केरल में बर्ड फ्लू को लेकर स्वास्थ्य विभाग ने जारी किया अलर्ट
तिरुवनंतपुरम, 24 दिसंबर (हि.स.)। केरल के कोट्टायम और अलाप्पुझा जिलों के कुछ हिस्सों में बर्ड फ्लू (एवियन इन्फ्लूएंजा) की पुष्टि के बाद राज्य के स्वास्थ्य विभाग ने अलर्ट जारी किया है। हालांकि, राज्य में बर्ड फ्लू का अब तक कोई भी मानव मामला सामने नहीं आया है।
राज्य की स्वास्थ्य मंत्री वीना जॉर्ज ने बुधवार को स्पष्ट किया कि फिलहाल केरल में मनुष्यों में संक्रमण की कोई पुष्टि नहीं हुई है, लेकिन संभावित प्रसार को रोकने के लिए एहतियाती उपाय अत्यंत आवश्यक हैं। फील्ड स्तर पर निगरानी कड़ी कर दी गई है और जनता से स्वास्थ्य विभाग की ओर से जारी दिशा-निर्देशों का सख्ती से पालन करने की अपील की गई है। स्थिति की समीक्षा और रोकथाम उपायों के समन्वय के लिए उनकी अध्यक्षता में राज्य-स्तरीय रैपिड रिस्पांस टीम (आरआरटी) की बैठक आयोजित की गई।
स्वास्थ्य विभाग ने एवियन इन्फ्लूएंजा से निपटने के लिए मानक संचालन प्रक्रिया (एसओपी) और तकनीकी दिशा-निर्देश भी जारी किए हैं। साथ ही कोट्टायम और अलाप्पुझा के प्रभावित क्षेत्रों में जागरूकता बढ़ाने और निगरानी को मजबूत करने के लिए प्रशिक्षित ‘वन हेल्थ’ कम्युनिटी वॉलंटियर्स को तैनात किया गया है। इसके साथ ही संचालन के बेहतर समन्वय के लिए जिला स्तरीय नियंत्रण कक्ष भी स्थापित किए गए हैं।
स्वास्थ्य विभाग की ओर से अधिकारियों को दवाओं, व्यक्तिगत सुरक्षा उपकरण (पीपीई) और अन्य आवश्यक सुरक्षा सामग्री की पर्याप्त उपलब्धता सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए हैं। प्रभावित क्षेत्रों में रहने वाले लोगों में बुखार और अन्य लक्षणों पर कड़ी निगरानी रखी जा रही है। तेज बुखार, शरीर में दर्द, खांसी या सांस लेने में तकलीफ जैसे लक्षण पाए जाने पर संबंधित व्यक्तियों को विशेष चिकित्सा निगरानी में रखा जाएगा।
स्वास्थ्य विभाग ने जनता से अपील की है कि पक्षियों में किसी भी असामान्य या अचानक मौत की सूचना तुरंत पशुपालन विभाग को दें। हालांकि, कुछ देशों में स्तनधारियों में एवियन इन्फ्लूएंजा के मामले सामने आए हैं, लेकिन केरल में अब तक ऐसे किसी मामले की पुष्टि नहीं हुई है। बावजूद इसके , स्तनधारियों में अचानक होने वाली मौत की सूचना भी अधिकारियों को देने के निर्देश दिए गए हैं।
लोगों को मृत या संक्रमित पक्षियों को न छूने की सख्त चेतावनी दी गई है। केवल अच्छी तरह से पका हुआ मांस और अंडे ही खाने की सलाह दी गई है। पोल्ट्री मांस या पक्षियों के अपशिष्ट के संपर्क में आने वाले लोगों को मास्क, दस्ताने और अन्य सुरक्षात्मक उपकरणों का उपयोग करने के निर्देश दिए गए हैं। कच्चे या अधपके मांस के सेवन से पूरी तरह परहेज करने को कहा गया है।
उल्लेखनीय है कि एवियन इन्फ्लूएंजा, जिसे बर्ड फ्लू भी कहा जाता है, एक वायरल बीमारी है जो मुख्य रूप से पक्षियों को प्रभावित करती है और दुर्लभ मामलों में मनुष्यों में भी फैल सकती है। मुर्गियां, बत्तख, बटेर, हंस और टर्की जैसे पक्षी इसके प्रति अधिक संवेदनशील होते हैं। राज्य में फिलहाल मानव संक्रमण का कोई मामला नहीं है, फिर भी स्वास्थ्य विभाग ने उच्च जोखिम वाले समूहों को विशेष सावधानी बरतने की सलाह दी है।
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हिन्दुस्थान समाचार / उदय कुमार सिंह

