विकसित भारत संकल्प यात्रा सिर्फ एक माह में हजारों गांवों और 1,500 शहरों तक पहुंची : प्रधानमंत्री

विकसित भारत संकल्प यात्रा सिर्फ एक माह में हजारों गांवों और 1,500 शहरों तक पहुंची : प्रधानमंत्री
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विकसित भारत संकल्प यात्रा सिर्फ एक माह में हजारों गांवों और 1,500 शहरों तक पहुंची : प्रधानमंत्री

नई दिल्ली, 16 दिसंबर (हि.स.)। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शनिवार को कहा कि विकसित भारत के संकल्प के साथ ‘मोदी की गारंटी वाली गाड़ी’ देश के कोने-कोने में पहुंच रही है। केवल एक महीने में विकसित भारत संकल्प यात्रा हजारों गांवों और 1,500 शहरों तक पहुंच गई है। इनमें से अधिकतर छोटे शहर हैं।

प्रधानमंत्री ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए विकसित भारत संकल्प यात्रा के लाभार्थियों से बातचीत की। कार्यक्रम के दौरान प्रधानमंत्री ने वर्चुअल माध्यम से राजस्थान, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, तेलंगाना और मिजोरम में विकसित भारत संकल्प यात्रा को हरी झंडी दिखाई। प्रधानमंत्री ने इन राज्यों की सरकारों से विकसित भारत संकल्प यात्रा को बढ़ावा देने का आग्रह किया । उल्लेखनीय है कि विकसित भारत संकल्प यात्रा पूरे देश में सरकार की प्रमुख योजनाओं की संतृप्ति सुनिश्चित करने के उद्देश्य से शुरू की जा रही है ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि इन योजनाओं का लाभ समयबद्ध तरीके से सभी लक्षित लाभार्थियों तक पहुंचे।

इस अवसर पर प्रधानमंत्री ने विकसित भारत में छोटे शहरों की भूमिका को अहम बताते हुए कहा कि विकसित भारत संकल्प यात्रा में हमारे शहर महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे। उन्होंने कहा, “विकसित भारत के संकल्प में हमारे शहरों की बहुत बड़ी भूमिका है। आजादी के लंबे समय तक जो भी विकास हुआ, उसका दायरा देश के कुछ बड़े शहरों तक सीमित रहा लेकिन आज हम देश के टीयर-2 और टीयर-3 शहरों के विकास पर बल दे रहे हैं। देश के सैंकड़ों छोटे शहर ही विकसित भारत की भव्य इमारत को सशक्त करने वाले हैं।”

विकसित भारत संकल्प यात्रा को मिल रहे जनसमर्थन का उल्लेख करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि विकसित भारत संकल्प यात्रा को हरी झंडी भले ही मोदी ने दिखाई है लेकिन सच्चाई ये है कि आज देशवासियों ने उस यात्रा की कमान संभाल ली है। एक जगह जहां पर यात्रा खत्म होती है, वहां से दूसरे गांव या शहर के लोग इस यात्रा की अगुवाई करने लग जाते हैं।

उन्होंने कहा कि अमृत मिशन हो या स्मार्ट सिटी मिशन, इनके तहत छोटे शहरों में मूल सुविधाओं को बेहतर बनाया जा रहा है। गरीब हो, न्यू मिडिल क्लास हो, मिडिल क्लास हो या संपन्न परिवार हो, हर किसी को बढ़ती हुई सुविधाओं का लाभ मिल रहा है। प्रधानमंत्री ने कहा कि जब कोरोना का संकट आया था तो सरकार ने जनता की मदद करने में कोई कोर-कसर बाकी नहीं छोड़ी। सरकार ने कोरोना के संकट के दौरान 20 करोड़ महिलाओं के बैंक खाते में हजारों करोड़ रुपये ट्रांसफर किए। सरकार ने हर व्यक्ति को कोरोना की मुफ्त वैक्सीन सुनिश्चित कराई। सरकार ने ही कोरोना काल में हर गरीब के लिए मुफ्त राशन की योजना शुरू की।

प्रधानमंत्री ने कहा कि आज पीएम स्वनिधि योजना से रेहड़ी-पटरी वाले साथियों को बैंकों से सस्ता और आसान ऋण मिल रहा है। देश में 50 लाख से अधिक ऐसे साथियों को बैंकों से मदद मिल चुकी है। इस यात्रा के दौरान भी सवा लाख साथियों ने मौके पर ही पीएम स्वनिधि के लिए आवेदन किया है। इस योजना के 75 प्रतिशत से अधिक लाभार्थी दलित, पिछड़े और आदिवासी समाज के साथी है। इसमें भी करीब 45 प्रतिशत लाभार्थी महिलाएं हैं। यानी जिनके पास बैंक में रखने के लिए कोई गारंटी नहीं थी, मोदी की गारंटी उनके काम आ रही है।

उन्होंने कहा कि सरकार की प्राथमिकता नागरिकों के लिए 'जीवनयापन में आसानी' (ईज ऑफ लिविंग) सुनिश्चित करना है। आज इनकम टैक्स में छूट हो या फिर सस्ते इलाज की सुविधा सरकार की कोशिश शहरी परिवारों के ज्यादा से ज्यादा पैसे बचाने की है। प्रधानमंत्री ने कहा कि हमारी सरकार मिडिल क्लास परिवारों के घर का सपना पूरा करने में भी हर संभव मदद कर रही है। क्रेडिट लिंक्ड सब्सिडी स्कीम के तहत अभी तक लाखों मध्यम वर्गीय परिवारों को मदद दी जा चुकी है।

हिन्दुस्थान समाचार/ सुशील/दधिबल

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