सीएम ममता का पीएम मोदी को पत्र, सख्त 'बलात्कार विरोधी कानून' लाने की मांग उठाई
कोलकाता, 22 अगस्त (हि.स.)। कोलकाता के आर.जी. कर मेडिकल कॉलेज में एक जूनियर डॉक्टर के साथ हुई बर्बर बलात्कार और हत्या की घटना के बाद पूरे देश में मचे हंगामे के बीच पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने गुरुवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर ऐसे जघन्य अपराधों में शामिल लोगों के खिलाफ कड़ी सजा की मांग की है।
मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के मुख्य सलाहकार अलापन बनर्जी ने मीडिया को पत्र के बारे में जानकारी दी, जिसमें कहा गया कि मुख्यमंत्री ने ऐसे मामलों में तेजी से न्याय सुनिश्चित करने के लिए विशेष फास्ट-ट्रैक अदालतों की स्थापना का सुझाव दिया है। पत्र में ममता बनर्जी ने लिखा कि मैं आपका ध्यान देश भर में बलात्कार के बढ़ते मामलों की ओर दिलाना चाहती हूं। कई मामलों में बलात्कार के बाद हत्या भी की जा रही है। उपलब्ध आंकड़ों के अनुसार देश भर में प्रतिदिन लगभग 90 बलात्कार की घटनाएं हो रही हैं। यह समाज और राष्ट्र के आत्मविश्वास और अंतरात्मा को झकझोर देता है। यह हमारी जिम्मेदारी है कि हम इस तरह के अपराध समाप्त करें, ताकि महिलाएं सुरक्षित महसूस कर सकें।
ममता बनर्जी ने पत्र में आगे लिखा कि ऐसे गंभीर और संवेदनशील मुद्दे को सख्त केंद्रीय कानून के माध्यम से व्यापक रूप से संबोधित करने की आवश्यकता है, जिसमें जघन्य अपराधों में शामिल व्यक्तियों के खिलाफ उदाहरणात्मक सजा का प्रावधान हो। ऐसे मामलों में तेजी से सुनवाई सुनिश्चित करने के लिए फास्ट-ट्रैक विशेष अदालतों की स्थापना पर भी विचार किया जाना चाहिए। त्वरित न्याय सुनिश्चित करने के लिए, ऐसे मामलों में सुनवाई 15 दिनों के भीतर पूरी होनी चाहिए।
इससे पहले गुरुवार को तृणमूल कांग्रेस के महासचिव और सांसद अभिषेक बनर्जी ने सभी राज्य सरकारों से केंद्र पर व्यापक एंटी-रेप कानून बनाने का दबाव डालने का आह्वान किया। उन्होंने यह भी कहा कि देश को ऐसे कड़े कानूनों की जरूरत है, जिनमें 50 दिनों के भीतर मुकदमे और सजा का प्रावधान हो, उसके बाद सख्त सजा दी जाए।
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हिन्दुस्थान समाचार / ओम पराशर / गंगा / सुनीत निगम
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