आर्थिक सुरक्षा के लिए जापानी कंपनियों द्वारा गुजरात में निवेश किया जाएगा: जापान के राजदूत हिरोशी सुजुकी
-मेक इन इंडिया अभियान में जापान के योगदान के नेक्स्ट फेज पर सेमिनार सम्पन्न
-वित्त मंत्री कनुभाई देसाई और जापान एक्सटर्नल ट्रेड ऑर्गनाइजेशन (जेट्रो) के कार्यकारी उपाध्यक्ष काजुया नाकाजो उपस्थित रहे
गांधीनगर, 10 जनवरी (हि.स.)। वाइब्रेंट गुजरात ग्लोबल समिट 2024 के प्रथम दिन वित्त मंत्री कनुभाई देसाई और जापानी राजदूत हिरोशी सुजुकी की उपस्थिति में महात्मा मंदिर में मेक इन इंडिया अभियान में जापान के योगदान के नेक्स्ट फेज पर सेमिनार आयोजित किया गया।
जापानी राजदूत हिरोशी सुजुकी ने वाइब्रेंट गुजरात के 20 वर्ष पूर्ण होने पर बधाई देते हुए कहा कि भारत और जापान वर्षों से स्वतंत्रता (फ़्रीडम), लोकतंत्र (डेमोक्रेसी), सुरक्षा, रणनीतिक साझेदारी (स्ट्रेटजिक पार्टनरशिप) के साथ एक-दूसरे से जुड़े हुए हैं। भारत के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और जापान के प्रधानमंत्री के दूरदर्शी नेतृत्व में अहमदाबाद-मुंबई हाई स्पीड रेल का कार्य तेजी से चल रहा है। उन्होंने कहा कि जापान क्षमता (केपेसिटी), प्रौद्योगिकी(टेक्नॉलजी), नवाचार, वित्त में समृद्ध है और भारत के साथ मिलकर सेमीकंडक्टर इकोसिस्टम विकसित कर रहा है। उन्होंने आशा व्यक्त करते हुए कहा कि जापानी कंपनियां आर्थिक सुरक्षा के लिए गुजरात में अधिक से अधिक निवेश करेंगी।
वित्त मंत्री कनुभाई देसाई ने इस सेमिनार को संबोधित करते हुए कहा कि भारत और जापान के बीच पिछले तीन दशकों से व्यवसाय क्षेत्र में घनिष्ठ संबंध रहे हैं। 2003 से जापान और गुजरात ऑटोमोबाइल क्षेत्र में कार्य कर रहे हैं। ऑटोमोबाइल क्षेत्र के विकास के साथ भारत आज ऑटोमोबाइल सेक्टर में मिनी जापान बन गया है। जापान भारत में ऑटोमोबाइल, ग्रीन एनर्जी और गाय के गोबर से बिजली उत्पादन सहित कई परियोजनाओं पर काम कर रहा है। उन्होंने कहा कि वर्ष 2003 से तत्कालीन मुख्यमंत्री और वर्तमान प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में गुजरात और देश विकास की राह पर आगे बढ़ रहा है। गुजरात में 27 वर्षों से एक ही सरकार होने के कारण जापान का भरोसा और मजबूत हुआ है, जिससे गुजरात में विकास के कई अवसर उपलब्ध हुए हैं। टेक्नोलॉजी और ऊर्जा की दिशा में जापान और गुजरात दोनों एक-दूसरे के साथ कंधे से कंधा मिलाकर आगे बढ़ रहे हैं। जापानी वित्त मंत्रालय के ट्रेड एंड इकोनॉमिक को-ऑपरेशन ब्यूरो के डिप्टी डायरेक्टर जनरल काजुशिगे तानाका ने कहा कि जापान तथा भारत के बीच सेमीकंडक्टर सप्लाई चेन में मजबूत रणनीतिक भागीदारी है। जापानी कंपनियां भारत में विभिन्न क्षेत्रों में निवेश कर उनकी उपस्थिति बढ़ा रही हैं। हाल ही में दोनों देश द्विपक्षीय आर्थिक संबंधों को मजबूत बनाने की राह पर आगे बढ़ रहे हैं। ग्रीन एनर्जी तथा सेमीकंडक्टर जैसे उभरते क्षेत्रों में जापानी कंपनियों को भारत में बिजनेस करने में पहले से अधिक रुचि है।
सुजुकी मोटर कॉर्पोरेशन के वाइस प्रेसीडेंट केनिची आयुकावा ने कहा कि वर्ष 2021 से हमारी कंपनी ने लीथियम बैटरी का बड़े पैमाने पर उत्पादन शुरू किया है। निकट भविष्य में बीईवी (बैटरी इलेक्ट्रिक व्हीकल्स) प्रोडक्शन का विस्तार करने के लिए सुजुकी मोटर गुजरात में 3200 करोड़ रुपये का निवेश करेगी, जिससे प्रतिवर्ष 2.5 लाख यूनिट का उत्पादन होगा। इस निवेश में वार्षिक उत्पादन क्षमता 7.5 लाख यूनिट से बढ़ा कर एक मिलियन यूनिट किया जाएगा। दूसरे कार प्लांट के लिए भी 35 हजार करोड़ रुपये का निवेश किया गया है, जिससे प्रतिवर्ष 10 लाख यूनिट का उत्पादन होगा। इसके फलस्वरूप गुजरात में बीईवी गाड़ियों की उत्पादन क्षमता में 02 मिलियन यूनिट की वृद्धि होगी। डीईएनएसओ कॉर्पोरेशन के भारत के सीईओ श्री यसुहीरो इडा, रेसोनैक कॉर्पोरेशन के मैनेजर याताका ईटो, डिस्को हाईटेक (सिंगापुर) प्रा.लि. के प्रेसीडेंट टाकाटोशी क्यो, एयर वॉटर इंडिया प्रा.लि. के कैंसेई नोजू, मित्सुबिशी हैवी इंडस्ट्री इंडिया प्रा.लि. के रे किमुरा तथा हिताची जोसोन इंडिया प्रा.लि. के एमडी तोमोनोरी ने भारत तथा जापान की रणनीतिक भागीदारी एवं संबंधों के विषय में विस्तार से अपनी बात कही। सेमिनार के अंत में जापान चैम्बर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री इन इंडिया (जेसीसीआईआई) के प्रेसीडेंट टाकुरो होरिकोशी ने धन्यवाद संबोधन दिया। इस सेमिनार में दोनों देशों के कई महानुभाव उपस्थित रहे।
हिन्दुस्थान समाचार/बिनोद/आकाश
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