प्रधानमंत्री ने लक्षद्वीप को 1,156 करोड़ रुपये की विभिन्न परियोजनाओं की दी सौगात
नई दिल्ली, 03 जनवरी (हि.स.)। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने बुधवार को लक्षद्वीप में 1,156 करोड़ रुपये की विभिन्न परियोजनाओं का शिलान्यास और उद्घाटन किया। प्रधानमंत्री ने लैपटॉप योजना के तहत छात्रों को लैपटॉप दिए और बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ के तहत स्कूली छात्राओं को साइकिलें दीं। उन्होंने किसान और मछुआरों के लाभार्थियों को पीएम किसान क्रेडिट कार्ड भी सौंपे।
कवरत्ती स्थित स्टेडियम में आयोजित कार्यक्रम में प्रधानमंत्री ने अपने संबोधन में पिछली केंद्र सरकारों पर सीमावर्ती इलाकों और द्वीपों के विकास की उपेक्षा का आरोप लगाया। मोदी ने कहा कि हमारी सरकार ने सीमावर्ती क्षेत्रों, द्वीपों और तटीय क्षेत्रों के विकास को प्राथमिकता दी है। उन्होंने कहा, “आजादी के बाद दशकों तक केंद्र में रही सरकारों की एकमात्र प्राथमिकता अपने-अपने राजनीतिक दलों का विकास करना था। उन्हें दूर-दराज के राज्यों या सीमा पर स्थित राज्यों या समुद्र के बीच वाले राज्यों की ज्यादा परवाह नहीं थी।पिछले 10 वर्षों में हमारी सरकार ने सीमावर्ती इलाकों और समुद्र के किनारे के इलाकों को अपनी प्राथमिकता बनाया है।”
प्रधानमंत्री ने लक्षद्वीप के विकास की दिशा में सरकार के प्रयासों पर प्रकाश डाला और पीएम आवास योजना (ग्रामीण) की संतृप्ति प्राप्त करने, प्रत्येक लाभार्थी को मुफ्त राशन उपलब्ध कराने, पीएम किसान क्रेडिट कार्ड और आयुष्मान कार्ड के वितरण और विकास के बारे में जानकारी दी। मोदी ने कहा कि केंद्र सरकार सभी सरकारी योजनाओं को हर लाभार्थी तक पहुंचाने का प्रयास कर रही है। प्रधानमंत्री ने लक्षद्वीप के लोगों को आश्वासन दिया कि उनके अधिकार छीनने की कोशिश करने वालों को किसी भी कीमत पर बख्शा नहीं जाएगा।
प्रधानमंत्री ने 2020 में 1000 दिनों के भीतर तेज इंटरनेट सुनिश्चित करने के बारे में उनके द्वारा दी गई गारंटी को याद किया। उन्होंने कहा कि आज कोच्चि-लक्षद्वीप द्वीप समूह सबमरीन ऑप्टिकल फाइबर कनेक्शन (केएलआई - एसओएफसी) परियोजना लोगों को समर्पित कर दी गई है और यह लक्षद्वीप के लोगों के लिए 100 गुना तेज इंटरनेट सुनिश्चित करेगी। मोदी ने पिछले वर्षों में लक्षद्वीप में किसी भी शीर्ष शिक्षा संस्थान की अनुपस्थिति की ओर इशारा किया, जिसके कारण द्वीपों से युवाओं का पलायन हुआ। उच्च शिक्षा संस्थान खोलने की दिशा में उठाए गए कदमों की जानकारी देते हुए मोदी ने एंड्रोट और कदमत द्वीपों में कला और विज्ञान के लिए शैक्षणिक संस्थानों और मिनिकॉय में पॉलिटेक्निक संस्थान की शुरुआत का उल्लेख किया। उन्होंने कहा, “इससे लक्षद्वीप के युवाओं को काफी फायदा हो रहा है।”
प्रधानमंत्री ने हज यात्रियों के लिए उठाए गए कदमों का जिक्र किया जिससे लक्षद्वीप के लोगों को भी फायदा हुआ है। उन्होंने हज वीजा के लिए आसानी और महिलाओं के लिए 'मेहरम' के बिना हज पर जाने की वीज़ा और अनुमति की प्रक्रिया के डिजिटलीकरण का उल्लेख किया। उन्होंने कहा, इन प्रयासों से ‘उमरा’ के लिए जाने वाले भारतीयों की संख्या में उल्लेखनीय वृद्धि हुई है।
उन्होंने कहा कि आज भारत विश्व समुद्री खाद्य बाजार में अपनी हिस्सेदारी बढ़ाने पर ध्यान केंद्रित कर रहा है। इससे लक्षद्वीप को काफी फायदा हो रहा है। आज लक्षद्वीप की टूना मछली जापान को निर्यात की जा रही है और मछुआरों का कल्याण पूरी तरह सुनिश्चित किया जा रहा है। गौरतलब है कि लक्षद्वीप में समुद्री शैवाल की खेती से जुड़ी संभावनाएं भी तलाशी जा रही हैं। उन्होंने कहा कि सरकार लक्षद्वीप के सतत विकास के लिए प्रतिबद्ध है। यहां मौजूद सौर ऊर्जा संयंत्र, जो बैटरी एनर्जी स्टोरेज सिस्टम पर आधारित है। विशेष रूप से, यह लक्षद्वीप की पहली बैटरी समर्थित सौर परियोजना है।
हिन्दुस्थान समाचार/ सुशील/पवन
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