बांग्लादेश में गैर मुस्लिमों पर नहीं थम रहे हमले, खतरे में अल्पसंख्यक समुदाय

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बांग्लादेश में गैर मुस्लिमों पर नहीं थम रहे हमले, खतरे में अल्पसंख्यक समुदाय


ढाका, 6 अगस्त (हि.स.)। बांग्लादेश में शेख हसीना के इस्तीफे के बाद से हिंदू, बौद्ध सहित गैर मुस्लिम समुदाय के लोगों पर हमलों की घटनाएं लगातार जारी हैं। विभिन्न जिलों में हिंसा, तोड़फोड़, लूटपाट और आगजनी की घटनाएं बढ़ती जा रही हैं। इस अस्थिरता के माहौल में अल्पसंख्यक समुदाय को निशाना बनाया जा रहा है, जिससे उनकी सुरक्षा पर गंभीर खतरा मंडरा रहा है।

बांग्लादेश हिंदू बौद्ध क्रिश्चियन एक्य परिषद् ने मंगलवार शाम पिछले दो दिनों के दौरान देशभर में हुए गैर मुस्लिम समुदाय (हिंदू, बौद्ध और क्रिश्चियन) के घरों और पूजा स्थलों पर हमले की सूची जारी की है। इसके मुताबिक शेरपुर के शत्रीबर्दी में युवक एकता परिषद के अध्यक्ष के घर पर हमला कर लूटपाट की गई। इसी तरह, खुलना के रूपसा थाने के हाइसगाती गांव में श्यामल कुमार दास और स्वजन कुमार दास के घर पर हमला हुआ। खुलना जिले में ही जिला एकता परिषद के अध्यक्ष बिमान बिहारी अमित और युवक एकता परिषद के अध्यक्ष अनिमेष सरकार रिंटू के टुटपाड़ा स्थित घरों पर भी हमला कर लूटपाट की गई।

दाकोप के बनिसांता के आमतली में जयंत गाइन के घर पर हमला हुआ। वहीं, खुलना के ही कई अन्य इलाकों में अल्पसंख्यक परिवारों के घरों पर हमले, तोड़फोड़ और लूटपाट की गई। फेनी में दुर्गा मंदिर पर हमला किया गया। दिनाजपुर में फूलतला श्मशान घाट पर कब्जा कर लिया गया और परबतिपुर के काली मंदिर समेत पांच मंदिरों में तोड़फोड़ की गई।

दिनाजपुर के सेताबगंज बोचागंज में अल्पसंख्यक परिवारों के घरों पर हमले और लूटपाट की घटनाएं जारी हैं। चिरिरपोर्ट थाने के धल्ला गांव में भी अल्पसंख्यकों (हिंदुओं) के घरों पर हमला कर तोड़फोड़ की गई। नर्सिंगदी में पूजा उदयापन परिषद के नेता दीपक साहा के घर और कार्यालय पर हमला कर लूटपाट की गई।

लक्ष्मीपुर में चंद्रगंज के गौतम मजुमदार के घर पर हमला, तोड़फोड़, लूटपाट और आगजनी की गई। किशोरगंज के कुलियारचर के अगोरपुर गांव में नकुल कुमार और सुशांत के घर पर आगजनी की गई। चटगांव के राउजान में उज्जल चक्रवर्ती के घर पर हमला हुआ।

यशोर के अभयनगर के धोपादी पालपाड़ा गांव में तीन घरों में आगजनी की गई। बाघारपाड़ा नारिकेल बाड़ीया में चेयरमैन बबलू साहा के गोदाम समेत 22 दुकानों में तोड़फोड़ और लूटपाट की गई। यशोर के ही कई अन्य इलाकों में अल्पसंख्यक घरों पर हमले, तोड़फोड़ और लूटपाट की घटनाएं हुईं।

सतखिरा में जिला एकता परिषद के अध्यक्ष विश्वजीत साधु के घर पर हमला कर लूटपाट और आगजनी की गई। इसी जिले में एकता परिषद के केंद्रीय सह-संगठन सचिव डॉ. सुब्रत घोष के घर पर भी हमला हुआ।

हबीगंज के शायस्तागंज बाजार में उपजिला एकता परिषद के अध्यक्ष असित बरण दास की दुकान पर हमला हुआ। नाराइल के लोहारगड़ा में अल्पसंख्यक घरों पर हमले, तोड़फोड़, लूटपाट और दुष्कर्म की घटनाएं हुईं। बोगुरा के बड़ेगुला तिलपट्टी में अल्पसंख्यकों के पांच से सात दुकानों में तोड़फोड़ और लूटपाट की गई।

दो दिनों में 56 जगहों पर हमले

मंगलवार को बांग्लादेश हिंदू बौद्ध क्रिश्चियन एकता परिषद ने अल्पसंख्यक समुदाय पर हमले की जो सूची जारी की है उसमें 56 घटनाओं का जिक्र है। दरअसल, सोमवार को परिषद के अध्यक्ष और बांग्लादेश के अल्पसंख्यक आंदोलन के प्रमुख अधिवक्ता राणा दासगुप्ता ने 29 क्षेत्रों में 45 अल्पसंख्यक-उत्पीड़न की घटनाओं की एक सूची बनाई थी। मंगलवार को इस सूची में 11 और क्षेत्रों को जोड़ा गया है।

इन क्षेत्रों में शामिल हैं:

शेरपुर, खुलना, फेनी, दिनाजपुर , नर्सिंगदी, लक्ष्मीपुर, किशोरगंज, चटगांव, यशोर, सतखिरा, हबीगंज, नाराइल, बोगुरा, पाटूआखाली, पंचगढ़, नोआखाली, ठाकुरगांव, झिनैदाह, पाबना, नीलफामारी, टांगाइल, झलकाठी, शारीयतपुर, लालमोनिरहाट, माइमेनसिंग, नेतरोकोना, मुंसीगंज, चांदपुर और नारायनगंज, मावा, फरिदपुर, जॉयपुरहाट, बागेरहाट, पीरोजपुर, माणिकगंज, ढाका, सिलहट, ब्राह्मणबाड़ीया, कुमिल्ला और नाराइल। इन इलाकों में मंगलवार को नए सिरे से हमले हुए हैं। इन घटनाओं के मद्देनजर परिषद ने छह सदस्यों की एक स्टीयरिंग कमेटी बनाई है, जिसके सदस्य सचिव मणिंद्र नाथ होंगे।

इस स्थिति को देखते हुए, अंतरराष्ट्रीय समुदाय और बांग्लादेश सरकार से त्वरित और प्रभावी कदम उठाने की अपील की गई है, ताकि अल्पसंख्यक समुदाय की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके। हिंदू बौद्ध क्रिश्चियन एकता परिषद ने इन घटनाओं की गंभीरता को देखते हुए तत्काल कार्रवाई की आवश्यकता पर जोर दिया है।

इन घटनाओं से स्पष्ट है कि शेख हसीना के इस्तीफे के बाद से अल्पसंख्यक समुदाय की सुरक्षा पर गंभीर खतरा पैदा हो गया है। अंतरराष्ट्रीय समुदाय और बांग्लादेश सरकार को इन हिंसक घटनाओं को रोकने और अल्पसंख्यक समुदाय की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए त्वरित और प्रभावी कदम उठाने की आवश्यकता है।

उल्लेखनीय है कि भारत सरकार की ओर से विदेश मंत्री एस जयशंकर ने मंगलवार को सदन में बांग्लादेश में अल्पसंख्यक समुदाय पर हो रहे अत्याचार को लेकर चिंता जाहिर की है। उन्होंने कहा है कि भारत स्थिति पर नजर रख रहा है।

हिन्दुस्थान समाचार / ओम पराशर / संतोष मधुप / संजीव पाश

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