बाधाओं को दूर कर एथलीटों के लिए अवसर पैदा कर रही है सरकार : प्रधानमंत्री

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बाधाओं को दूर कर एथलीटों के लिए अवसर पैदा कर रही है सरकार : प्रधानमंत्री


- प्रधानमंत्री ने एशियाई पैरा खेलों के लिए भारतीय दल के साथ बातचीत की

नई दिल्ली, 01 नवंबर (हि.स.)। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने बुधवार को कहा कि अब सरकार का दृष्टिकोण एथलीट केंद्रित है। आज सरकार बाधाओं को दूर कर रही है और एथलीटों के लिए अवसर पैदा कर रही है।

प्रधानमंत्री मेजर ध्यानचंद नेशनल स्टेडियम में भारत के एशियाई पैरा गेम्स दल को संबोधित कर रहे थे। इससे पहले उन्होंने एशियाई पैरा खेलों में अपनी उल्लेखनीय प्रतिभा का प्रदर्शन करने वाले भारतीय एथलीटों के साथ बातचीत भी की।

प्रधानमंत्री ने खेलों में शानदार प्रदर्शन करने के लिए खिलाड़ियों का उत्साहवर्धन करते हुए कहा कि एशियाई पैरा खेलों में अपनी उल्लेखनीय प्रतिभा का प्रदर्शन करने वाले भारतीय एथलीटों की उपलब्धियां उनके समर्पण और असाधारण कौशल को रेखांकित करती हैं। उन्होंने कहा कि आपने जिस तरह देश का मान बढ़ाया है, वह अभूतपूर्व है। 2014 में एशियन पैरा गेम्स में भारत ने जितने मेडल जीते थे, ये उससे भी तीन गुना ज्यादा हैं। 2014 की तुलना में इस बार हमें 10 गुना गोल्ड मेडल मिले हैं। आप लोगों ने इस बार देश को टॉप 5 में शामिल कर दिया है।

प्रधानमंत्री ने कहा कि जब सरकार और नीतियां बनाने वाले जमीन से जुड़े होते हैं, जब सरकार खिलाड़ियों के सपने के प्रति संवेदनशील होती है तो इसका सीधा असर सरकार की नीतियों और अप्रोच में भी दिखाई देता है। उन्होंने कहा, “अब सरकार का दृष्टिकोण एथलीट केंद्रित है। आज, सरकार बाधाओं को दूर कर रही है और एथलीटों के लिए अवसर पैदा कर रही है। जब क्षमता को सही मंच मिलता है तो प्रदर्शन बेहतर हो जाता है। खेलो इंडिया जैसी योजनाएं ऐसे मंच हैं, जहां हम जमीनी स्तर के एथलीटों की पहचान कर सकते हैं और उनका समर्थन कर सकते हैं।”

उन्होंने कहा कि समाज में एक नई संस्कृति उभर रही है, जहां बच्चों को खेलों के लिए प्रोत्साहित किया जा रहा है। पहले खेलों से जुड़े लोगों को व्यवस्थित नहीं माना जाता था। हालांकि, आज समाज खेल को एक पेशे के रूप में स्वीकार कर रहा है। पहले कहा जाता था कि खिलाड़ी सरकार के लिए है लेकिन अब कहा जा रहा है कि पूरी सरकार खिलाड़ियों के लिए है।

प्रधानमंत्री ने दिव्यांग खिलाड़ियों के सामने आने वाले चुनौतियों की ओर इशारा करते हुए कहा कि खेल हमेशा से अत्यंत प्रतिस्पर्धी होते हैं। आप हर खेल में एक-दूसरे से मुकाबला करते हैं, एक-दूसरे को कड़ी टक्कर देते हैं। मैं जानता हूं कि एक मुकाबला आपके भीतर भी चलता रहता है। आपको हर रोज स्वयं से भी जूझना पड़ता है और खुद को बार-बार समझाना भी पड़ता है। उन्होंने कहा, “जब कोई दिव्यांग पदक जीतता है, तो वह व्यक्ति जीवन के हर क्षेत्र के लोगों के लिए प्रेरणा बन जाता है।”

प्रधानमंत्री ने कहा कि 140 करोड़ लोगों में से चुना जाना आपके लिए अपने आप में एक जीत है। इतनी चुनौतियों का सामना करने के बाद आप मजबूत बने हैं। आप सभी ने सिर्फ पिछले रिकॉर्ड ही नहीं तोड़े हैं, आपने कुछ क्षेत्रों में रिकॉर्ड ध्वस्त कर दिए हैं। आपने 111 पदक जीते हैं, यह कोई छोटी उपलब्धि या संख्या नहीं है।

प्रधानमंत्री ने कहा कि हमारा ट्रैक रिकॉर्ड है, इसलिए मैं कहता हूं कि हम ही हैं, जो 10 नंबर की इकोनॉमी से 5 नंबर पर पहुंचे हैं और डंके की चोट पर कहता हूं कि इसी दशक में 3 नंबर पर पहुंचकर रहेंगे। 2047 तक देश विकसित भारत बनकर रहेगा।

उल्लेखनीय है कि भारत ने एशियाई पैरा गेम्स 2022 में 29 स्वर्ण पदक सहित कुल 111 पदक जीते हैं। एशियाई पैरा गेम्स 2022 में जीते गए पदकों की कुल संख्या दरअसल पिछले सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन (वर्ष 2018 में) की तुलना में 54 प्रतिशत अधिक है और जीते गए 29 स्वर्ण पदकों की संख्या वर्ष 2018 में जीते गए स्वर्ण पदकों की संख्या् से लगभग दोगुनी है।

हिन्दुस्थान समाचार/ सुशील/दधिबल

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