सांसद स्वाति मालीवाल ने संसद में यमुना नदी को बचाने के लिए तत्काल कार्रवाई की मांग की
नई दिल्ली, 9 अगस्त (हि.स.)। संसद सत्र के शून्यकाल के दौरान यमुना नदी की गंभीर दुर्दशा पर जोर देते हुए सांसद स्वाति मालीवाल ने इसे बचाने के लिए तत्काल कार्रवाई की मांग की। उन्होंने नदी की वर्तमान स्थिति पर गहरी चिंता व्यक्त की और कहा कि दिल्ली के लिए जीवन और पवित्रता का प्रतीक मानी जाने वाली यमुना, सरकार की विफलताओं के कारण अब एक प्रदूषित नाले में बदल गई है।
उन्होंने नदी की बिगड़ती स्थिति को दर्शाते हुए चिंताजनक आंकड़े पेश किए। जिसमें 22 नाले, हर दिन 238 मिलियन गैलन अवशोधित सीवेज यमुना में छोड़ते हैं। अब नदी में पानी की बजाय झाग अधिक है, जिसका प्रमुख कारण दिल्ली से उत्पन्न प्रदूषण का एक महत्वपूर्ण हिस्सा शामिल है, जो कि नदी के कुल प्रदूषण का 76 फीसदी है। आगे उन्होंने कहा कि दिल्ली में 55 सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट की आवश्यकता है, लेकिन केवल 35 ही चालू हैं। इनमें से 22 मानक के अनुसार सीवेज ट्रीटमेंट नहीं कर रहे हैं।
मालीवाल ने दिल्ली सरकार की निष्क्रियता की आलोचना की, और 2021 में यमुना नदी को 2025 तक साफ करने के लिए किए गए वादे का उल्लेख किया। उन्होंने कहा कि हजारों करोड़ रुपये खर्च करने के बावजूद कोई महत्वपूर्ण सुधार नहीं हुआ है। उन्होंने इस तथ्य को भी उजागर किया कि यमुना नदी में नियमित रूप से भारी धातु और विषैले रसायन डाले जाते हैं, जो दिल्ली के नागरिकों और वन्यजीवों के स्वास्थ्य पर गंभीर प्रभाव डालते हैं। अंत में स्वाति मालीवाल ने दिल्ली सरकार से तत्काल कार्रवाई करने और अपने वादों को पूरा करने की अपील की। उन्होंने केंद्रीय सरकार से भी इस प्रयास में दिल्ली का समर्थन करने का आग्रह किया।
हिन्दुस्थान समाचार
हिन्दुस्थान समाचार / कुमार अश्वनी / अनूप शर्मा
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