इंदौर नगर निगम बना देश का पहला ग्रीन बॉन्ड जारी करने वाला निकाय

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- इंदौर की साख ने बनाया शहर को एक ब्रांड, मुख्यमंत्री ने दी निवेशकों को बधाई

भोपाल, 10 फरवरी (हि.स.)। इंदौर नगर निगम ग्रीन बांड जारी करने वाला देश का पहला नगरीय निकाय बन गया है। शुक्रवार को सुबह 10 बजे यह बांड जारी किया गया और पौने तीन घंटे में यह ओवर सब्सक्रिप्शन पर पहुंच गया। इंदौर निगम के ग्रीन बांड को लोगों ने पसंद किया और हाथों-हाथ लिया। निगम ने जहां 244 करोड़ रुपये के लिए ग्रीन बांड जारी किया था, वहीं 300 करोड़ रुपये उसे बाजार से मिले। इससे स्पष्ट है कि इंदौर निगम के स्वच्छता व ब्रांड वेल्यू को लोगों ने काफी पसंद किया। इसी वजह से ग्रीन बांड में निवेश करने में अधिकांश ने रुचि ली।

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि स्वच्छता के क्षेत्र में देश में निरंतर छह बार प्रथम आने वाले इंदौर ने अब ग्रीन ब्रांड के माध्यम से नई उपलब्धि अर्जित की है। इंदौर के ग्रीन ब्रांड को आमजन और निवेशकों ने हाथों-हाथ लेते हुए कुछ घंटे में ही नंबर-वन बना दिया। इस तरह इंदौर शहर एक ब्रांड बन चुका है। इस उपलब्धि के पीछे इंदौर की साख प्रमुख आधार है। न सिर्फ इंदौर के नागरिक बल्कि मध्यप्रदेश के सभी नागरिक यह गर्व कर सकते हैं कि प्रदेश के किसी नगरीय निकाय ने देश के प्रथम ग्रीन पब्लिक ब्रांड के माध्यम से इस क्षेत्र में ऊँचाइयों को छुआ है।

उल्लेखनीय है कि इंदौर नगर निगम द्वारा सौर ऊर्जा क्षेत्र में संयंत्र स्थापना के लिए शुक्रवार को ग्रीन ब्रांड इश्यू जारी किया। इसके लिए सिर्फ शुरुआती दो घंटे की अवधि में 300 करोड़ रुपये के निवेश प्रस्ताव सामने आए। बाजार बंद होने तक यह राशि करीब 650 करोड़ रुपये हो गई। ओवर सब्सक्राइब की इस स्थिति को आर्थिक क्षेत्र के विशेषज्ञों ने विशेष उपलब्धि माना है।

ग्रीन बॉन्ड की खासियत

ग्रीन बॉन्ड की खासियत यह है कि इसमें कोई भी भागीदार बन सकता है। बॉन्ड का इश्यू प्राइस और फेस वेल्यू एक हजार रुपये है। बॉन्ड में कम से कम 10 हजार रुपये का निवेश करना ही होगा। इंदौर नगर निगम को पहले ही दिन ग्रीन बॉन्ड से उम्मीद से ज्यादा निवेश मिला है। शुक्रवार से शुरू हुआ यह बॉन्ड 14 फरवरी को बंद होगा।

हिन्दुस्थान समाचार / मुकेश / डा. मयंक

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