केंद्रीय वित्त मंत्री ने अंतरिम बजट को जीडीपी यानी गवर्नेंस, डेवलपमेंट और परफॉर्मेंस की झलक बताया
नई दिल्ली, 01 फरवरी (हि.स.)। केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने गुरुवार को संसद में पेश किये गए अंतरिम बजट 2024 के बारे में कहा है कि इसमें देश की जीडीपी यानी गवर्नेंस, विकास और प्रदर्शन की जानकारी दी गई है। गवर्नेंस की बात करें तो यह बजट उन क्षेत्रों की ओर हमारा ध्यान खींचता है, जहां हमने विकास किया है।
निर्मला सीतारमण लोकसभा में वित्त वर्ष 2024-25 के लिए अंतरिम केंद्रीय बजट पेश करने के बाद यहां नेशनल मीडिया सेंटर में पत्रकारों को संबोधित कर रही थीं। उन्होंने कहा कि बजट बनाने की प्रक्रिया पारदर्शी हुई है। यह बजट शासन व्यवस्था पर उस स्थिति की बात करता है, जहां हमने विकास किया है। 2004 से 2014 के 10 वर्षों की तुलना में पिछले दस साल का आर्थिक प्रदर्शन एक श्वेत पत्र की तरह है।
वित्त मंत्री ने कहा कि सरकार को सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) के अपने अनुकरणीय ट्रैक रिकॉर्ड यानी शासन, विकास और प्रदर्शन के आधार पर लोगों का विश्वास और आशीर्वाद मिला है। वित्त मंत्री ने अपने संबोधन में कहा कि हमने अर्थव्यवस्था को सही इरादों, सही नीतियों और सही निर्णयों के साथ प्रबंधित किया है, इसलिए यह सावधानीपूर्वक शासन है।
सीतारमण ने डी के मायने को समझाते हुए कहा कि बेहतर जीवन जीने वाले, बेहतर कमाई करने वाले और भविष्य के लिए उच्च आकांक्षाएं रखने वाले लोगों का है। उन्होंने कहा कि अगर 'पी' पर जाएं तो लगातार तीन वर्षों का प्रदर्शन जी-20 में 7 फीसदी की दर से तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्था में देश के सभी हिस्से भाग ले रहे हैं।
इससे पहले निर्मला सीतारमण ने देश में 'सबका साथ, सबका विकास और सबका विश्वास' के 'मंत्र' तथा 'सबका प्रयास' दृष्टिकोण के साथ संसद में अंतरिम केंद्रीय बजट 2024-25 पेश किया। निर्मला सीतारमण का छठा और मौजूदा मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल का अंतिम बजट है।
हिन्दुस्थान समाचार/प्रजेश शंकर/दधिबल
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