(संशोधित) उत्तराखंड : एम्स ऋषिकेश के डाक्टर समेत हरियाणा-पंजाब के पांच नकल माफिया गिरफ्तार
- एम्स की ओर से ऑल इंडिया स्तर पर हो रही थी एमडी की परीक्षा
- ऋषिकेश से हिमाचल प्रदेश के परीक्षा केंद्र पर मोबाइल से करा रहे थे नकल
देहरादून, 20 मई (हि.स.)। एम्स की ओर से ऑल इंडिया स्तर पर आयोजित एमडी परीक्षा (इंस्टीट्यूट आफ नेशनल इंर्पाेटेंस कंबाइंड एंट्रेंस टेस्ट जुलाई 2024) में नकल कराते पांच अभियुक्तों को दून पुलिस ने गिरफ्तार किया है। परीक्षार्थियों को नकल कराने में एम्स ऋषिकेश के दो डाक्टर भी शामिल थे, जो दो-दो लाख रुपये में हायर किए गए थे। तीन अभ्यर्थियों से एमडी की परीक्षा पास कराने के एवज में 50 लाख रुपये लिए गए थे।
एम्स की ऑल इंडिया स्तर पर आयोजित एमडी परीक्षा के दौरान नकल माफिया के सक्रिय होने और देहरादून से अन्य प्रांतों में परीक्षा केंद्रों पर परीक्षा के दौरान परीक्षार्थियों को नकल कराए जाने की गोपनीय सूचना पर वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अजय सिंह ने क्षेत्राधिकारी ऋषिकेश के नेतृत्व में कोतवाली ऋषिकेश और एसओजी देहात की सयुंक्त टीम का गठन किया था। टीम ने 19 मई को बैराज रोड से कार सवार पांच व्यक्तियों को एम्स की ऑल इंडिया स्तर पर आयोजित एमडी परीक्षा में गैर प्रांत कांगडा, हिमाचल के परीक्षा केंद्र पर अभ्यर्थियों को मोबाइल फोन एवं टैब के माध्यम से प्रश्न पत्रों के उत्तर उपलब्ध कराते हुए गिरफ्तार कर लिया। गिरफ्तार अभियुक्तों में से दो एम्स ऋषिकेश के चिकित्सक हैं, जो परीक्षार्थियों को प्रश्न पत्रों के सॉल्वड उत्तर बता रहे थे। पुलिस अधीक्षक ने साेमवार इसके नेटवर्क का खुलासा करते हुए मीडिया को जानकारी दी।
टेलीग्राम के जरिए बताते थे प्रश्नों का उत्तर-
पूछताछ में मुख्य अभियुक्त अजीत ने बताया कि प्रातः नौ से 12 बजे तक आयोजित एम्स की एमडी परीक्षा में हिमाचल इंस्टीट्यूट ऑफ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी विध्यानगर नियर गर्वनमेंट डिग्री कॉलेज शाहपुर जिला कांगडा, हिमाचल प्रदेश में स्थित परीक्षा केंद्र पर परीक्षा दे रहे तीन अभ्यर्थियों को वे सब नकल करा रहे थे। परीक्षा केंद्र में बैठे परीक्षार्थी उन्हें अपने मोबाइल से प्रश्न पत्रों की फोटो खींचकर टेलीग्राम के माध्यम से उपलब्ध करा रहे थे, जिसका उत्तर टेलीग्राम पर बनाए गए ग्रुप के माध्यम से परीक्षार्थियों बताया जा रहा था। प्रश्न पत्रों के उत्तर सॉल्वड कराने के लिए एम्स अस्पताल के डॉक्टर वैभव जेआर व एक अन्य डॉक्टर अमन को हायर किया गया था। डा. अमन अभियुक्त के एक दोस्त की मौसी का लड़का है। अभियुक्त ने प्रत्येक अभ्यर्थी को एमडी की परीक्षा पास कराने के एवज में 50 लाख रुपये लिए थे। प्रश्न पत्रों को हल करने के लिए एम्स ऋषिकेश से दो-दो लाख रुपये में डॉक्टरों को हायर किया गया था। पूछताछ में अभियुक्त अजीत ने बताया कि उसकी तीन लैब है, जिनके माध्यम से वह अन्य प्रतियोगी परीक्षाओं मेें भी परीक्षार्थियों को नकल कराने के एवज में मोटी रकम लेता है।
चार हरियाणा तो एक पंजाब का रहने वाला है आरोपित-
गिरफ्तार अभियुक्तों में चार आरोपित हरियाणा तो एक पंजाब का रहने वाला है, जिसमें अजीत (44) पुत्र स्व. सतवीर सिंह निवासी मकान नंबर 540 सेक्टर 8 थाना जींद जिला जींद हरियाणा, अमन शिवाच (24) पुत्र अर्जुन निवासी गली नंबर 18/10 विकास कॉलोनी रोहतक हरियाणा, वैभव कश्यप (23) पुत्र संजीव कश्यप निवासी 260 अंबिका एनक्लेव सनौर पटियाला पंजाब, विजुल गौरा (31) पुत्र गोविंद लाल निवासी 2/5 पटेल नगर जिला हिसार हरियाणा, जयंत (22) पुत्र प्रकाश निवासी मकान नंबर 423 डिफेंस कॉलोनी जिला हिसार हरियाणा शामिल है। साथ ही पुलिस ने तीन टैब, तीन मोबाइल, दो मेडिकल संबंधी किताब, दिल्ली नंबर की टाटा सफारी कार बरामद किया।
हिन्दुस्थान समाचार/कमलेश्वर शरण/रामानुज
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