न्यायपालिका को किसी भी तरह के विधायी या कार्यकारी दबाव से मुक्त होना चाहिए : सीजेआई
नई दिल्ली, 28 जनवरी (हि.स.)। सुप्रीम कोर्ट के 75वें स्थापना दिवस के अवसर पर सुप्रीम कोर्ट में आज एक स्पेशल सेरेमोनियल बेंच बैठी। इस बेंच में सुप्रीम कोर्ट के सारे जज शामिल हुए। इस मौके पर चीफ जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ ने कहा कि न्यायपालिका की स्वतंत्रता सबसे अहम है। उन्होंने कहा कि न्यायपालिका को किसी भी तरह के विधायी या कार्यकारी दबाव से मुक्त होना चाहिए।
चीफ जस्टिस ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट को ख़ुद को वाजिब संस्थान के रूप में स्थापित कर लोगों का विश्वास जीतना चाहिए। जजों को किसी भी तरह के सामाजिक, राजनैतिक दबाव या फिर ख़ुद के पूर्वाग्रहों से मुक्त होना चाहिए। चीफ जस्टिस ने कहा कि कोर्ट के फैसलों की आलोचना हो सके, कोर्ट ने इतनी जगह दी है।
हिन्दुस्थान समाचार/संजय/पवन/प्रभात
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