भारत में स्वास्थ्य क्षेत्र व्यापार नहीं, सेवा हैः केंद्रीय मंत्री मंडाविया
-भारत का अपना अनोखा स्वास्थ्य मॉडल हैः मंडाविया
-एमजीएम मेडिकल कॉलेज के अमृत महोत्सव में शामिल हुए केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री
इंदौर, 07 जनवरी (हि.स.)। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया ने कहा कि देश की नवीन स्वास्थ्य नीति बनाई गई। साथ ही पिछले एक दशक में स्वास्थ्य क्षेत्र के लिए आवंटित किया जाने वाला बजट भी बढ़ा है। हम भारत की तुलना अन्य देशों से न करें। भारत का अपना यूनिक स्वास्थ्य मॉडल है। स्वास्थ्य क्षेत्र व्यापार नहीं बल्कि सेवा है। कोरोना काल में जब हर देश के चिकित्सकों ने अस्पताल आने से मना कर दिया था, तब हमारे देश के कई डॉक्टर और नर्सों ने अपने दायित्वों का निर्वहन करते हुए प्राण न्यौछावर कर दिए थे।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मंडाविया रविवार देर शाम इंदौर के एमजीएम मेडिकल कॉलेज के स्थापना के 75 वर्ष पूर्ण होने पर आयोजित अमृत महोत्सव में बतौर मुख्य अतिथि संबोधित कर रहे थे। कार्यक्रम की अध्यक्षता प्रदेश के उप मुख्यमंत्री राजेंद्र शुक्ल ने की। इस अवसर पर नगरीय विकास एवं आवास मंत्री कैलाश विजयवर्गीय, जल संसाधन मंत्री तुलसीराम सिलावट, सांसद शंकर लालवानी, विधायक गोलू शुक्ला, अपर मुख्य सचिव मोहम्मद सुलेमान, मेडिकल कॉलेज के डीन डॉ. संजय दीक्षित, डॉ. सुमित शुक्ला एवं चिकित्सकगण तथा मेडिकल कॉलेज के एलुमनाई छात्र-छात्राएं उपस्थित रहे।
परिवार, गुरु एवं देश के प्रति सम्मान का भाव कभी ना खोएं
केद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मंडाविया ने कहा कि एमजीएम मेडिकल कॉलेज से शिक्षित ऐसे सभी डॉक्टर जिन्होंने प्रदेश देश एवं विश्व स्तर पर अपनी स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान की हैं, उनका मैं अभिनंदन करता हूं। उन्होंने कहा कि किसी भी व्यक्ति के सफलता से तीन लोग अभिभूत हो उठते हैं, पहले उनके परिवारजन दूसरे उनके गुरु और तीसरा देश। इन तीनों के प्रति हमारा दायित्व हमेशा रहना चाहिए साथ ही मन में सम्मान का भाव भी कभी नहीं खोना चाहिए। हम सभी का दायित्व है कि हम अपने संस्कारों को हर स्थिति में संजोए रखें। विरासत से जो प्रेरणा लेता है वह अपना भविष्य सुनहरा कर लेता है।
उन्होंने मेडिकल कॉलेज के सभी एलुमनाई छात्र-छात्राओं का आवाहन करते हुए कहा कि वह न केवल उनके इंस्टीट्यूट का बल्कि देश के विकास में अपना योगदान दें। यह योगदान सिर्फ आर्थिक सहायता नहीं बल्कि अपनी स्वास्थ्य सेवाएं जनकल्याण और जनहित में प्रदान करके नए भारत के निर्माण में भागीदार बने। उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य अफॉर्डेबल और एक्सेसिबल तभी बन सकता है, जब हमारे यहां के चिकित्सक अपनी सेवाएं गांव और दूरस्थ क्षेत्रों तक पहुंचाने के लिए खुद से आगे आएं। हमारे यहां के मेडिकल इंस्टिट्यूट सिर्फ एक डॉक्टर का निर्माण न करें बल्कि एक जिम्मेदार नागरिक का भाव उनमें रोपण करें।
मेडिकल कॉलेज में बनेगा 100 बेड का क्रिटिकल केयर ब्लॉक
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मंडाविया ने मंत्री कैलाश विजयवर्गीय की मांग पर आश्वासन दिया कि इंदौर में जल्द ही कैंसर केयर के लिए केंद्र स्तर से व्यवस्था करने के लिए कार्य नीति बनाई जाएगी। उन्होंने कहा कि मेडिकल कॉलेज में 50 करोड़ की लागत से 50 बेड का क्रिटिकल केयर ब्लॉक बनाया जा रहा था, अब इसकी क्षमता 100 बेड की कर दी जाएगी। इसके लिए अतिरिक्त 50 करोड़ रुपये की आर्थिक सहायता की स्वीकृति वे स्वयं देंगे।
एमवाय अस्पताल को आदर्श अस्पताल बनाया जाएगाः शुक्ल
उप मुख्यमंत्री राजेंद्र शुक्ल ने कहा कि कोरोना महामारी के दौरान प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया ने वह कार्य कर दिया, जो विश्व में कोई नहीं कर सका। भारत में न केवल वैक्सीन का निर्माण हुआ बल्कि वह वैक्सीन विश्व के अन्य देशों तक पहुंचाई गई। उन्होंने कहा कि इंदौर के एमवाय अस्पताल को आदर्श अस्पताल बनाने के लिए शासन से हर संभव सहायता प्रदान की जाएगी। इंदौर देश का सबसे स्वच्छ शहर है, यहां के स्वास्थ्य अधोसंरचना को बेहतर बनाने के लिए किसी भी प्रकार की कमी नहीं छोड़ी जाएगी।
कार्यक्रम में अतिथियों द्वारा मेडिकल कॉलेज के विशेष पोस्टल स्टैंप का अनावरण किया गया। मेडिकल कॉलेज की पत्रिका का विमोचन करने के साथ-साथ एलुमनाई पोर्टल का भी शुभारंभ किया गया। इस अवसर पर मेडिकल कॉलेज के तीन भूतपूर्व छात्र लीला जोशी, अरुण दबके एवं पीएस हार्डिया, जिन्हें भारत सरकार द्वारा पद्मश्री सम्मान प्रदान किया गया है, उनको भी सम्मानित किया गया।
हिन्दुस्थान समाचार/मुकेश/आकाश
हमारे टेलीग्राम ग्रुप को ज्वाइन करने के लिये यहां क्लिक करें, साथ ही लेटेस्ट हिन्दी खबर और वाराणसी से जुड़ी जानकारी के लिये हमारा ऐप डाउनलोड करने के लिये यहां क्लिक करें।