भारत की कनाडा को सलाह, हिंसा का जश्न मनाना सभ्य समाज का हिस्सा नहीं
नई दिल्ली, 07 मई (हि.स.)। कनाडा में आयोजित एक नगर कीर्तन में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के खिलाफ हिंसा के समर्थन की झांकी पर भारत ने कड़ी आपत्ती जताते हुए कहा कि हिंसा का जश्न मनाना और उसका महिमामंडन करना किसी भी सभ्य समाज का हिस्सा नहीं होना चाहिए।
भारत ने कनाडा को सलाह दी है कि लोकतांत्रिक देश जो कानून के शासन का सम्मान करते हैं, उन्हें अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता के नाम पर कट्टरपंथी तत्वों द्वारा डराने-धमकाने की इजाजत नहीं देनी चाहिए।
कनाडा के माल्टन में नगर कीर्तन परेड की झांकियों में भारतीय राजनेताओं के बारे में हिंसक चित्रण प्रदर्शित करने पर आज भारत ने कड़ा विरोध दर्ज किया है। इस संबंध में मीडिया के सवालों के जवाब में विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने कहा कि हम कनाडा सरकार से फिर से आह्वान करते हैं कि वह कनाडा में आपराधिक और अलगाववादी तत्वों को सुरक्षित आश्रय और राजनीतिक स्थान प्रदान करना बंद करे।
प्रवक्ता ने कहा कि हम कनाडा में अपने राजनयिक प्रतिनिधियों की सुरक्षा को लेकर चिंतित हैं और उम्मीद करते हैं कि कनाडा सरकार यह सुनिश्चित करेगी कि वे बिना किसी डर के अपनी जिम्मेदारियों को निभाने में सक्षम हों।
उन्होंने कहा कि हमने कनाडा में हमारे राजनीतिक नेतृत्व के खिलाफ चरमपंथी तत्वों द्वारा इस्तेमाल की जा रही हिंसक प्रस्तुती के संबंध में अपनी मजबूत चिंताओं को बार-बार उठाया है। पिछले साल, एक जुलूस में हमारे पूर्व प्रधान मंत्री की हत्या को दर्शाती एक झांकी का इस्तेमाल किया गया था। पूरे कनाडा में भारतीय राजनयिकों के खिलाफ हिंसा की धमकी वाले पोस्टर भी लगाए गए हैं।
हिन्दुस्थान समाचार / अनूप/प्रभात
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