एचएएल के साथ 34 नए एडवांस लाइट हेलीकॉप्टर 'ध्रुव' खरीदने का सौदा फाइनल

एचएएल के साथ 34 नए एडवांस लाइट हेलीकॉप्टर 'ध्रुव' खरीदने का सौदा फाइनल
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एचएएल के साथ 34 नए एडवांस लाइट हेलीकॉप्टर 'ध्रुव' खरीदने का सौदा फाइनल

- रक्षा मंत्रालय ने 8073.17 करोड़ रुपये के दो अनुबंधों पर हस्ताक्षर किए

- भारतीय सेना को 25 और तटरक्षक बल को नौ ध्रुव हेलीकॉप्टर मिलेंगे

नई दिल्ली, 13 मार्च (हि.स.)। रक्षा मंत्रालय ने 34 नए एडवांस लाइट हेलीकॉप्टर (एएलएच) ध्रुव खरीदने के लिए बुधवार को हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (एचएएल) के साथ 8073.17 करोड़ रुपये का सौदा फाइनल कर दिया। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की अध्यक्षता वाली सुरक्षा पर कैबिनेट समिति (सीसीएस) से 07 मार्च को मंजूरी मिलने के बाद आज दो अनुबंधों पर हस्ताक्षर किए गए। इनमें से 25 ध्रुव हेलीकॉप्टर भारतीय सेना को और नौ भारतीय तटरक्षक बल को मिलेंगे।

इन हेलीकॉप्टरों का निर्माण सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनी हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड स्वदेशी रूप से करेगी। भारतीय नौसेना, वायु सेना, सेना और तटरक्षक बल के पास फिलहाल कुल 325 से अधिक एएलएच ध्रुव हेलीकॉप्टर हैं। एएलएच ध्रुव हेलीकॉप्टरों को हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड ने डिजाइन और विकसित किया है। इन हेलीकॉप्टरों की डिलीवरी 2001-02 से शुरू हुई थी। यह 5.5 टन वजन वर्ग में जुड़वां इंजन के साथ बहु-भूमिका वाला बहु-मिशन हेलीकॉप्टर है।

भारतीय सेना के लिए 25 और भारतीय तटरक्षक बल के लिए 09 एएलएच ऑपरेशनल रोल उपकरण के साथ खरीदने का यह सौदा रक्षा विनिर्माण में स्वदेशीकरण की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। भारतीय सेना के लिए तैयार किया गया एएलएच ध्रुव मार्क-III यूटिलिटी संस्करण राहत एवं बचाव, सैन्य परिवहन, आंतरिक कार्गो, रेकी, हताहत निकासी आदि के लिए डिजाइन किया गया है। इस हेलीकॉप्टर ने सियाचिन ग्लेशियर और लद्दाख जैसे अधिकतम ऊंचाई वाले क्षेत्रों में अपनी क्षमताओं का प्रदर्शन साबित किया है।

इसी तरह भारतीय तटरक्षक के लिए तैयार किया गया एएलएच ध्रुव मार्क-III का समुद्री संस्करण समुद्र में निगरानी, तलाशी व बचाव तथा कार्गो ले जाने की क्षमता और चिकित्सा हताहत निकासी का उपयोग करके प्रदूषण प्रतिक्रिया के लिए तैयार किया गया है। इस हेलीकॉप्टर ने समुद्र और जमीन पर प्रतिकूल वायुमंडलीय परिस्थितियों में भी अपनी क्षमता साबित की है। यह परियोजना अनुमानित 190 लाख मानव घंटे का रोजगार पैदा करेगी। इसमें 200 से अधिक सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम से उपकरणों की आपूर्ति होगी और 70 स्थानीय विक्रेता शामिल होंगे।

हिन्दुस्थान समाचार/सुनीत निगम 

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