दवी स्वराज के लिए अपना जीवन समर्पित किया। छत्रपति शिवाजी महाराज को उस समय के धर्मविरोधी, विदेशी ताकतों ने नहीं हराया बल्कि हमारे इतिहासकारों और उनकी संकुचित भावनाओं ने हरा दिया। उन्हें मराठा राजा के रूप में प्रस्तुत किया, जबकि वे हिन्दवी स्वराज के लिए जीवन भर लड़ते रहे, यही उनका उद्गार रहा है। दत्तात्रेय होसबाले बुधवार को छत्रपति शिवाजी महाराज के राज्याभिषेक के 350 वर्ष के मौके पर अंबेडकर इंटरनेशनल सेंटर में आयोजित कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे।

दत्तात्रेय होसबाले ने कहा कि शिवाजी महाराज ने कभी मराठा साम्राज्य की स्थापना करने की बात नहीं कही। पूरे इतिहास में कही भी इसका उल्लेख नहीं। ये सब विदेशी इतिहासकारों ने लिखा। उन्होंने हमेशा से हिन्दवी स्वराज की स्थापना को ईश्वर की इच्छा बताया और उसके लिए अपना जीवन लगा दिया। उन्होंने कहा कि विपरीत और अंग्रेजी इतिहास के प्रस्तुतिकरण के कारण समाज की व्यवस्था और परंपरा को घृणित करने की परंपरा बदलना चाहिए। विशेषकर इतिहास के साक्ष्यों के संदर्भ में विमर्श को बदलना चाहिए। समाज में विमर्श बदलने के लिए सभी को राष्ट्र निर्माण और विकास के लिए संकल्पित होना चाहिए।

शिवाजी महाराज की कहानी जीवंत रखने के इस कार्यक्रम की सराहना करते हुए दत्तात्रेय होसबाले ने कहा कि शिवाजी के मूल्यों और आदर्शों को लोगों को अपने अध्ययन और जीवन में लाना चाहिए। शिवाजी एक कुशल प्रशासक थे, उनके जीवन से लोगों को सीखना चाहिए। शिवाजी महाराज ने जो काम हम लोगों के लिए छोड़ा है, उसे पूरा करने के लिए हमें आगे बढ़ना चाहिए।

इस कार्यक्रम की अध्यक्षता अधिवक्ता जे. साई दीपक ने की। उन्होंने शिवाजी महाराज के जीवन के आदर्शों और उनके राष्ट्र निमार्ण की भूमिका पर जोर देते हुए कहा कि हमारे गौरवशाली इतिहास को नई पीढ़ी के सामने रखने की जिम्मेदारी सभी की है। उन्होंने कहा कि हमारे समक्ष शिवाजी महाराज के जीवन मूल्यों को नई पीढ़ी तक पहुंचाने की अहम जिम्मेदारी है, जिसे सभी को ईमानदारी से करना है। इस कार्यक्रम के संयोजक वैभव डांगे ने कार्यक्रम की प्रस्तावना को रखा। इसके साथ उड़ान ग्रुप ने शिवाजी महाराज के राजतिलक पर रोचक लघु नाटक प्रस्तुत किया। कार्यक्रम में आरएसएस के राष्ट्रीय प्रचार प्रमुख सुनील आंबेकर, राज्य मंत्री मीनाक्षी लेखी सहित कई विशिष्ट अतिथि मौजूद रहे।

हिन्दुस्थान समाचार/विजयलक्ष्मी/आकाश

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