युवा डॉक्टरों को ग्रामीण व आदिवासी क्षेत्रों में देनी चाहिए सेवा : राष्ट्रपति
मंगलागिरी, 17 दिसंबर (हि.स.)। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने मंगलवार को गुंटूर जिले के मंगलगिरी स्थित अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) के प्रथम दीक्षांत समारोह को संबोधित किया। राष्ट्रपति ने सुझाव दिया कि युवा डॉक्टरों को ग्रामीण एवं आदिवासी क्षेत्रों में भी चिकित्सा सेवाएं प्रदान करने को लेकर प्राथमिकता देनी चाहिए।
राष्ट्रपति ने एम्स के प्रथम बैच के 49 एमबीबीएस छात्रों को डिग्री प्रदान की। राष्ट्रपति ने कहा कि मेडिकल करियर चुनकर छात्रों ने मानवता की सेवा का रास्ता चुना है। आपके पास लोगों की जान बचाने और उनके स्वास्थ्य में सुधार करने का एक अमूल्य अवसर होगा। आप जैसे युवा डॉक्टरों को ग्रामीण, आदिवासी और दूरदराज के क्षेत्रों के लोगों की सेवा करने को प्राथमिकता देनी जानी चाहिए। कार्यक्रम में राज्यपाल अब्दुल नजीर, मुख्यमंत्री एन. चंद्रबाबू बाबू और उपमुख्यमंत्री पवन कल्याण भी मौजूद रहे।
इस मौके पर मुख्यमंत्री नायडू ने कहा कि राज्य सरकार एम्स के विकास के लिए पूरा सहयोग देगी। उन्होंने आशा व्यक्त की कि नवीनतम तकनीक का दावा करने वाला मंगलगिरी एम्स देश में प्रथम स्थान पर रहेगा। इस मौके पर मुख्यमंत्री ने घोषणा की कि मंगलगिरी एम्स के लिए 10 एकड़ जमीन और आवंटित की जा रही है।
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हिन्दुस्थान समाचार / नागराज राव