आने वाली पीढ़ियां सरदार पटेल की प्रतिमा को देखेंगी लेकिन झुकेंगी नहीं, उनका सिर ऊंचा रहेगा : नरेन्द्र मोदी

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आने वाली पीढ़ियां सरदार पटेल की प्रतिमा को देखेंगी लेकिन झुकेंगी नहीं, उनका सिर ऊंचा रहेगा : नरेन्द्र मोदी


आने वाली पीढ़ियां सरदार पटेल की प्रतिमा को देखेंगी लेकिन झुकेंगी नहीं, उनका सिर ऊंचा रहेगा : नरेन्द्र मोदी


आने वाली पीढ़ियां सरदार पटेल की प्रतिमा को देखेंगी लेकिन झुकेंगी नहीं, उनका सिर ऊंचा रहेगा : नरेन्द्र मोदी


मेहसाणा, 30 अक्टूबर (हि.स.)। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने सोमवार को मेहसाणा की खेड़ालू ताहसील के दभोदा में विभिन्न विकास परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास किया। इस दौरान उन्होंने राज्य को 5,950 करोड़ रुपये की सौगात दी। इन परियोजनाओं में रेल, सड़क, पेयजल और सिंचाई जैसे विभिन्न क्षेत्रों से जुड़ी परियोजनाएं शामिल हैं।

पीएम मोदी ने कहा कि आज 30 अक्टूबर है और कल 31 अक्टूबर, ये दोनों दिन हमारे लिए बहुत प्रेरणादायक हैं। आज गोविंद गुरुजी की पुण्यतिथि है, जिन्होंने आजादी की लड़ाई लड़ी और अंग्रेजों को कड़ी टक्कर दी और कल सरदार वल्लभभाई पटेल की जयंती है। हमारी पीढ़ी ने दुनिया की सबसे ऊंची प्रतिमा देखी। हमने सरदार पटेल के प्रति अपनी सर्वोच्च श्रद्धा व्यक्त की। आने वाली पीढ़ियां सरदार पटेल की प्रतिमा को देखेंगी लेकिन झुकेंगी नहीं, उनका सिर ऊंचा रहेगा।

मोदी ने आगे कहा कि गोविंद गुरुजी का पूरा जीवन भारत की आजादी और आदिवासी समुदाय की सेवा के लिए बीता। उनकी सेवा और राष्ट्रवाद इतना मजबूत था कि उन्होंने बलिदानों की एक परंपरा शुरू की और वो एक प्रतीक बन गए। पिछले वर्ष हमारी सरकार ने मानगढ़ धाम को राष्ट्रीय स्तर पर विकसित किया।

उन्होंने आगे कहा कि यहां आने से पहले, मुझे अंबाजी मंदिर के दर्शन करने का मौका मिला। जिस तरह से ''गब्बर'' (अंबाजी गांव के पश्चिम में एक छोटी पहाड़ी, जिसे देवी की मूल सीट माना जाता है) को विकसित किया जा है। मैंने इसके बारे में रविवार को ''मन की बात'' में बात की थी। आज 6000 करोड़ रुपये की परियोजनाओं की घोषणा की गई। ये परियोजनाएं किसानों को मजबूत करेंगी। इनसे पूरे देश के साथ कनेक्टिविटी बनेगी। इन परियोजनाओं से मेहसाणा के आसपास के सभी जिलों को फायदा होगा।

पीएम ने कहा कि उत्तरी गुजरात के आलू पूरी दुनिया में मशहूर हैं। उत्तरी गुजरात में निर्यात गुणवत्ता वाले आलू पैदा होते हैं। आलू से बने उत्पाद दुनियाभर में निर्यात होते हैं। बनासकांठा में आलू प्रसंस्करण संयंत्र स्थापित हैं। हमारे आलू उत्पादक किसानों ने रेतीली मिट्टी से सोना पैदा करने का काम किया है।

आज जिन प्रोजेक्ट्स को शुरू किया गया है, उसमें भारतीय रेलवे, गुजरात रेल इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट कॉर्पोरेशन, जल संसाधन विभाग, जल आपूर्ति विभाग, सड़क और भवन विभाग और शहरी विकास सहित कई सरकारी विभागों के प्रोजेक्ट्स शामिल हैं. इस प्रोजेक्ट्स से मेहसाणा, अहमदाबाद, बनासकांठा, साबरकांठा, महिसागर, गांधीनगर और पाटन जिले को लाभ मिलेगा. इन जिलों में कुल 16 प्रोजेक्ट्स हैं, जिनमें से 8 का उद्घाटन और लोकार्पण किया गया. पश्चिमी समर्पित फ्रेट कॉरिडोर का न्यू भांडू-न्यू साणंद (एन) खंड, वीरमगाम-समखिअली रेल लाइन का दोहरीकरण, कटोसन रोड-बेचराजी-मारुति सुजुकी इंडिया लिमिटेड रेल परियोजना का उद्घाटन किया गया. जिन परियोजनाओं का उद्घाटन किया गया उनमें वेस्टर्न डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर (डब्ल्यूडीएफसी) का न्यू भांडू-न्यू साणंद (एन) खंड,वीरमगाम-सामाखियाली रेल लाइन का दोहरीकरण,कटोसन रोड-बेचराजी, मारुति सुजुकी इंडिया लिमिटेड (एमएसआईएल साइडिंग) रेल परियोजना शामिल है।

इसके अलावा मेहसाणा और गांधीनगर जिले के विजापुर तालुका और मनसा तालुका की विभिन्न ग्राम झीलों की रिचार्ज प्रक्रिया परियोजना, मेहसाणा जिले में साबरमती नदी पर वलसाना बैराज, बनासकांठा मेंपालनपुर पेयजल की व्यवस्था के लिए दो योजनाएं और धरोई बांध आधारित पालनपुर जीवन रेखा परियोजना - प्रमुख कार्य (एचडब्ल्यू) और 80न्यूनतम तरल निर्वहन (एमएलडी) क्षमता का जल उपचार संयंत्र शामिल हैं।

हिन्दुस्थान समाचार / बिनोद

/प्रभात

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