राज विस चुनाव: भारत की अर्थव्यवस्था बड़ी तेजी के साथ आगे बढ़ रही, विश्वभर में पांचवे स्थान पर : हरदीप पुरी
जयपुर, 18 नवंबर (हि.स.)। केन्द्रीय मंत्री हरदीप पुरी ने शनिवार को मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के पेट्रोल-डीजल पर केंद्र सरकार द्वारा अधिक टैक्स लगाने वाले बयान पर पलटवार किया और कहा कि सीएम गहलोत को अपनी गिरेबान में झांकना चाहिए। आज देशभर में पेट्रोल का प्रति लीटर औसत रेट 96 रुपये 72 पैसे है , जबकि राजस्थान के श्रीगंगानगर में यह सबसे ज्यादा 113 रुपये 34 पैसे है।
केंद्रीय मंत्री हरदीप पुरी ने मीडिया सेंटर में पत्रकारों से बातचीत में कहा कि भारत की अर्थव्यवस्था बड़ी तेजी के साथ आगे बढ़ रही है, हम आज विश्वभर में पांचवे स्थान पर हैं और कुछ ही समय में हम पांचवे से तीसरे नंबर पर होंगे। हमारे यहां कच्चा तेल और एनर्जी की डिमांड बढ़ रही है। हमारे यहां यह डिमांड दुनिया के मुकाबले औसत से तीन गुना ज्यादा है, इसलिए हमें 80-85 प्रतिशत कच्चा तेल चाहिए होता है, जिसे हम इंपोर्ट करते हैं। उसके बाद रिफाइनरी से रिफाइन करके पेट्रोल-डीजल व गैस में बांटा जाता है। कच्चे तेल के दाम अंतरराष्ट्रीय स्तर पर तय होते हैं। वहीं कीमत पर इंश्योरेंस और फ्रेट लगता है। प्रोडक्शन के बाद भारत लाने में उसके ऊपर रिफाइनरी का मार्जिन कटता है। इसके बाद केंद्र सरकार एक्साइज ड्यूटी लगाती है और राज्य सरकारें वैट लगाती हैं।
केंद्रीय मंत्री ने कहा यदि हम पिछले 2 साल की बात करें तो राजस्थान की सरकार ने पेट्रोल-डीजल पर 2021-22 और 2022-23 नवंबर तक 35975 करोड़ रुपये टैक्स वसूल किया है। अन्य 18 राज्यों से इस टैक्स की तुलना की जाए तो भी अकेले राजस्थान का टैक्स बहुत ज्यादा है। दिल्ली, उत्तराखंड, नागालैंड, लक्षदीप, मणिपुर, लद्दाख, दमन-दीव, जम्मू और कश्मीर सहित इन 18 राज्यों का टैक्स कलेक्शन 32597 करोड़ है। यदि हम नवंबर 2023 तक राजस्थान में पेट्रोल पर वैट रेट की बात करें तो 31.04 प्रतिशत और डीजल पर 19.03 प्रतिशत है। इसके कारण आज जयपुर में पेट्रोल का रेट प्रति लीटर 108 रुपये 48 पैसे है। गुजरात के गांधीनगर में 96 रुपये 63 पैसे प्रति लीटर और लखनऊ में 96 रुपये 53 पैसे प्रति लीटर के रेट है। यदि हम तुलना करें तो जयपुर में गांधीनगर के मुकाबले 11 रुपये 85 पैसे ज्यादा है, और लखनऊ से 11 रुपये 91 पैसे ज्यादा है। डीजल की बात करें तो जयपुर में आज 93.72 रुपये प्रति लीटर का रेट है। डीजल के मामले में भी गुजरात के गांधीनगर में 88.03 प्रति लीटर है राजस्थान के मुकाबले यह 5 रुपये 78 पैसे सस्ता है। अब आप देखिए की हालात क्या हैं, और राजस्थान के मुख्यमंत्री हमारे ऊपर आरोप लगाते हैं।
पुरी ने कहा कि यदि हम पेट्रोल-डीजल पर सेल्स टैक्स की बात करें तो कांग्रेस शासित चार राज्यों हिमाचल प्रदेश, कर्नाटक, राजस्थान और छत्तीसगढ़ में 86 करोड़ 622 लाख सेल्स टैक्स वसूला गया। यदि देश के 18 राज्यों से इस टैक्स की तुलना की जाए तो ये 16 प्रतिशत ज्यादा है। एलपीजी गैस की बात करें तो कांग्रेस के लोग कहते हैं कि राजस्थान में उज्ज्वला योजना में 500 रुपये का सिलेंडर है, जब यह सिलेंडर 1100 बिकता था तब केंद्र सरकार ने 200 रुपये की सब्सिडी दी। अगस्त में हमने एडिशनल 300 रुपये की सब्सिडी दी। इसमें राजस्थान सरकार की ओर से महज 100 रुपये का सहयोग किया गया। 600 रुपये केंद्र सरकार दे रही है और कांग्रेस शासित राज्य 16 प्रतिशत ज्यादा टैक्स वसूल रहे हैं। 2014 में देश में जहां 14 करोड़ एलपीजी कनेक्शन थे, वहीं हमारे समय में ये बढ़कर 32 से 33 करोड़ हो गए। इसमें केंद्र सरकार ने उज्ज्वला योजना के तहत 9 करोड़ 60 लाख कनेक्शन दिये हैं। कांग्रेस के समय ऑयल बॉंड के नाम पर जो उधार ली गई, उसे आज हमें चुकाना पड़ रहा है। इसका केंद्र सरकार पर अतिरिक्त भार पड़ रहा है।
हिन्दुस्थान समाचार/राजीव/संदीप/दधिबल
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