आईपी यूनिवर्सिटी के इंटर्नेशनल डूअल डिग्री प्रोग्राम में प्रवेश प्रक्रिया शुरू 

WhatsApp Channel Join Now
आईपी यूनिवर्सिटी के इंटर्नेशनल डूअल डिग्री प्रोग्राम में प्रवेश प्रक्रिया शुरू 


नई दिल्ली, 10 जनवरी (हि.स.)। गुरु गोबिंद सिंह इंद्रप्रस्थ विश्वविद्यालय (जीजीएसआईपीयू) ने पोलैंड के एजीएच यूनिवर्सिटी ऑफ क्राको के साथ इंटर्नेशनल डूअल डिग्री प्रोग्राम के लिए प्रवेश प्रक्रिया शुरू कर दी है। इस प्रोग्राम के लिए ऑनलाइन आवेदन जमा करने की अंतिम तिथि 20 जनवरी है।

विश्वविद्यालय के शुक्रवार को एक बयान में कहा कि यह डूअल डिग्री मास्टर ऑफ साइंस प्रोग्राम (डिजिटल प्रोडक्शन फॉर सस्टेनेबल मैन्युफैक्चरिंग) अकादमिक वर्ष 2025-2026 के लिए ऑफर किया जा रहा है। इस प्रोग्राम की ख़ास बात यह है कि छात्रों को केवल जीजीएसआईपीयू की ट्यूशन फीस देनी होगी, बिना किसी अतिरिक्त यूरोपीय ट्यूशन फीस के।

इस चार-सेमेस्टर प्रोग्राम में छात्रों को पहले दो सेमेस्टर एजीएच यूनिवर्सिटी में और तीसरा और चौथा सेमेस्टर जीजीएसआईपीयू में पूरा करना होगा। ग्रेजुएट्स जिन्हें किसी भी विषय में कम से कम 60 प्रतिशत अंक हैं और जिन्होंने गणित, सांख्यिकी, अर्थशास्त्र या ऑपरेशनल रिसर्च में कम से कम एक कोर्स किया है, वे इस प्रोग्राम के लिए आवेदन करने के पात्र हैं। प्रवेश कॉमन एडमिशन टेस्ट (कैट) में उम्मीदवारों के प्रदर्शन के आधार पर होगा। उसके उपरांत व्यक्तिगत साक्षात्कार होगा।

यह प्रोग्राम मार्च 2025 में शुरू होगा और उद्योग के लिए उपयुक्त पेशेवरों को तैयार करने और सस्टेनेबल मैन्युफैक्चरिंग में उत्कृष्टता प्राप्त करने के लिए आवश्यक ज्ञान और व्यावहारिक कौशल से लैस करने के उद्देश्य से डिज़ाइन किया गया है।

इस प्रोग्राम के सफलतापूर्वक पूरा होने पर छात्रों को दोहरी डिग्री मिलेगी जो जीजीएसआईपीयू और एजीएच यूनिवर्सिटी द्वारा अलग-अलग प्रदान की जाएगी।

जीजीएसआईपीयू के कुलपति पद्मश्री प्रो महेश वर्मा और एजीएच यूनिवर्सिटी ऑफ क्राको के रेक्टर प्रो जर्जी लिस ने इस सहयोग के महत्व पर जोर दिया है जो वैश्विक अकादमिक उत्कृष्टता को बढ़ावा देता है और छात्रों को विश्व पटल पर अपना हुनर दिखाने का मौक़ा देता है। कुलपति ने इस प्रोग्राम के परिप्रेक्ष्य में विनिर्माण और स्थिरता में समकालीन चुनौतियों का सामना करने में अंतरराष्ट्रीय एक्सपोजर और विशेषज्ञ ज्ञान के मूल्य पर भी प्रकाश डाला।

----------

हिन्दुस्थान समाचार / सुशील कुमार

Share this story