अल्पसंख्यकों के खिलाफ जातीय भेदभाव को संबोधित करने के लिए पी विल्सन ने धर्मेन्द्र प्रधान को लिखा पत्र
नई दिल्ली, 21 दिसंबर (हि.स.)। विश्वविद्यालयों में अल्पसंख्यकों के खिलाफ जाति-आधारित भेदभाव और उत्पीड़न को खत्म करने के लिए राज्यसभा सांसद पी विल्सन ने शिक्षा मंत्री धर्मेन्द्र प्रधान को पत्र लिखा है। गुरुवार को पी विल्सन ने अपने लिखे पत्र में हैदराबाद विश्वविद्यालय के छात्र संघ के पत्र का हवाला देते हुए हैदराबाद विश्वविद्यालय में कार्यरत विनोद कुमार और किचला प्रवीण की दुखद मौतों में हस्तक्षेप और स्वतंत्र जांच का अनुरोध किया है।
पत्र के माध्यम से पी विल्सन ने अल्पसंख्यकों के खिलाफ जाति-आधारित भेदभाव और उत्पीड़न के मुद्दे को संबोधित करने के लिए समर्पित प्रत्येक विश्वविद्यालय में कर्मचारियों सहित छात्रों और संकाय सदस्यों के लिए एक उच्च-स्तरीय समिति स्थापित करने का आग्रह किया। इस बात पर भी जोर दिया कि अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति, अन्य पिछड़ी जाति और अन्य सभी अल्पसंख्यक समुदायों के समान प्रतिनिधित्व वाली वैधानिक समितियां बनाई जानी चाहिए। उनकी भूमिका भेदभाव के मामलों की गहन जांच करना और उनका समाधान करना, विश्वविद्यालय प्रणाली के भीतर अधिक समावेशी और न्यायसंगत वातावरण को बढ़ावा देना होना चाहिए।
हिन्दुस्थान समाचार/विजयलक्ष्मी/आकाश
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