नागालैंड के मुख्यमंत्री और प्रदेशवासियों को दिया न्योता, रोड शो से बताया महाकुंभ का महत्व
उत्तर प्रदेश में आयोजित होने वाले महाकुंभ-2025 का संदेश अब पूरे देश में फैल रहा है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर उत्तर प्रदेश सरकार के आयुष राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) डॉ. दयाशंकर मिश्र दयालु और ऊर्जा एवं वैकल्पिक ऊर्जा राज्य मंत्री सोमेंद्र तोमर ने नागालैंड के मुख्यमंत्री नेफियू रियो को इस महाआयोजन में सम्मिलित होने का निमंत्रण दिया।
कोहिमा में मुख्यमंत्री से शिष्टाचार भेंट
कोहिमा में हुई शिष्टाचार भेंट के दौरान मंत्रियों ने बताया कि प्रयागराज में आयोजित होने वाला महाकुंभ-2025 न केवल भारत की सांस्कृतिक विविधता का प्रतीक है, बल्कि यह वैश्विक स्तर पर आध्यात्मिक और धार्मिक महत्व को उजागर करेगा। नागालैंड के उपमुख्यमंत्री यानथुंगो पैटन से भी मुलाकात कर उन्हें इस आयोजन में शामिल होने के लिए आमंत्रित किया गया।
प्रेस कॉन्फ्रेंस और रोड शो से जागरूकता
मंत्रियों ने नागालैंड के दीमापुर पार्क में प्रेस कॉन्फ्रेंस और रोड शो आयोजित किया। इस दौरान नागालैंड के लोगों को महाकुंभ के महत्व, इसकी तैयारियों और भारत की सांस्कृतिक धरोहर को लेकर जानकारी दी गई।
डॉ. दयाशंकर मिश्र दयालु ने कहा कि महाकुंभ-2025 विश्व का सबसे बड़ा धार्मिक आयोजन होगा, जहां लाखों श्रद्धालु संगम में स्नान कर आत्मिक शांति का अनुभव करेंगे। उन्होंने बताया कि इस बार का महाकुंभ डिजिटल युग का अद्भुत उदाहरण बनेगा, जिसमें स्नान, सुरक्षा और ठहरने की बेहतरीन व्यवस्थाएं होंगी।
"वसुधैव कुटुंबकम" का संदेश
आयुष मंत्री ने महाकुंभ को भारत की सांस्कृतिक एकता और "वसुधैव कुटुंबकम" के दर्शन का प्रतीक बताया। उन्होंने कहा कि यह आयोजन देश की धार्मिक आस्था और सांस्कृतिक समृद्धि को दुनिया के सामने प्रस्तुत करने का अद्वितीय अवसर है।
ऊर्जा मंत्री सोमेंद्र तोमर ने कहा कि महाकुंभ भारतीय समाज की विविधता को एकता के सूत्र में पिरोने का काम करता है। उन्होंने बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के मार्गदर्शन में तैयारियां युद्धस्तर पर चल रही हैं।
भाजपा अध्यक्ष से मुलाकात
नागालैंड दौरे के दौरान आयुष मंत्री ने भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष से भी मुलाकात की और उन्हें महाकुंभ में आमंत्रित किया।
12 वर्षों बाद आयोजित हो रहा महाकुंभ
प्रयागराज में 12 वर्षों बाद आयोजित हो रहा महाकुंभ-2025 न केवल धार्मिक आस्था को सुदृढ़ करेगा, बल्कि भारत की सांस्कृतिक धरोहर और एकता को भी दुनिया के सामने प्रस्तुत करेगा। मंत्री डॉ. दयाशंकर मिश्र दयालु नागालैंड दौरे के बाद 25 दिसम्बर को सीधे वाराणसी लौटेंगे।