प्रधानमंत्री मोदी की टीम इंडिया से बातचीत - हर्ष के आंसू बताते हैं कि पराजय के पल कितने कठिन रहे होंगे

प्रधानमंत्री मोदी की टीम इंडिया से बातचीत - हर्ष के आंसू बताते हैं कि पराजय के पल कितने कठिन रहे होंगे
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प्रधानमंत्री मोदी की टीम इंडिया से बातचीत - हर्ष के आंसू बताते हैं कि पराजय के पल कितने कठिन रहे होंगे


नई दिल्ली, 5 जुलाई (हि.स.)। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने गुरुवार को अपने आवास पर टी-20 विश्व कप विजेता भारतीय क्रिकेट टीम के सदस्यों से मुलाकात की और हाल ही में अमेरिका और कैरेबिया में संपन्न आईसीसी प्रतियोगिता में उनके सफर पर चर्चा की।

प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) ने शुक्रवार को इस मुलाकात का वीडियो जारी किया। इसमें भारतीय क्रिकेट टीम के साथ बातचीत के दौरान प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि यह हमारे लिए खुशी की बात है कि आपने देश को उत्साह और उत्सव से भर दिया है और देशवासियों की सभी आशाओं और अपेक्षाओं को पूरा किया है। मेरी ओर से आपको बहुत-बहुत बधाई।

प्रधानमंत्री ने मैच के दौरान भारतीय खिलाड़ियों की टीम भावना, प्रतिभा और धैर्य की सराहना की। उन्होंने कहा कि खिलाड़ियों में आत्मविश्वास नजर आ रहा था। मोदी ने कहा कि आप देश के युवाओं के लिए प्रेरणा हैं। मैच जीतने के बाद टीम इंडिया के कप्तान सहित अनेक खिलाड़ियों की आंखों के नम होने का स्मरण करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि हर्ष के आंसू बताते हैं कि पराजय के पल कितने कठिन रहे होंगे।

प्रधानमंत्री ने 2028 यूएसए ओलंपिक को लेकर सवाल किया कि क्रिकेट को ओलंपिक में स्थान मिल चुका है। ऐसे में विश्व कप से ज्यादा लोगों का ध्यान उस पर होगा। इस पर आपकी तैयारी कैसी होगी। इस पर कोच राहुल द्रविड़ ने कहा कि क्रिकेटरों को पहली बार ओलंपिक में खेलने का मौका मिलेगा यह अपने आप में बड़ी बात है।

प्रधानमंत्री मोदी से बातचीत के दौरान भारतीय क्रिकेट टीम के कोच राहुल द्रविड़ ने कहा, मैं आपका शुक्रिया अदा करना चाहूंगा कि आपने हमें आपसे मिलने का मौका दिया। उन्होंने नवंबर में अहमदाबाद मैच के कठिन समय के दौरान प्रधानमंत्री से मुलाकात को भी याद किया। उन्होंने कहा कि अहमदाबाद में जब हम मैच हारे थे, हमारा समय उतना अच्छा नहीं था आप उस समय वहां भी आए थे, इसलिए हम बहुत खुश हैं कि हम आज इस खुशी के मौके पर आपसे मिल पाए। मैं बस इतना कहना चाहूंगा कि रोहित और इन सभी लड़कों ने जो जुझारूपन दिखाया है, जो कभी हार न मानने वाला रवैया दिखाया है, वह बहुत मायने रखता है, इसका श्रेय लड़कों को जाता है, उन्होंने इसके लिए बहुत मेहनत की है। यह बहुत खुशी की बात है कि इन लड़कों ने युवा पीढ़ी को प्रेरित किया है।

मैच जीतने के बाद मैदान की मिट्टी को चूमने के वीडियो को दिखाते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि वह इस पल के पीछे के मन को जानना चाहता हूं। ट्रॉफी लेने के दौरान कुछ अलग अंदाज में चलकर आने का कारण भी पूछा। इस पर रोहित शर्मा ने कहा कि वह इस जीत के पल को यादगार बनाना चाहते थे। कप्तान रोहित शर्मा ने कहा कि हम सभी ने इस जीत के लिए बहुत इंतजार किया था, इसके लिए बहुत मेहनत की थी। कई बार हम विश्व कप जीतने के बहुत करीब पहुंच गए थे, लेकिन हम आगे नहीं बढ़ पाए, लेकिन इस बार सभी की वजह से हम यह हासिल कर पाए। ट्रॉफी लेने के लिए विशेष अंदाज में जाने का विचार युजवेंद्र चहल और कुलदीप यादव का आईडिया था।

ऋषभ पंत के दुर्घटना में घायल होने के बाद मैदान पर लौटने के लिए प्रधानमंत्री ने पंत की सराहना की। प्रधानमंत्री से बातचीत के दौरान ऋषभ पंत ने कहा कि डेढ़ साल पहले मेरा एक्सीडेंट हुआ था, तो मैं बहुत मुश्किल दौर से गुजर रहा था, मुझे वो बहुत अच्छे से याद है क्योंकि आपका फोन मेरी मां के पास आया था और मेरी मां ने मुझे बताया था कि सर ने कहा है कि कोई दिक्कत नहीं है, तब मैं मानसिक रूप से थोड़ा शांत हुआ था। उसके बाद रिकवरी के दौरान मैं लोगों से सुनता था कि क्या मैं कभी क्रिकेट खेल पाऊंगा या नहीं, तो पिछले डेढ़ साल से मैं सोच रहा था कि मुझे मैदान पर वापस आना चाहिए और जो मैं कर रहा था उससे बेहतर करना चाहिए।

पीएम मोदी से बातचीत के दौरान विराट कोहली ने कहा, हम सभी को यहां बुलाने के लिए आपका बहुत-बहुत धन्यवाद और यह दिन हमेशा मेरे दिमाग में रहेगा क्योंकि इस पूरे टूर्नामेंट में मैं वो योगदान नहीं दे पाया जो मैं देना चाहता था और एक समय मैंने राहुल भाई से भी कहा था कि मैंने अभी तक खुद और टीम दोनों को न्याय नहीं दिया है। तो उन्होंने मुझसे कहा कि जब स्थिति आएगी तो मुझे यकीन है कि तुम फॉर्म में आ जाओगे। जब हम खेलने गए तो मैंने रोहित से कहा, मुझे इतना भरोसा नहीं था कि मैं जिस तरह से बल्लेबाजी करना चाहता हूं, कर पाऊंगा। जब हम खेलने गए तो मैंने पहली 4 गेंदों पर 3 चौके खाए तो मैंने जाकर उनसे कहा, ये कैसा खेल है, एक दिन ऐसा लगता है कि एक भी रन नहीं बनेगा और फिर दूसरा दिन आता है और सब कुछ होने लगता है।

पीएम मोदी से बातचीत के दौरान जसप्रीत बुमराह ने कहा, जब भी मैं भारत के लिए गेंदबाजी करता हूं, तो मैं बहुत ही महत्वपूर्ण चरणों में गेंदबाजी करता हूं। जब भी स्थिति कठिन होती है, मुझे उस स्थिति में गेंदबाजी करनी होती है। इसलिए मुझे बहुत अच्छा लगता है जब मैं टीम की मदद करने में सक्षम होता हूं और अगर मैं किसी भी कठिन परिस्थिति से मैच जीतने में सक्षम होता हूं, तो मुझे बहुत आत्मविश्वास मिलता है और मैं उस आत्मविश्वास को आगे भी ले जाता हूं। विशेष रूप से इस टूर्नामेंट में, ऐसी कई परिस्थितियां थीं जहां मुझे कठिन ओवर करने थे और मैं टीम की मदद करने और मैच जीतने में सक्षम था।

प्रधानमंत्री से बातचीत के दौरान क्रिकेटर हार्दिक पांड्या ने कहा कि पिछले 6 महीने मेरे लिए बहुत मनोरंजक रहे हैं, बहुत सारे उतार-चढ़ाव आए और जनता ने मुझे बुइंग किया। बहुत सारी चीजें हुईं और मुझे हमेशा लगता था कि अगर मैं कोई जवाब दूंगा, तो वह खेल के माध्यम से दूंगा इसलिए मुझे विश्वास था कि मैं मजबूत रहूंगा, कड़ी मेहनत करूंगा।

सूर्यकुमार यादव ने गेम चेंजिंग कैच पकड़ने पर कहा कि उस पल मुझे नहीं लगता था कि मैं गेंद पकड़ पाऊंगा या नहीं और एक बार जब गेंद मेरे हाथ में आई, तो मुझे उसे उठाकर दूसरी तरफ पास करना था। हमने इस तरह का काफी अभ्यास किया था। प्रधानमंत्री ने इस कैच को पकड़ने के लिए सूर्यकुमार यादव की तारीफ की।

हिन्दुस्थान समाचार/ सुशील/जितेन्द्र

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