बीएसएफ का राजस्थान सरहद पर ऑपरेशन अलर्ट 19 जनवरी से
जैसलमेर, 17 जनवरी (हि.स.)। सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) राजस्थान फ्रंटियर 19 जनवरी से पाकिस्तान से लगी पश्चिमी सरहद पर ऑपरेशन अलर्ट शुरू करेगा, जो 27 जनवरी तक चलेगा। इस दौरान बीएसएफ के जवान पाकिस्तान से अंतरराष्ट्रीय सीमा पर अपनी नियमित गश्त और बढ़ी हुई चौकसी के साथ अलर्ट रहेंगे। बताया जा रहा है कि 22 जनवरी को होने जा रहे राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा के कार्यक्रम को देखते हुए भी सीमा पर चौकसी को और ज्यादा मुस्तैद किया गया है ताकि सीमा पार से किसी भी प्रकार की नापाक हरकत का मुंहतोड़ जवाब दिया जा सके। ज्ञात रहे कि भारत की प्रथम सुरक्षा पंक्ति मानी जाने वाली सीमा सुरक्षा बल साल भर तारबंदी के पास मुस्तैद रहती है।
इस बार भी गणतंत्र दिवस तथा बदलते मौसम के चलते कड़ाके की ठंड और धुंध में सीमा पर तेज ठंडी हवाओं और कोहरे की स्थिति से निपटने को लेकर बीएसएफ अतिरिक्त निगरानी के साथ अलर्ट मोड पर रहेगी। इन दिनों सीमावर्ती इलाकों में मौसम का अत्यधिक असर देखने को मिलता है। सर्दी के मौसम में दिन और रात के बदलते तापमापी पारे के चलते अतिरिक्त सतर्कता की आवश्यकता रहती है। ठंड और घने कोहरे के चलते बदलते मौसमी परिवेश व गणतंत्र दिवस के मद्देनजर किसी भी प्रकार की आवांछनीय गतिविधियां तथा घुसपैठ रोकने के लिए ऑपरेशन अलर्ट के तहत बीएसएफ की ओर से सजग रहते हुए कड़ी निगरानी की जाती है। ऑपरेशन सर्द हवा के दौरान बॉर्डर पर तारबंदी के नजदीक अत्याधुनिक हथियारों से लैस जवानों के साथ उनका हौसला अफजाई करने के लिए अधिकारी भी रहेंगे और कड़ी निगरानी रखी जाएगी। ऑपरेशन के चलते बीएसएफ की सभी विंग एक्टिव रहेगी। ऑपरेशन के दौरान तारबंदी में उन जगहों पर कड़ी नजर रखी जाएगी, जहां गैप ज्यादा है।
सीमा सुरक्षा बल राजस्थान के सूत्रों ने बताया कि इस ऑपरेशन के दौरान डिजिटल निगरानी यंत्रों का उपयोग करके ऑपरेशनल गतिविधियों पर जोर दिया जायेगा। ड्रोन थ्रेट के मद्देनजर सीमावर्ती गांव में रहने वाले ग्रामीणों को सेंसेटाइज किया जायेगा। चौकसी के लिहाज से सबसे दुरूह और दुर्गम माने जाने वाले राजस्थान के बॉर्डर पर पेट्रोलिंग और गश्त को बढ़ाया जाएगा और तारबंदी के निकट बीएसएफ के अधिकारी व्हिकल, कैमल व फुट पेट्रोलिंग के माध्यम से दिन-रात लगातार पेट्रोलिंग करेंगे। ऑपरेशन अलर्ट के दौरान सीमा पर बीएसएफ की इंटेलीजेंसी विंग भी सक्रिय रहेगी। इसके अलावा अन्य खुफिया एजेंसियों व स्थानीय निवासियों और पुलिस से भी बीएसएफ का तालमेल होगा। हालांकि भारत की पहली रक्षा पंक्ति सीमा में सुरक्षा बल साल भर तारबंदी के पास मुस्तैद रहते हैं, लेकिन गणतंत्र दिवस पर सीमा सुरक्षा बल का बॉर्डर पर विशेष रूप से निगरानी कार्यक्रम चलता है। सीमा पार से किसी भी तरह की घुसपैठ, तस्करी और नापाक हरकत रोकने के लिए जवान और अधिकारी अतिरिक्त चौकस रहेंगे।
हिन्दुस्थान समाचार/चंद्रशेखर/संदीप/आकाश
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