प्रधानमंत्री ने भारतीय कला, वास्तुकला और डिजाइन बिएननेल का किया उद्घाटन
नई दिल्ली, 08 दिसंबर (हि.स.)। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शुक्रवार को दिल्ली के लाल किले में भारतीय कला, वास्तुकला और डिजाइन बिएननेल (आईएएडीबी))-2023 का उद्घाटन किया। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि भारतीय संस्कृति और प्राचीन धरोहर पूरी दुनिया के पर्यटकों को आकर्षित करती है। आज देश विरासत पर गर्व की भावना को लेकर अपने उसी गौरव को फिर से आगे बढ़ा रहा है।
दिल्ली के लाल किले में 09 से 15 दिसंबर तक आईएएडीबी का आयोजन किया जा रहा है। यह हाल ही में आयोजित इंटरनेशनल म्यूजियम एक्सपो (मई 2023) और फेस्टिवल ऑफ लाइब्रेरीज (अगस्त 2023) जैसी प्रमुख पहलों का अनुसरण करता है। आईएएडीबी कलाकारों, वास्तुकारों, डिजाइनरों, फोटोग्राफरों, संग्राहकों, कला पेशेवरों और जनता के बीच समग्र वार्तालाप शुरू करने और सांस्कृतिक संवाद को मजबूत करने के लिए डिज़ाइन किया गया है। यह उभरती अर्थव्यवस्था के हिस्से के रूप में कला, वास्तुकला और डिजाइन के रचयिताओं के साथ विस्तार और सहयोग करने के मार्ग और अवसर भी प्रदान करेगा।
प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत की जीवंत संस्कृति और हमारी प्राचीन विरासत दुनियाभर से पर्यटकों को आकर्षित करती है। आज भारत दुनिया की सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था के तौर पर उभर रहा है और पूरे विश्व में अपने लिए बेहतर भविष्य देख रहा है। भारत के पांच शहरों में कल्चरल स्पेस बनाने की शुरुआत होना भी एक ऐतिहासिक कदम है। दिल्ली के साथ-साथ कोलकाता मुंबई, अहमदाबाद और वाराणसी में बनने वाले कल्चरल स्पेस इन शहरों को सांस्कृतिक रूप से समृद्ध करेंगे।
प्रधानमंत्री ने कहा कि आजादी के अमृत काल में भारत सांस्कृतिक समृद्धि के नए आयाम गढ़ रहा है। इसके लिए ठोस प्रयास किया जा रहे हैं। केदारनाथ और काशी जैसे सांस्कृतिक केंद्रों का विकास हो रहा है और महाकाल लोक का पुनर्निर्माण हो रहा है। आज हमने 'आत्मनिर्भर भारत सेंटर फॉर डिज़ाइन' का उद्घाटन किया है। यह अद्वितीय संकेतों को मुख्यधारा में लाने के लिए एक मंच प्रदान करेगा। यह शिल्पकारों और डिजाइनरों को एक साथ लाएगा। शिल्पकार डिजाइन और विकास का ज्ञान प्राप्त करेंगे, साथ ही डिजिटल मार्केटिंग भी सीखेंगे।
वेनिस, साओ पाउलो, सिंगापुर, सिडनी और शारजाह आदि में अंतरराष्ट्रीय बिएननेल की तरह देश में एक प्रमुख वैश्विक सांस्कृतिक पहल को विकसित और संस्थागत बनाने के विजन के अनुरूप, संग्रहालयों को रीइन्वेंट, रीब्रांड, नवीनीकृत और पुन: स्थापित करने के लिए एक राष्ट्रव्यापी अभियान शुरू किया गया है। इसके अलावा भारत के पांच शहरों कोलकाता, दिल्ली, मुंबई, अहमदाबाद और वाराणसी में सांस्कृतिक स्थलों के विकास की भी घोषणा की गई है। भारतीय कला, वास्तुकला और डिजाइन बिएननेल दिल्ली में सांस्कृतिक स्थल के प्रारंभ के रूप में काम करेगा।
हिन्दुस्थान समाचार/अनूप/पवन
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