प्रधानमंत्री मोदी मेरी माटी मेरा देश के समापन समारोह में वीरों को देंगे श्रद्धांजलि
नई दिल्ली, 27 अक्टूबर (हि.स.)। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी 31 अक्टूबर को कर्तव्य पथ पर मेरी माटी मेरा देश अभियान के समापन कार्यक्रम को संबोधित करेंगे। इसके साथ प्रधानमंत्री उन बहादुरों को याद करेंगे, जिन्होंने देश की आजादी और उसे समृद्ध बनाने के लिए अपने प्राण न्यौछावर कर दिए। यह कार्यक्रम मेरी माटी मेरा देश अभियान की अमृत कलश यात्रा के समापन के अवसर पर मनाया जा रहा है, जिसमें 766 जिलों के 7000 ब्लॉकों से अमृत कलश यात्री उपस्थित रहेंगे। इसके साथ आजादी का अमृत महोत्सव के दो साल लंबे अभियान के समापन का भी प्रतीक होगा, जो भारत की आजादी के 75 साल पूरे होने का जश्न मनाने के लिए 12 मार्च, 2021 को शुरू हुआ था।
संस्कृति मंत्रालय ने शुक्रवार को बताया कि 31 अक्टूबर को होने वाले कार्यक्रम के लिए 36 राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों के 20 हजार से अधिक प्रतिनिधि 8000 से अधिक अमृत कलश के साथ राष्ट्रीय राजधानी पहुंच रहे हैं। इस कार्यक्रम में स्वायत्त निकाय मेरा युवा भारत (एमवाई भारत) का भी शुभारंभ होगा, जो युवा नेतृत्व वाले विकास पर सरकार का ध्यान केंद्रित करने और युवाओं को विकास का सक्रिय चालक बनाने में मदद करेगा। इस स्वायत्त निकाय का उद्देश्य युवाओं को सामुदायिक परिवर्तन एजेंट और राष्ट्र निर्माता बनने के लिए प्रेरित करना है, जिससे वे सरकार और नागरिकों के बीच युवा सेतु के रूप में कार्य कर सकें।
संस्कृति मंत्रालय के अनुसार 30 और 31 अक्टूबर को कर्तव्य पथ पर दो दिवसीय कार्यक्रम में भाग लेने अमृत कलश लिए दिल्ली पहुंचे यात्री गुरुग्राम में धनचिरी शिविर, और दिल्ली में राधा स्वामी सत्संग ब्यास शिविर में ठहरे हैं। 30 अक्टूबर को सभी राज्य अपने-अपने ब्लॉक और शहरी स्थानीय निकायों का प्रतिनिधित्व करते हुए एक भारत, श्रेष्ठ भारत की भावना को दर्शाते हुए अपने कलश से मिट्टी को एक विशाल अमृत कलश में डालेंगे। अमृत कलश में मिट्टी डालने की रस्म के दौरान प्रत्येक राज्य के लोकप्रिय कला रूपों को प्रदर्शित किया जाएगा। कार्यक्रम सुबह 10:30 बजे शुरू होगा और देर शाम तक चलेगा। 31 अक्टूबर को दोपहर 12 बजे से 2 बजे तक जीवंत सांस्कृतिक प्रदर्शन के साथ एक सार्वजनिक कार्यक्रम सभी के लिए खुला रहेगा।
मेरी माटी मेरा देश अभियान
दो साल तक चलने वाले आज़ादी का अमृत महोत्सव के समापन अभियान के रूप में मेरी माटी मेरा देश-माटी को नमन वीरों का वंदन भारत की मिट्टी और वीरता का एकीकृत उत्सव है। देश के 766 जिलों के 7000 से अधिक ब्लॉकों में इसको लेकर जन भागीदारी देखी गई है। समापन समारोह के लिए 8000 से अधिक कलश 29 अक्टूबर को दिल्ली पहुंचेंगे। मेरी माटी मेरा देश अभियान दो चरणों में मनाया गया, जहां पहले चरण में स्वतंत्रता सेनानियों और सुरक्षा बलों के लिए शिलाफलकम, पंच प्राण प्रतिज्ञा, वसुधा वंदन और वीरों का वंदन जैसी पहल शामिल थी, जो बहादुरों के बलिदान का सम्मान करती थी।
हिन्दुस्थान समाचार/ विजयलक्ष्मी/दधिबल
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