प्रवासी भारतीयों ने ऑस्ट्रेलिया के मेलबर्न में अस्ताचलगामी सूर्य को दिया अर्घ्य
बेगूसराय, 19 नवम्बर (हि.स.)। बिहार में लोक आस्था और सुचिता का महापर्व छठ अब विदेशों तक पहुंच गया है। रविवार को जब भारत में दोपहर के 12:00 बज रहे थे तो ऑस्ट्रेलिया में सूर्यास्त की बेला हो गई थी। इस वक्त बेगूसराय के नीरज कुमार दास समेत तमाम भारतीयों ने ऑस्ट्रेलिया के मेलबर्न शहर में अस्ताचलगामी सूर्य देव को अर्घ्य दिया।
उद्योगपति नीरज कुमार दास ने कहा कि हम बिहार के लोग दुनिया के चाहे जिस भी हिस्से में चले जाएं, अपनी संस्कृति को नहीं भूल सकते हैं। ऑस्ट्रेलिया के मेलबर्न में हम लोगों ने बिहार-झारखंड महासभा करके एक ग्रुप बना रखा है। सचिव होने के नाते अधिक जिम्मेवारी हमारी होती है। हम लोग यहां अपने देश की संस्कृति से जुड़े तमाम पर्व-त्योहार हर्षोल्लास के साथ मनाते हैं।
उन्होंने कहा कि शनिवार को परंपरा के अनुसार हम लोगों ने खरना किया। इसके बाद रविवार को अस्ताचलगामी भगवान भास्कर को अर्घ्य दिया। आज रात जब भारत में देर रात रहेगा तो मेलबर्न में सूर्योदय की बेला होगी और उस समय प्रातः कालीन अर्घ्य देने के साथ चार दिवसीय महापर्व का समापन होगा।
नीरज ने कहा कि बिहार-झारखंड के सैकड़ों परिवार एकत्रित होकर जब छठ मनाते हैं तो ऑस्ट्रेलिया वासी भी हमारे इस महापर्व में सहभागी बनते हैं। हिंदी गीत वे लोग भले ही नहीं गा पाते हैं लेकिन हम लोगों के साथ वे सब भी शारदा सिन्हा के गाए छठ गीत गुनगुनाते हैं, समझते हैं और आस्था में शरीक होते हैं। उन्होंने कहा कि इस अवसर पर ऑस्ट्रेलिया सरकार के मंत्रियों, सांसदों समेत बिहार और झारखंड के पांच सौ से अधिक लोग मौजूद रहे।
नीरज कुमार दास के पिता भाजपा के पूर्व जिलाध्यक्ष जयराम दास ने कहा कि यूं तो बिहार के इस महापर्व की देश-दुनिया में धूम मची है लेकिन पिछले चार वर्षों से नीरज मेलबर्न में अपने बिहार की संस्कृति की पताका लहरा रहे हैं। इस मौके पर वहां सिर्फ बेगूसराय ही नहीं, बल्कि मोतिहारी समेत बिहार के विभिन्न हिस्सों के लोग एक साथ जमा होते हैं।
हिन्दुस्थान समाचार/ सुरेन्द्र/चंद्र प्रकाश
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