(अपडेट) मप्रः आरजीपीवी के निलंबित रजिस्ट्रार व कुलपति के घर समेत भोपाल-नर्मदापुरम में सात जगह ईडी का छापा
भोपाल, 02 सितंबर (हि.स.)। मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में राजीव गांधी प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय (आरजीपीवी) के निलंबित रजिस्ट्रार आरएस राजपूत और तत्कालीन कुलपति प्रो. सुनील कुमार के घर समेत भोपाल और नर्मदापुरम के सात ठिकानों पर सोमवार को ईडी (प्रवर्तन निदेशालय) ने छापामार कार्रवाई की है। आरजीपीवी घोटाले से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग के मामले में शिकायत पर यह कार्रवाई की जा रही है। ईडी के अधिकारी दस्तावेज खंगालने में जुटे हुए हैं।
ईडी की अलग-अलग टीमों ने भोपाल में दो और नर्मदापुरम जिले के पिपरिया और सोहागपुर में पांच ठिकानों पर कार्रवाई की है। इनमें भोपाल में यूनिवर्सिटी के निलंबित रजिस्ट्रार आरएस राजपूत, पूर्व कुलपति प्रोफेसर सुनील कुमार, एक्सिस बैंक पिपरिया के तत्कालीन मैनेजर राम रघुवंशी, दलित संघ सोहागपुर के सचिव रतन उमरे और उनसे जुड़े लोगों के ठिकानों पर यह कार्रवाई चल रही है।
दरअसल, ईडी को आरजीपीवी के निलंबित रजिस्ट्रार के खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग की शिकायत मिली थी। इसके बाद ईडी के चार अधिकारियों की टीम सोमवार सुबह करीब छह बजे भोपाल में लेकपर्ल गार्डन स्थित निलंबित रजिस्ट्रार राजपूत के घर पहुंची। उस समय घर के लोग सो रहे थे। घर के अंदर प्रवेश करते ही अधिकारियों ने राजपूत और उनकी पत्नी के मोबाइल जमा कर लिए। ईडी के अधिकारियों ने निलंबित रजिस्ट्रार के घर से दस्तावेज जमा किए हैं। दोपहर में निलंबित रजिस्ट्रार के घर छापे की खबर कॉलोनी में फैल गई। लोग इकट्ठा होने लगे। यह बात निलंबित रजिस्ट्रार को नागवार गुजरी। वे दोपहर तीन बजे दो ईडी अधिकारियों के साथ घर से बाहर भड़कते हुए निकले और अफसरों से घर के सामने इकट्ठा लोगों को हटाने को कहा।
वहीं, दूसरी टीम तत्कालीन कुलपति प्रो. सुनील कुमार के घर पहुंची, लेकिन उनके घर में किराएदार मिले। ईडी के अधिकारियों ने किराएदारों से पूछताछ की। किराएदारों ने अधिकारियों को बताया कि वे पिछले डेढ़ साल से यहां रह रहे हैं। प्रो. कुमार भोपाल के चूनाभट्टी इलाके में रहते हैं। इस पर ईडी टीम के निर्देश पर किराएदार से उनको कॉल कर लोकेशन पूछी। लोकेशन मिलने के आधे घंटे बाद ईडी की टीम ने चूनाभट्टी में प्रो. कुमार के घर दबिश दी। टीम उनसे सुबह से पूछताछ कर रही है। टीम को दबिश के दौरान दोनों के घरों में क्या मिला, इसका खुलासा अभी नहीं किया गया है।
वहीं, जानकारी मिली है कि ईडी की अलग-अलग पांचों टीमें नर्मदापुरम जिले के पिपरिया, सोहागपुर में भी छापा मारा है। यहां ईडी के अधिकारी ने पिपरिया के अनाज व्यापारी रोहित अग्रवाल (मंगलम फूड) के ऑफिस, फैक्ट्री, सिंह ट्रेडर्स बिल्डिंग मटेरियल समेत चार स्थानों पर दस्तावेजों और बिलों के ट्रांजेक्शन की जांच में जुटे हैं। जानकारी मिली है कि अनाज व्यापारी रोहित अग्रवाल, सिंह बिल्डिंग मटेरियल के अलावा और भी जगह ईडी की टीम सोहागपुर पहुंची है। आरजीवीपी में हुए करोड़ों रुपये के घोटाले में सोहागपुर के दलित संघ और कुछ व्यापारी, बैंककर्मी के नाम जुड़े थे।
गौरतलब है कि आरजीपीवी में रजिस्ट्रार रहते हुए आरएस राजपूत ने 19.48 करोड़ रुपये सरकारी खाते से प्राइवेट अकाउंट में ट्रांसफर कराए थे। घोटाले में यूनिवर्सिटी के कुलपति से लेकर रजिस्ट्रार तक सभी के शामिल होने के आरोप लगे थे। इसके बाद कुलपति प्रोफेसर सुनील कुमार, पूर्व रजिस्ट्रार आरएस राजपूत, तत्कालीन फाइनेंस कंट्रोलर ऋषिकेश वर्मा, बैंक मैनेजर मयंक सहित पांच लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई थी। इस मामले में पुलिस ने आरबीएल बैंक भोपाल के तत्कालीन मैनेजर कुमार मयंक, एक्सिस बैंक पिपरिया के तत्कालीन मैनेजर रामकुमार रघुवंशी और सोहागपुर की संस्था दलित संघ के सह सचिव सुनील रघुवंशी को गिरफ्तार किया है।
हिन्दुस्थान समाचार / मुकेश तोमर
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