शिमला में अवैध मस्जिद निर्माण का मुद्दा गरमाया, हिंदू संगठनों का प्रदर्शन, मस्जिद के सामने किया हनुमान चालीसा का पाठ
शिमला, 1 सितंबर (हि.स.)। राजधानी शिमला के उपनगर संजौली में एक निर्माणाधीन अवैध मस्जिद काे लेकर राजनीति गरमा गई है। इसे लेकर हिंदू संगठनों और स्थानीय लोगों ने संजौली में प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारी हिन्दू संगठनों ने मस्जिद के सामने हनुमान चालीसा का पाठ किया और निर्माण को अवैध बताते हुए प्रशासन से इसे तोड़ने की मांग की। प्रशासन ने निर्माणाधीन मस्जिद की जमीन को वक्फ की बताया लेकिन इमारत की तीन मंजिलें अवैध रूप से बनाने की बात
स्वीकार की। जिला प्रशासन ने प्रदर्शनकारियों को संयम बरतने की सलाह दी और पूरी छानबीन के बाद उचिव कार्रवाई का आश्वासन दिया।
रविवार को हिंदू संगठनों और स्थानीय लोगों ने संजौली में निर्माणाधीन मस्जिद को अवैध बताते हुए प्रदर्शन किया। संजौली बाजार में बड़ी संख्या में हिंदू संगठनों के कार्यकर्ताओं ने मस्जिद के बाहर पहुंचे और वहां हनुमान चालीसा का पाठ किया। इस प्रदर्शन में कांग्रेस पार्षद नरेंद्र ठाकुर भी शामिल हुए।
प्रदर्शनकारियों का कहना रहा कि शिमला में बाहरी राज्य से आ रहे विशेष समुदाय के लोगों की तादाद लगातार बढ़ती जा रही है और वे हिंदू समाज को डराने धमकाने का काम कर रहे हैं। प्रदर्शनकारियों ने शहर में रेहड़ी फड़ी लगाने वाले बाहरी राज्यों के लोगों की पुलिस वेरिफिकेशन की भी मांग की।
स्थानीय लोगों ने आरोप लगाया कि संजौली में तीन मंजिला मस्जिद को अवैध तरीके से बिना प्रशासन की अनुमति के बनाया गया है। प्रदर्शनकारी अवैध मस्जिद को तोड़ने की मांग पर अड़े रहे। तनाव बढ़ने की आशंका को देखते हुए पुलिस ने सुरक्षा बढ़ा दी है। मामले के तुल पकड़ने पर शिमला के डीसी अनुपम कश्यप और एसपी संजीव गांधी भी मौके पर पहुंचे और प्रदर्शनकारियों को शांत किया। प्रदर्शनकारियों ने कहा कि दो दिन पहले शिमला के उपनगर मल्याना में विशेष समुदाय के लोगों ने एक स्थानीय कारोबारी की बुरी तरह पिटाई की। पीड़ित को सिर पर कई टांके लगे हैं। उनका कहना है कि बाहरी राज्यों से आ रहे विशेष समुदाय के लोग शहर का माहौल बिगाड़ रहे हैं। इससे स्थानीय लोग खौफजदा हैं। डीसी व एसपी ने प्रदर्शनकारियों को पूरे मामले में उचित कार्रवाई का आश्वासन दिया। उन्होंने कहा कि मामले से जुड़े सभी पहलुओं की जांच की जाएगी ताकि समाज में पूरा समांजस्य बना रहे। उन्होंने कहा कि मस्जिद निर्माण का मामला नगर निगम कोर्ट में लंबित है।
डीसी व एसपी ने प्रदर्शनकारियों को संयम बरतने की सलाह दी और कहा कि मामला धार्मिक भावनाओं से जुड़ा है और ऐसे में पूरी छानबीन के बाद उचिव कार्रवाई अमल में लाई जाएगी। एसपी संजीव गांधी ने कहा कि इस पूरे मामले में स्थापित प्रक्रियाओं के अनुरूप काम होगा और उनके सभी मुददों का सकारात्मक समाधान निकाला जाएगा। उन्होंने कहा कि समयबद्ध तरीके से नगर निगम पार्षदों के साथ बैठकर इस पूरे मामले का हल निकाला जाएगा। उन्होंने कहा कि शिमला में काम करने के लिए बाहरी राज्यों से आने वाले प्रवासियों का पंजीकरण किया जाता है और इसे लेकर पुलिस पूरी तरह सजग है। उन्होंने मल्याणा में हिंदु युवक पर हुए हमले के दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने की बात कही। उन्होंने कहा कि इस घटना की जांच का जिम्मा पुलिस अधिकारी को सौंपा गया है।
मौके पर मौजूद नगर निगम के वरिष्ठ अधिकारी ने भी माना कि वक्फ बोर्ड की जमीन पर मस्जिद बनी है, लेकिन इमारत की तीन मंजिलें अवैध तौर पर बनाई जा रही हैं। इस पर जांच के बाद आगामी निर्णय लिया जाएगा
दो दिन पहले हिंदू युवक पर विशेष समुदाय के लोगों ने किया था हमला
शिमला के मल्याणा में दो दिन पहले एक हिंदु युवक पर विशेष समुदाय के लोगों ने हमला किया था। इसके बाद इस मामले ने तूल पकड़ा। शिमला पुलिस ने आरोपितों के खिलाफ आपराधिक मामला दर्ज किया है। विशेष समुदाय के लोगों पर आरोप है कि उन्होंने मल्याणा में दुकान करने वाले स्थानीय कारोबारी और उसके दोस्तों पर डंडे व रॉड से हमले किया था। मारपीट की वजह आपसी कहासुनी बताई गई है। इस घटना में चार युवक चोटिल हुए हैं। इस घटना के बाद हिंदु संगठनोें में विशेष समुदाय के लोगों के हमले से स्थानीय लोगों में आक्रोश पनपा है।
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हिन्दुस्थान समाचार / उज्जवल शर्मा
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