(संशोधित) चारधाम यात्रा : धामों के कपाट खुलने के दिन हेलीकाप्टर से की जायेगी पुष्प वर्षा
-धामी बोले-चारधाम यात्रा की सभी तैयारियां 10 मई तक हर हाल में पूरी हों, यात्रा को सुगम और सुरक्षित बनाएं
-मुख्यमंत्री ने बाबा केदारनाथ डोली यात्रा के साथ चलने वाले 'मुख्य सेवक के भंडारा कार्यक्रम' को हरी झण्डी दिखाकर किया रवाना
देहरादून, 05 मई (हि.स.)। धामी सरकार 10 मई से शुरू हो रही चारधाम यात्रा की सभी तैयारियाें को लेकर मुस्तैदी के साथ काम कर रही है। मुख्यमंत्री ने पिछले वर्ष की चारधाम यात्रा के अनुभवों से सीख लेकर यात्रा को सुगम और सुरक्षित बनाने के निर्देश दिए हैं। धामों के कपाट खुलने के दिन हेलीकाप्टर से पुष्प वर्षा की जायेगी। इस बार भी यात्रा को लेकर श्रद्धालुओं में काफी उत्साह है।
रविवार को मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी उत्तराखंड सदन, नई दिल्ली से वर्चुअल रूप से बाबा केदारनाथ डोली यात्रा के साथ चलने वाले 'मुख्य सेवक के भंडारा कार्यक्रम' के 300 सेवादारों की टीम को मुख्य सेवक सदन मुख्यमंत्री कैम्प कार्यालय,देहरादून में हरी झण्डी दिखाकर रवाना किया।
इस मौके पर मुख्यमंत्री धामी ने बाबा केदारनाथ डोली यात्रा के साथ चलने वाले 'मुख्य सेवक के भंडारा कार्यक्रम' की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि 10 मई से हमारी चारधाम यात्रा प्रारम्भ होने वाली है, जो हमारे लिये उत्सव का वातावरण तैयार करती है। साथ ही हम सब चारधाम यात्रा जल्दी से जल्दी प्रारम्भ हो, इसका इन्तजार बेसब्री से करते हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि चारधाम यात्रा का एक बहुत बड़ा उत्सव पूरे उत्तराखण्ड, देशवासियों, भक्तगणों, श्रद्धालुओं, तीर्थयात्रियों के लिये होता है। इस अवसर पर हम सब लोग अपने-अपने तरीके से इस पुण्य में सम्मिलित होते हैं। इस पुण्य में भण्डारे के आयोजन की अपनी अलग ही भूमिका है, जिसके लिये उन्होंने इस आयोजन में शामिल टीम लीडर हिमांशु चमोली सहित महाराष्ट्र, राजस्थान, दिल्ली, उत्तर प्रदेश, उत्तराखण्ड आदि के युवाओं को हार्दिक बधाई व शुभकामना दी।
उन्होंने इस मौके पर पिछले वर्ष आयोजित किये गये ’मुख्य सेवक के भंडारा कार्यक्रम का उल्लेख करते हुये कहा कि पिछले वर्ष इस भण्डारा कार्यक्रम का आयोजन बहुत ही शानदार रहा। हजारों श्रद्धालुओं, तीर्थयात्रियों ने इस भण्डारे का प्रसाद ग्रहण किया, जिसके सफल आयोजन का सन्देश पूरे देश में गया।
उन्होंने कहा कि हमारी चारधाम यात्रा सुगम और सुरक्षित हो इसके लिये पेयजल, परिवहन, विद्युत, स्वास्थ्य, आपदा प्रबन्धन, पुलिस, यातायात, लोक निर्माण आदि विभागों की समीक्षा की। साथ ही अधिकारियों को निर्देशित किया है कि चारधाम यात्रा की सभी तैयारियां आगामी 10 मई तक हर हाल में पूरी हों, जिससे यहां आये श्रद्धालु अच्छा सन्देश लेकर जाएं।
उन्होंने कहा कि चारधाम यात्रा हमारे लिये चुनौती भी है, क्योंकि प्रत्येक वर्ष श्रद्धालुओं की संख्या निरन्तर बढ़ रही है। इस बार भी यात्रा को लेकर श्रद्धालुओं में काफी उत्साह है। जिस दिन धामों के कपाट खुलेंगे, उस दिन हेलीकाप्टर से पुष्प वर्षा की जायेगी। उत्तराखण्ड मेजवान है और हमारा दायित्व बनता है कि पिछले वर्ष की चारधाम यात्रा के अनुभवों से सीख लेकर इस यात्रा को और अच्छा करें। यह यात्रा किसी व्यक्ति की न होकर पूरे देश की यात्रा है।
मुख्यमंत्री ने चारधाम यात्रा का जिक्र करते हुए कहा कि विगत दिवस उन्होंने चारधाम यात्रा के साथ ही वर्तमान में जंगलों में जो वनाग्नि को लेकर अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की, जो हमारे लिये एक चुनौती हैं। अधिकारियों को निर्देश दिये हैं कि वे सभी आपस में सामंजस्य स्थापित करते हुए एक ऐसा मैकेनिज्म बनायें ताकि जल्दी से जल्दी इस वनाग्नि पर हम सब लोग काबू पा सकें। उन्होंने सभी प्रदेशवासियों से भी वनों को बचाने के लिये अपना पूरा सहयोग देने की अपील की। यह वन सम्पदा हमारी धरोहर है, इसको हमें हर हाल में बचाना है और सभी को वनों को बचाने में अपना योगदान देना है।
उल्लेखनीय है कि देवभूमि उत्तराखंड के पावन हिमालयी क्षेत्रों में विराजे हमारे चारों धाम विश्वभर के सनातन प्रेमियों की आस्था के केंद्र हैं। कपाट खुलने से पहले भगवान केदारनाथ की पंचमुखी भोगमूर्ति चल विग्रह उत्सव डोली यात्रा, पंचकेदार गद्दीस्थल ओंकारेश्वर मंदिर ऊखीमठ से अपने धाम के लिए प्रस्थान करती है। इस दौरान बाबा केदार की उत्सव डोली यात्रा में आने वाले सभी श्रद्धालुओं के भोजन आदि की व्यवस्था के लिए मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की प्रेरणा से प्रदेश के युवाओं द्वारा भंडारे का आयोजन किया जाता है।
पिछले साल की तरह इस साल भी युवाओं का यह समूह 05 मई से 10 मई तक ’मुख्य सेवक का भंडारा कार्यक्रम’ का आयोजन करने जा रहा है। भंडारे को उखीमठ, गुप्तकाशी, फाटा, गौरीकुंड और केदारनाथ में सफलतापूर्वक सम्पन्न करने के लिए सभी प्रकार की तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। इस पूरे 'मुख्य सेवक के भंडारा कार्यक्रम' के दौरान साफ-सफाई और पर्यावरण का विशेष ध्यान रखा जायेगा। कपाट खुलने के दिन मंदिर प्रांगण में भजन गायक कलाकारों द्वारा प्रस्तुतियां भी दी जाएंगी।
इस मौके पर संस्कृति, साहित्य, कला परिषद उपाध्यक्ष मधु भट्ट, के.के. मदान, नवीन पिरशाली, दिनेश त्रिपाठी, मनीष सजवाण, सुबोध सहित बड़ी संख्या में श्रद्धालुगण उपस्थित थे।
हिन्दुस्थान समाचार/राजेश/रामानुज
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