मप्रः विधानसभा में गूंजा हरदा पटाखा फैक्ट्री विस्फोट कांड, कांग्रेस ने की न्यायिक जांच की मांग

मप्रः विधानसभा में गूंजा हरदा पटाखा फैक्ट्री विस्फोट कांड, कांग्रेस ने की न्यायिक जांच की मांग
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मप्रः विधानसभा में गूंजा हरदा पटाखा फैक्ट्री विस्फोट कांड, कांग्रेस ने की न्यायिक जांच की मांग


भोपाल, 08 फरवरी (हि.स.)। मप्र विधानसभा के बजट सत्र के दूसरे दिन गुरुवार को सदन में हरदा पटाखा फैक्ट्री विस्फोट कांड की गूंज सुनाई दी। कांग्रेस के विधायकों ने हरदा में पटाखा फैक्ट्री में हुए भीषण विस्फोट मामले की न्यायिक जांच की मांग को लेकर जमकर हंगामा किया। भाजपा सरकार ने जब मांग नहीं मानी तो कांग्रेस विधायकों ने नारेबाजी करते हुए विधानसभा से वॉकआउट कर दिया। कांग्रेस नेता उमंग सिंघार ने कहा कि मामले की अधिकारी जांच करेंगे तो वह अपने साथियों को बचाएंगे। मामले की न्यायिक जांच करानी चाहिए।

सदन में गुरुवार को प्रश्नकाल के बाद कांग्रेस के सदस्यों ने हरदा विस्फोट को लेकर स्थगन प्रस्ताव देकर चर्चा कराने की मांग की, जिसे विधानसभा अध्यक्ष नरेंद्र सिंह तोमर ने स्वीकार कर लिया और चर्चा के लिए डेढ़ घंटे के समय निर्धारित किया। विपक्ष ने सदन में मामले की न्यायिक जांच कराने की मांग उठाई। इस पर मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने यह करते हुए इनकार कर दिया कि विस्फोट मामले की जांच कराई जा रही है, जो दोषी होगा उस पर कार्रवाई की जाएगी।

विपक्ष द्वारा लाए गए स्थगन प्रस्ताव पर चर्चा में मुख्यमंत्री डॉ यादव ने कहा कि जांच कराई जा रही है। कितना ही बड़ा अधिकारी क्यों न हो, दोषी को नहीं छोड़ा जाएगा। पूरे प्रदेश में जांच के लिए टीम गठित कर दी है। मैं इस बात में नहीं पड़ना चाहता हूं कि तीन वर्ष पहले किसकी सरकार थी। यह दुर्भाग्यपूर्ण घटना हुई है। जैसे ही इसकी जानकारी लगी तो मंत्री राव उदय प्रताप सिंह को अधिकारियों के साथ भेजा। तत्काल सभी कलेक्टरों की आपात बैठक बुलाई गई। जो वीडियो देखा था, उससे ऐसा लग रहा था मानो परमाणु बम फूट गया हो। केंद्रीय गृहमंत्री को तत्काल सूचना दी गई, क्योंकि तब तक घटना के संबंध में कोई ठोस जानकारी नहीं थी। 100 फायर ब्रिगेड, 50 एंबुलेंस भेजी, अस्पतालों में तैयारी की गई, ग्रीन कॉरिडोर बनाए गए। यदि किसी को बाहर भेजने की आवश्यकता होगी तो उपचार के लिए अवश्य भेजा जाएगा। यह भी देखा जाएगा कि ऐसी फैक्ट्री के आसपास किसी तरह की बस्ती न हो।

विपक्ष ने इस पूरे मामले की जांच के लिए न्यायिक आयोग गठित करने की मांग की, जिसे नहीं माना गया। इसके बाद विपक्ष ने बहिर्गमन कर विरोध जताया और सदन के बाहर नारेबाजी की। नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार ने कहा कि हरदा ब्लास्ट ने राज्य ही नहीं पूरे देश को हिला कर रखा दिया है। हमने सरकार की पूरी बात सुनी, मगर हमारी मांग है कि इस मामले में न्यायिक जांच हो, पहले भी प्रदेश में इस तरह की कई घटनाएं हुई हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार अधिकारियों को बचाने का प्रयास कर रही है। जांच के नाम पर लीपापोती हो रही है। तत्कालीन संभाग आयुक्त पर अभी तक कोई कार्यवाही नहीं की गई है। कलेक्टर और पुलिस अधीक्षक को हटाए जाने पर भी विपक्ष ने कहा कि यह कोई कार्रवाई नहीं है, सिर्फ दिखावा है। हम बस इतना चाहते हैं कि दोषियों पर सख्त कार्रवाई हो।

कांग्रेस विधायकों ने आरोप लगाया कि अधिकारियों की मिलीभगत से ही हरदा में वह फैक्ट्री संचालित हो रही थी, जो कई लोगों की मौत का कारण बनीं। विपक्ष के उप नेता हेमंत कटारे ने कहा कि कई लोग अपने परिचितों को तलाश रहे हैं। ट्रांसफर करना-हटाना कोई कार्रवाई नहीं है। रामनिवास रावत ने कहा कि यह कोई पहली घटना नहीं है। इससे पहले 2015 में भी हरदा में घटना हुई थी पेटलावद में भी घटना हो चुकी है, लेकिन अभी तक सरकार ने सदन में रिपोर्ट ही नहीं रखी है, जबकि यदि रिपोर्ट प्रस्तुत कर जाती तो संभव है कि ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो, उसके संबंध में कोई व्यवस्था बन जाती। वहीं, पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कहा कि यह बहुत बड़ी दुर्घटना है, लापरवाही और भ्रष्टाचार है।

स्कूल शिक्षा एवं परिवहन मंत्री राव उदय प्रताप सिंह ने घटना के बाद किए गए घटनास्थल के निरीक्षण और सरकार द्वारा की गई व्यवस्थाओं की जानकारी सदन को दी। वहीं, विश्वास सारंग ने जब गिरफ्तार आरोपितों के नाम के साथ जी का उल्लेख किया तो विपक्ष ने इस पर आपत्ति जताई और कहा कि वे लोग सम्मान के हकदार नहीं हैं। कई लोगों की जान गई है। सारंग ने भी तत्काल गलती सुधारते हुए कहा कि मैं अपने शब्द वापस लेता हूं।

हरदा से कांग्रेस विधायक आरके दोगने ने कहा कि पटाखा फैक्ट्री में जब यह भीषण हादसा हुआ, उस वक्त वहां बड़ी संख्या में लोग मौजूद थे। पटाखा फैक्ट्री में जो तलघर है उसे खोलकर देखा जाना चाहिए। लेकिन मुख्यमंत्री के हरदा से वापस लौटकर आने के बाद जांच बंद कर दी गई है। रेस्क्यू भी खत्म कर दिया गया है, जबकि तलघर में बड़े पैमाने पर लोग हो सकते हैं।

इसको लेकर भाजपा विधायक रामेश्वर शर्मा ने कहा कि बम, पटाखा, आतंकवाद इनकी जड़ कांग्रेस ही है। विपक्ष के विधायकों को चाहिए कि इस तरह का आचरण न करें और सदन की कार्यवाही में सहयोग करें।

ऊर्जा मंत्री प्रद्युमन सिंह तोमर ने कहा कि कांग्रेस के पास कोई मुद्दा नहीं है, इसलिए कांग्रेस नौटंकी कर रही है। इस संवेदनशील मामले को लेकर कांग्रेस के बड़े नेता क्यों हरदा नहीं गए? उन्होंने कमलनाथ पर निशाना साधते हुए कहा कि कमलनाथ हरदा पीड़ितों से मिलने क्यों नहीं गए? हमारे मुख्यमंत्री और दूसरे मंत्री तत्काल हरदा पहुंचे। हमारी सरकार पीड़ितों के साथ खड़ी है। कांग्रेस के विधायक ने इसके पहले कभी शिकायत नहीं की और आज नौटंकी कर रहे हैं।

हिन्दुस्थान समाचार/मुकेश/नेहा/आकाश

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