चुनाव प्रचार से दूर हुई कुमारी सैलजा बोलीं, उकलाना से लड़ना चाहती थी चुनाव, नहीं मिला टिकट
-कांग्रेस हाईकमान तय करेगी मेरा भविष्य
-मेरी रगाें में कांग्रेस का खून, इसी पार्टी में लूंगी अंतिम सांस
चंडीगढ़, 23 सितंबर (हि.स.)। हरियाणा के चुनाव प्रचार से दूर होकर राजनीतिक अज्ञातवास में चल रही सिरसा की सांसद कुमारी सैलजा ने भाजपा में शामिल होने की अफवाहों को सिरे से खारिज कर दिया है।
एक टीवी चैनल के कार्यक्रम में भाग लेते हुए कुमारी सैलजा ने सोमवार को कई अहम सवालों पर अपनी राय दी। कुमारी सैलजा के संबंध में कुछ वीडियो वायरल होने के बाद से वह चुनाव प्रचार से दूर होकर घर बैठी हुई हैं। कुमारी सैलजा को लेकर पिछले दो दिनों से सोशल मीडिया पर खबरें चल रही हैं कि वह 25 सितंबर को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की मौजूदगी में भाजपा में शामिल हो सकती हैं। हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री एवं केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल उन्हें भाजपा में शामिल होने का न्योता दे चुके हैं।
कुमारी सैलजा ने भाजपा नेताओं पर तंज कसते हुए कहा कि उन पर टिप्पणी करने वाले भाजपा नेताओं से अधिक लंबा राजनीतिक जीवन उनका रहा है। सैलजा ने कहा कि मुझे अपना रास्ता खुद तय करना आता है और पार्टी उनका रास्ता तय करना जानती है। अपना पायदान खिसकने के कारण उन्हें लेकर एक भ्रम फैलाया जा रहा है। कुमारी सैलजा ने कहा कि उनकी रगों में कांग्रेस का खून है। वह अपने पिता की तरह ही कांग्रेस के झंडे में लिपटकर इस दुनिया से विदा होना चाहती हैं।
नेता प्रतिपक्ष भूपेंद्र सिंह हुड्डा द्वारा उन्हें बहन कहने व सम्मानित नेता कहकर मामला खत्म करने के सवाल पर सैलजा ने कहा कि समय का चक्र घूमता रहा है। वक्त बहुत कुछ करवा देता है। हरियाणा में कांग्रेस की सरकार बनने पर हुड्डा को सीएम तथा कुमारी सैलजा को डिप्टी सीएम बनाए जाने के फार्मूले पर सैलजा ने कहा कि हरियाणा में कांग्रेस व अन्य सरकारें इसके तहत सत्ता संभाल चुकी हैं। कांग्रेस में भी एक समय ऐसा था, जब चंद्रमोहन को उपमुख्यमंत्री बनाया गया था। वर्तमान हालात में सैलजा ने कहा कि उन्हें नहीं लगता कि अब पार्टी में सीएम या डिप्टी सीएम जैसी स्थिति आएगी। सीएम कौन बनेगा यह नहीं पता लेकिन कांग्रेस अपनी सभी 89 सीटों पर जीतने के लिए लड़ रही है। फैसला हाईकमान द्वारा किया जाएगा। सेल्फ प्रोजैक्शन करना सभी का अधिकार है।
प्रचार से दूरी बनाने और हुड्डा के साथ मंच साझा न करने जैसे सभी सवालों को टालते हुए कुमारी सैलजा ने कहा कि आज हरियाणा के लोग कांग्रेस की तरफ बड़ी उम्मीद के साथ देख रहे हैं। मैं पार्टी की अनुशासित सिपाही हूं सार्वजनिक प्लेटफार्म पर कोई टिप्पणी नहीं करूंगी।
कुमारी सैलजा ने आज विधानसभा चुनाव लड़ने को लेकर अपनी इच्छा स्पष्ट की। उन्होंने बताया कि लोकसभा चुनाव से पहले ही उन्होंने पार्टी को बोल दिया था कि वह उकलाना से चुनाव लड़ना चाहती हैं लेकिन पार्टी ने उन्हें सिरसा से लोकसभा प्रत्याशी बना दिया। वह चुनाव लड़ीं और बड़े अंतर से जीतीं। इसके बाद भी उन्होंने उकलाना से चुनाव लड़ने की इच्छा जताई। पार्टी ने इनकार कर दिया तो अनुशासन में रहकर अपना काम शुरू कर दिया। उकलाना से भाई को टिकट दिए जाने पर सैलजा ने कहा कि उन्होंने अपने किसी भी परिवार के सदस्य के लिए कभी टिकट नहीं मांगा।
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हिन्दुस्थान समाचार / संजीव शर्मा
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