नीट-यूजी : कांग्रेस ने सुप्रीम कोर्ट की निगरानी में जांच की मांग की, सरकार ने पेपर लीक के आरोपों को सिरे से किया खारिज
नई दिल्ली, 13 जून (हि.स.)। सुप्रीम कोर्ट ने राष्ट्रीय पात्रता सह प्रवेश परीक्षा-स्नातक (नीट-यूजी) 2024 में उम्मीदवारों को ग्रेस मार्क्स देने के एनटीए के फैसले को भले ही रद्द कर दिया हो लेकिन यह मामला शांत होता नहीं दिख रहा है। कांग्रेस ने परीक्षा में धांधली की जांच को लेकर केंद्र सरकार पर युवाओं का भविष्य बर्बाद करने का आरोप लगाया। पार्टी ने इस मामले की सुप्रीम कोर्ट की निगरानी में जांच की मांग की है। वहीं सरकार ने पेपर लीक के आरोपों को सिरे से खारिज कर दिया है और कहा है कि नीट परीक्षा में किसी प्रकार की धांधली, भ्रष्टाचार या पेपर लीक के कोई भी पुख़्ता सबूत अभी तक सामने नहीं आए हैं।
केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने गुरुवार को कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे के सोशल मीडिया पोस्ट पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि नीट परीक्षा मामले में एनटीए सुप्रीम कोर्ट के निर्देशों का पालन करते हुए उचित कार्यवाही करने को कटिबद्ध है। सुप्रीम कोर्ट के निर्देशानुसार 1563 विद्यार्थियों की परीक्षा दोबारा करायी जाएगी।
उन्होंने कहा कि नीट में किसी प्रकार की धांधली, भ्रष्टाचार या पेपर लीक के कोई भी पुख़्ता सबूत अभी तक सामने नहीं आए हैं। इससे संबंधित सारे तथ्य सुप्रीम कोर्ट के सामने हैं और विचाराधीन हैं। मैं कांग्रेस को ये याद दिलाना चाहता हूं की पेपर लीक रोकने और नकल विहीन परीक्षा के लिए केंद्र सरकार ने इसी साल सार्वजनिक परीक्षा (अनुचित साधनों की रोकथाम) अधिनियम पारित किया है जिसमें कई कड़े प्रावधान हैं।
प्रधान ने कहा कि छात्रों के भविष्य पर राजनीति करना कांग्रेस की पुरानी आदत है। राजनीतिक रोटियां सेकने के बजाय कांग्रेस को भारत के विकास में योगदान देना चाहिए। इस मुद्दे पर जिस तरह की राजनीति की जा रही है, वह केवल भ्रम फैलाने की कोशिश है। वर्तमान में नीट की काउंसलिंग प्रक्रिया शुरू होने जा रही है और इसे राजनीतिक आखेट का विषय बनाना न केवल अनुचित है बल्कि यह भावी पीढ़ी के साथ खिलवाड़ करने जैसा है। केंद्र सरकार का ध्यान हमेशा छात्रों का उज्ज्वल भविष्य सुनिश्चित करने पर है।
शिक्षा मंत्री ने कहा कि विपक्ष मुद्दाविहीन है, ऐसे संवेदनशील मुद्दे पर विपक्ष बिना तथ्य जाने सिर्फ झूठ फैला रहा है। कांग्रेस अपनी ओछी राजनीति के लिए देश के भविष्य के साथ खिलवाड़ कर रही है।
इससे पहले मल्लिकार्जुन खरगे ने एक्स पर पोस्ट में कहा कि नीट परीक्षा में केवल ग्रेस मार्क्स की समस्या नहीं थी। धांधली हुई है, पेपर लीक हुए हैं, भ्रष्टाचार हुआ है। नीट परीक्षा में बैठे 24 लाख़ छात्र-छात्राओं का भविष्य मोदी सरकार के कारनामों से दांव पर लग गया है।
उन्होंने कहा कि एग्जाम सेंटर और कोचिंग सेंटर का एक नेक्सस बन चुका है, जिसमें 'पैसे दो-पेपर लो' का खेल खेला जा रहा है। मोदी सरकार एनटीए के कंधों पर अपनी कारगुजारियों का दारोमदार रखकर, अपनी जवाबदेही से पीछा नहीं छुड़ा सकती। पूरे नीट घोटाले में कांग्रेस सुप्रीम कोर्ट की निगरानी में एक निष्पक्ष जाँच की मांग करती है।
खरगे ने कहा कि जांच के बाद दोषियों को कड़ी-से कड़ी सज़ा दी जाए और लाखों छात्र-छात्राओं को मुआवज़ा देकर उनका साल बर्बाद होने से बचाया जाए। पिछले 10 वर्षों में मोदी सरकार ने पेपर लीक और धांधली से करोड़ों युवाओं का भविष्य बर्बाद किया है।
हिन्दुस्थान समाचार/सुशील/पवन
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