सैन्य हिरासत में तीन नागरिकों की मौत की जांच शुरू, ब्रिगेड कमांडर हटाये गए
- पुंछ सेक्टर में आतंकी हमले के बाद हिरासत में लिये गए थे आठ नागरिक
- जांच के दायरे में बटालियन के कमांडिंग ऑफिसर और कंपनी कमांडर भी
नई दिल्ली, 25 दिसंबर (हि.स.)। सीमावर्ती जिले पुंछ के सूरनकोट इलाके में डेरा की गली और बुफलियाज़ में गुरुवार को सेना के दो वाहनों पर आतंकी हमले के बाद सैन्य हिरासत में तीन नागरिकों की मौत के मामले की जांच सेना ने शुरू कर दी है। भारतीय सेना ने 13 सेक्टर राष्ट्रीय राइफल्स के एक ब्रिगेड कमांडर को इस मामले की जांच होने तक हटा दिया है और ब्रिगेड की कमान दूसरे अधिकारी को सौंपी गई है।
सीमावर्ती जिले पुंछ के सूरनकोट इलाके में डेरा की गली और बुफलियाज़ के बीच एक तीखे मोड़ पर आतंकी हमले में चार जवान बलिदान हो गए थे। उसके दूसरे दिन आठ आम नागरिकों को सेना की उसी फॉर्मेशन ने उठाया था, जिसमें गुरुवार को पुंछ में आतंकवादियों ने घात लगाकर हमला किया था और चार सैनिक बलिदान हो गए थे। सेना ने रविवार को आखिरकार मारे गए सैनिकों की पहचान नायक बीरेंद्र सिंह, नायक करण कुमार, राइफलमैन गौतम कुमार और राइफलमैन चंदन कुमार के रूप में की। इनमें से दो जवानों के शव क्षत-विक्षत किये गए थे।
सेना प्रमुख जनरल मनोज पांडे ने सोमवार को पुंछ सेक्टर का दौरा किया और उन्हें मौजूदा सुरक्षा स्थिति के बारे में जानकारी दी गई है। उन्होंने जमीन पर कमांडरों के साथ बातचीत की, उन्हें सबसे पेशेवर तरीके से ऑपरेशन चलाने और सभी चुनौतियों के खिलाफ दृढ़ और स्थिर रहने के लिए प्रोत्साहित किया। उत्तरी कमान के जनरल ऑफिसर कमांडिंग-इन-चीफ लेफ्टिनेंट जनरल उपेन्द्र द्विवेदी, जम्मू स्थित व्हाइट नाइट कोर के जनरल ऑफिसर कमांडिंग लेफ्टिनेंट जनरल संदीप जैन और वरिष्ठ नागरिक प्रशासन और पुलिस अधिकारी आतंकवाद विरोधी अभियान और कानून एवं व्यवस्था बनाए रखने तथा निगरानी के लिए राजौरी और पुंछ के जुड़वां जिलों में डेरा डाले हुए हैं।
हिन्दुस्थान समाचार/सुनीत/दधिबल
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