आईएनएस विक्रांत पर भव्य समारोह, खत्म हुआ बहुपक्षीय नौसैनिक अभ्यास 'मिलन'

आईएनएस विक्रांत पर भव्य समारोह, खत्म हुआ बहुपक्षीय नौसैनिक अभ्यास 'मिलन'
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आईएनएस विक्रांत पर भव्य समारोह, खत्म हुआ बहुपक्षीय नौसैनिक अभ्यास 'मिलन'

-अंतरराष्ट्रीय सिटी परेड का साक्षी बना विशाखापट्टनम का समुद्र तट

-हथियार फायरिंग, पनडुब्बी रोधी युद्ध, क्रॉस-डेक लैंडिंग अभ्यास हुए

नई दिल्ली, 27 फरवरी (हि.स.)। बहुपक्षीय नौसैनिक अभ्यास ‘मिलन’ अनूठे समापन समारोह के साथ मंगलवार को खत्म हो गया। विशाखापट्टनम का समुद्र तट 19 से 27 फरवरी तक नौसेना के परिचालन प्रदर्शन और अंतरराष्ट्रीय सिटी परेड का साक्षी बना। इस अभ्यास में जहाजों, पनडुब्बियों और विमानों सहित 35 इकाइयों की भागीदारी देखी गई। समुद्री चरण में मित्र देशों के 13 जहाजों और एक विमान ने भाग लिया। भारतीय नौसेना की भागीदारी में आईएनएस विक्रमादित्य और स्वदेशी विमानवाहक पोत आईएनएस विक्रांत पहली बार शामिल हुए।

कमांडर विवेक मधवाल ने बताया कि बहुपक्षीय नौसैनिक अभ्यास 'मिलन' का समापन करने के लिए भारत के पहले स्वदेशी विमानवाहक पोत आईएनएस विक्रांत पर अनूठा समारोह हुआ। अभ्यास में भाग लेने वाली 35 इकाइयां विशाखापत्तनम के लंगरगाह पर पहुंचीं। जहाजों के कमांडिंग अधिकारी आपसी चर्चा करने के लिए स्वदेशी विमान वाहक आईएनएस विक्रांत पर इकट्ठा हुए। समापन समारोह में समुद्री चरण के परिचालन पहलुओं के बारे में जानकारी दी गई। अभ्यास में भाग लेने वाली नौसेनाओं को बातचीत करने, विचारों का आदान-प्रदान करने और अनुभवों एवं सर्वोत्तम प्रथाओं को साझा करके आपसी समझ और अंतरसंचालनीयता को बढ़ाने में सक्षम बनाया गया।

अभ्यास के दौरान सभी इकाइयों ने असममित खतरों के खिलाफ अभ्यास सहित सतह, उप-सतह और वायु युद्ध के क्षेत्र में जटिल और उन्नत अभ्यासों की एक श्रृंखला शुरू की। प्रमुख अभ्यासों में सतह पर फायरिंग, जटिल एंटी-एयर शूट, भारतीय नौसेना की पनडुब्बियों के साथ उन्नत पनडुब्बी रोधी युद्ध अभ्यास, लड़ाकू विमानों के खिलाफ वायु रक्षा अभ्यास, जहाज से चलने वाले हेलीकॉप्टरों के व्यापक संचालन और भारतीय नौसेना के टैंकरों से ईंधन भरने सहित नाविक कौशल विकास शामिल थे। नौसेना के प्रतिष्ठित बहुपक्षीय नौसैनिक अभ्यास ‘मिलन’ के बंदरगाह चरण में परेड के दौरान विदेशी दोस्तों के बीच सांस्कृतिक जीवंतता और सौहार्द को दर्शाया गया। समुद्री चरण में सतह और उच्च गति वाले हवाई लक्ष्यों के खिलाफ हथियार फायरिंग, पनडुब्बी रोधी युद्ध, क्रॉस-डेक लैंडिंग के अभ्यास किये गए।

इस बार ‘सौहार्द, सामंजस्य और सहयोग’ थीम पर हुए अभ्यास में भारतीय नौसेना के नवीनतम हेलीकॉप्टर एमएच-60 आर और स्वदेशी हल्के लड़ाकू विमान तेजस मार्क-1ए ने पहली भागीदारी की। इसके अलावा विशाखापत्तनम के जलक्षेत्र में पहली बार भारतीय विमान वाहक आईएनएस विक्रमादित्य और स्वदेशी आईएनएस विक्रांत शामिल हुए। कार्यक्रम का समापन शानदार लेजर शो, आतिशबाजी और लंगरगाह में नौसेना के जहाजों पर रंग-बिरंगी रोशनी के साथ हुआ, जिसमें आईएनएस विक्रमादित्य, आईएनएस विक्रांत, आईएनएस मुंबई, आईएनएस चेन्नई और आईएनएस जलाश्व जैसे जहाज शामिल थे।

इंटरनेशनल सिटी परेड में भारतीय समुद्री कैडेट कोर बैंड, भारतीय नौसेना बैंड, कोरूकोंडा सैनिक स्कूल बैंड, भारतीय वायु सेना बैंड, समुद्री कैडेट कोर, भारतीय तट रक्षक, भारतीय वायु सेना, भारतीय सेना, भारतीय नौसेना जैसे समूह शामिल थे। इसके अलावा वियतनाम, थाईलैंड, श्रीलंका, सेशेल्स, रूस, म्यांमार, मॉरीशस, मलेशिया, इंडोनेशिया, फ्रांस और बांग्लादेश सहित विभिन्न देशों की टुकड़ियों के साथ-साथ एपी स्पेशल फोर्स, एपी पुलिस, एपी पुलिस बैंड जैसी स्थानीय संस्थाएं भी शामिल रहीं।

नौसेना के ऑपरेशनल प्रदर्शन में जहाजों, हेलीकॉप्टरों और विमानों ने युद्धाभ्यास का प्रदर्शन किया। मरीन कमांडो ने हेलीकॉप्टर से समुद्र में उतरकर बंधक को छुड़ाने के साथ आतंकवादियों के कैंप को ध्वस्त करने का लाइव प्रदर्शन किया, जिससे दर्शक प्रभावित हुए। पैराट्रूपर्स ने 10 हजार फीट की ऊंचाई से फाइटर जेट से कूदकर जमीन पर उतरने का प्रदर्शन किया। इसके अलावा वायु शक्ति प्रदर्शन, खोज और बचाव प्रदर्शन और भारतीय नौसेना और भारतीय वायु सेना के कई विमानों के फ्लाई-पास्ट ने दर्शकों को मंत्रमुग्ध किया।

हिन्दुस्थान समाचार/सुनीत निगम 

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