रक्षा राज्य मंत्री ने डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम मिसाइल कॉम्प्लेक्स का दौरा किया
- अत्याधुनिक तकनीकों का स्वदेशीकरण करने के लिए वैज्ञानिकों के प्रयासों को सराहा
- मिसाइल प्रौद्योगिकियों और विकसित महत्वपूर्ण प्रणालियों के बारे में जानकारी दी गई
नई दिल्ली, 14 जनवरी (हि.स.)। रक्षा राज्य मंत्री अजय भट्ट ने रविवार को हैदराबाद में डीआरडीओ के डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम मिसाइल कॉम्प्लेक्स का दौरा किया। उन्होंने अनुसंधान केंद्र इमारत (आरसीआई) में चल रही मिसाइल प्रौद्योगिकियों और संबंधित कार्यक्रमों की समीक्षा की। उन्हें विभिन्न तकनीकी विकास और विकसित महत्वपूर्ण प्रणालियों और प्रौद्योगिकियों के बारे में जानकारी दी गई। उन्होंने विभिन्न अत्याधुनिक तकनीकों का स्वदेशीकरण करने के लिए वैज्ञानिकों के प्रयासों को सराहा।
मिसाइल और सामरिक प्रणाली के महानिदेशक यू राजा बाबू ने रक्षा राज्य मंत्री को विभिन्न तकनीकी विकास के बारे में जानकारी दी। रक्षा अनुसंधान एवं विकास प्रयोगशाला (डीआरडीएल), उन्नत प्रणाली प्रयोगशाला (एएसएल), अनुसंधान केंद्र इमारत (आरसीआई) के लैब निदेशकों ने उन्हें विकसित महत्वपूर्ण प्रणालियों और प्रौद्योगिकियों के बारे में बताया। इस अवसर पर रक्षा राज्य मंत्री ने कहा कि डीआरडीओ के बुनियादी ढांचे का उपयोग एमएसएमई और निजी उद्योगों करें, जिससे देश में आत्मनिर्भर रक्षा औद्योगिक पारिस्थितिकी तंत्र की स्थापना को बढ़ावा मिल सके।
उन्होंने यह भी कहा कि डीआरडीओ को दुनिया के अन्य देशों में हथियार प्रणालियों के निर्यातक के रूप में उभरना चाहिए। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि आज रक्षा केवल जमीन, समुद्र या आकाश तक ही नहीं, बल्कि इसमें अंतरिक्ष भी शामिल है। रक्षा राज्य मंत्री ने डीआरडीओ प्रतिष्ठानों में स्वदेशी रूप से विकसित मिसाइल प्रणालियों और महत्वपूर्ण प्रौद्योगिकियों का प्रदर्शन देखा। उन्होंने अग्नि-प्राइम, आकाश, आकाश-एनजी, वीएसएचओआरएडीएस, प्रलय आदि सहित हाल के सफल मिशनों के लिए सभी डीआरडीओ के वैज्ञानिकों को बधाई दी।
हिन्दुस्थान समाचार/सुनीत/प्रभात
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