केदार की पंचमुखी चल विग्रह उत्सव डोली तृतीय रात्रि प्रवास के लिए पहुंची गौरीकुंड, हिमालय के लिए 09 मई को प्रस्थान
-दस मई की सुबह सात बजे खोले जायेंगे बाबा के कपाट
देहरादून/रुद्रप्रयाग, 08 मई (हि.स.)। बाबा केदार की पंचमुखी चल विग्रह उत्सव डोली आर्मी बैंड की मधुर धुनों, हजारों भक्तों की जयकारों के बीच बुधवार को अपने तृतीय रात्रि प्रवास के लिए गौरीकुंड पहुंची। गौरी माई मंदिर गौरीकुंड से गुरुवार को बाबा की डोली अपने धाम के लिए रवाना होगी। जिसके बाद अक्षया तृतीय के पावन पर्व पर दस मई को बाबा केदार के कपाट आम भक्तों के लिये खोले जाएंगे।
भक्तों की जयकारों, उत्साह और उमंग के बीच बाबा केदार की पंचमुखी चल विग्रह उत्सव डोली धीरे-धीरे धाम की ओर बढ़ रही है। जहां-जहां से बाबा की डोली गुजर रही है, वहां भक्तों की ओर से पुष्प वर्षा करके डोली का स्वागत किया जा रहा है। भक्त बाबा की भक्ति में लीन होकर जमकर झूम रहे हैं। केदारघाटी के बाजारों में एक बार फिर से रौनक लौट आई है। पैदल डोली यात्रा प्रत्येक दिन 15 से 20 किमी की दूरी तय कर रही है। डोली ले जाने वालों भक्तों में कोई थकान नहीं है।
गौरी माई मंदिर गौरीकुंड से आज बाबा केदार की डोली केदारनाथ के लिए प्रस्थान करेगी और गुरुवार शाम केदारनाथ धाम पहुंचेगी। यहां डोली भंडार गृह में रात्रि प्रवास करेगी और दस मई को सुबह सात बजे ग्रीष्मकाल के छह माह के लिये कपाट खोल दिये जाएंगे।
हिन्दुस्थान समाचार/राजेश/आकाश
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