(अपडेट) जीटीबी अस्पताल में गोलीबारी के खिलाफ डॉक्टरों की बेमियादी हड़ताल, निजी सुरक्षा गार्ड हटाने एवं पुख्ता पुलिस सुरक्षा की मांग
नई दिल्ली, 15 जुलाई (हि.स.)। पूर्वी दिल्ली के शाहदरा इलाके में स्थित दिल्ली सरकार के गुरु तेग बहादुर (जीटीबी) अस्पताल में गोलीबारी की घटना के बाद उत्पन्न तनावपूर्ण और दहशतजदा माहौल में आईएमईडीबी टीम ने सोमवार सुबह जीटीबी अस्पताल का दौरा किया गया। रविवार को सर्जिकल वार्ड में भर्ती एक मरीज की गोली मार कर हत्या कर दी गई थी। उस दौरान ड्यूटी पर तैनात एक सीनियर रेजिडेंट और स्टाफ नर्स भी घायल हो गए थे। इससे डॉक्टरों, नर्सों और अन्य पैरामेडिकल स्टाफ में भय और अस्पताल प्रशासन के खिलाफ तीखा आक्रोश है।
सर्जिकल वार्ड में गोलीबारी की घटना के विरोध में और अस्पताल में डॉक्टरों तथा अन्य स्टाफ की सुरक्षा की गारंटी की मांग को लेकर यहां के रेजिडेंट डॉक्टरों और नर्सिंग स्टाफ आज से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले गए हैं। ओपीडी सेवा पर इसका बुरा असर पड़ा है लेकिन आपातकालीन सेवा हड़ताल से अछूती है। अगर उनकी मांगों पर गौर नहीं किया जाएगा तो आपातकालीन सेवा भी प्रभावित होगी। हड़ताली डाक्टरों को आरडीए के साथ ही डीएमए, आईएमए और अन्य संगठनों का समर्थन मिल रहा है।
हड़ताली डॉक्टर और अन्य स्टाफ आज अस्पताल परिसर में इकट्ठा हुए और अस्पताल प्रशासन के खिलाफ अपने गुस्से का इजहार किया। उन्होंने अस्पताल को सुरक्षा प्रदान करने वाली एजेंसी पर गंभीर सवाल उठाते हुए अस्पताल प्रबंधन को भी कठघरे में खड़ा किया। उन्होंने मांग की कि अस्पताल के मेडिकल सुपरिंटेंडेंट को अविलंब पद से हटाया जाए। उन्होंने आरोप लगाया है कि सुरक्षा प्रदान करने वाली एजेंसी घटिया स्तर के सुरक्षा गार्ड प्रदान करती है। उसकी सेवा को अविलंब टर्मिनेट किया जाए। इस एजेंसी को ज्यादातर सरकारी विभागों और अस्प्तालो में ब्लैक लिस्ट किया जा चुका है। उन्होंने आरोप लगाया कि जीटीबी अस्पताल प्रशासन के भ्रष्ट पदाधिकारी इस ब्लैक लिस्टेड कंपनी को मोटी रकम लेकर बिना टेंडर प्रक्रिया के विस्तार दे रहे हैं। इसकी जांच कराई जाए। दिल्ली के उपराज्यपाल अस्पताल का दौरा कर सभी मामलों पर संज्ञान लें।
इस सम्बन्ध में सोमवार को जीटीबी अस्पताल में एक आपातकालीन प्रेस कॉन्फ्रेंस बुलाई गई, जिसे संयुक्त इंडियन मेडिकल एसोसिएशन और जीटीबी अस्पताल के रेजिडेंट डाक्टर्स एसोसिएशन (आरडीए) के पदाधिकारियों ने सम्बोधित किया। इन डाक्टरों ने कहा कि कल की गोलीबारी की घटना के बाद से अस्पताल में चौतरफा दहशत का माहौल है। डाक्टरों ने कल की गोलीबारी के दोषियों को तत्काल गिरफ्तार किये जाने की मांग की।
उन्होंने कहा कि यहां डाक्टरों, नर्सों और अन्य स्टाफ को पर्याप्त सुरक्षा व्यवस्था मुहैया कराये जाने की आवश्यकता है। अस्पताल में असामाजिक और अराजक तत्वों से निपटने के लिए बाउंसरों की व्यवस्था की जाए तथा संवेदनशील क्षेत्रों की निगरानी के लिए सीसीटीवी की व्यवस्था की जाए। 24 घंटे अस्पताल में पर्याप्त संख्या में पुलिस कर्मियों की तैनाती की जाए। मरीजों के मुलाकातियों और आगंतुकों के लिए घंटे तय किए जाएं और प्रवेश कार्ड की सुविधा शुरू की जाए ताकि बेरोकटोक आवाजाही पर रोक लग सके। इसके अलावा बेरीकेड प्रणाली की भी व्यवस्था की जाए।
प्रेस कान्फ्रेंस के दौरान डॉ. रजत शर्मा (अध्यक्ष, रेजिडेंट डाक्टर्स एसोसिएशन, जीटीबी), डॉ. निशेष (पूर्व अध्यक्ष, रेजिडेंट डाक्टर्स एसोसिएशन,जीटीबी), जितेन्द्र रोहिल्ला (अध्यक्ष नर्सेस एसोसिएशन), केहर सिंह (सचिव, यूसीएमएस कर्मचारी एसोसिएशन), हंसराज (अध्यक्ष, कर्मचारी एसोसिएशन जीटीबी), जिनेश (सचिव, कर्मचारी एसोसिएशन, जीटीबी) के साथ डॉ. राधा जैन (अध्यक्ष, आईएमए ईडीबी), डॉ. अजय लेखी (पूर्व अध्यक्ष डीएमए एवं ईडीबी), डॉ. धनंजय (ज्वाइंट एडिटर, आईएमए ईडीबी), डॉ. नीलम लेखी (पूर्व अध्यक्ष आईएमए ईडीबी एवं पूर्व वरिष्ठ उपाध्यक्ष डीएमए), डॉ. दीपा गुप्ता (पूर्व सचिव आईएमए), डॉ. कीर्ति निर्मल (सहायक सचिव आईएमए ईडीबी) आदि उपस्थित रहे।
हिन्दुस्थान समाचार
हिन्दुस्थान समाचार / प्रभात मिश्रा / आकाश कुमार राय
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