भारत-सिंगापुर में साइबर सुरक्षा जैसे उभरते क्षेत्रों में सहयोग बढ़ाने पर सहमति
- रक्षा सचिव ने घरेलू रक्षा उद्योग की क्षमता पर प्रकाश डाला
- दोनों पक्षों ने 'रणनीतिक साझेदारी' पर प्रतिबद्धता जताई
नई दिल्ली, 01 नवंबर (हि.स.)। भारत और सिंगापुर के बीच 15वीं रक्षा नीति वार्ता बुधवार को नई दिल्ली में हुई। वार्ता की अध्यक्षता रक्षा सचिव गिरिधर अरमाने और सिंगापुर के स्थायी सचिव (रक्षा) चान हेंग की ने की। बैठक के दौरान दोनों देशों के बीच मौजूदा रक्षा सहयोग की समीक्षा हुई और द्विपक्षीय अभ्यास में सहयोग बढ़ाने पर सहमति बनी। उन्होंने साइबर सुरक्षा जैसे उभरते क्षेत्रों में सहयोग आगे बढ़ाने के लिए भी कदम उठाने पर चर्चा की।
दोनों पक्षों ने विशेष रूप से समुद्री सुरक्षा और बहुपक्षीय सहयोग के क्षेत्र में सहयोग के मौजूदा क्षेत्रों को बढ़ाने के मुद्दों पर बात की। रक्षा सचिव ने मई, 2023 में पहले आसियान-भारत समुद्री अभ्यास के समन्वय और सह-मेजबानी के लिए सिंगापुर के प्रयासों की सराहना की। उन्होंने सिंगापुर की क्षमता के साथ घरेलू रक्षा उद्योग की क्षमता पर प्रकाश डाला। दोनों पक्षों ने आपसी विश्वास और समझ, सामान्य हितों और लोकतंत्र और कानून के शासन के साझा मूल्यों के आधार पर 'रणनीतिक साझेदारी' पूरी तरह से लागू करने पर प्रतिबद्धता जताई।
कोरोना महामारी के बाद भारत और सिंगापुर के बीच रक्षा सचिव स्तर की यह पहली भौतिक बैठक थी। इससे पहले स्थायी सचिव (रक्षा) ने चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (सीडीएस) अनिल चौहान से मुलाकात करके आपसी हित के मुद्दों पर चर्चा की। सिंगापुर प्रतिनिधिमंडल ने नई दिल्ली में प्रधानमंत्री संग्रहालय सहित विभिन्न सांस्कृतिक स्थानों का भी दौरा किया। सिंगापुर रक्षा मंत्रालय के स्थायी सचिव चान हेंग ने राष्ट्रीय युद्ध स्मारक में बलिदानियों को पुष्पांजलि अर्पित करके श्रद्धांजलि दी।
हिन्दुस्थान समाचार/सुनीत/पवन
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